आप भी पनीर खाने के शौकीन हैं तो ये खबर आपके लिए है; अलीगढ़ में जांच में चौकाने वाला पर्दाफाश, 13 नमूनों में खतरनाक रसायनों की मिलावट
लोगों की जिंदगी ‘काली’ कर रहा ‘सफेद जहर’। असुरक्षित टाइटेनियम डाइआक्साइड और डिटर्जेंट पाउडर से तैयार पनीर का हो रहा गोरखधंधा। चंडौस और टप्पल में भी बड़ा खेल है। रिफाइंड पाम आयल टाइटेनियम डाइआक्साइड डिटर्जेंट पाउडर व कास्टिक सोडा मिलाकर भी पनीर बनाया जा रहा है। सरकारी आंकड़े देखें तो पिछले तीन साल में 50 प्रतिशत से अधिक दूध के नमूने फेल हुए हैं।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अगर आप पनीर खाने के शौकीन हैं तो यह खबर आपको चिंतित कर सकती है। जिस टाइेनियम डाइआक्साइड का प्रयोग पोस्टर, लिफाफे बनाने में किया जाता है, उससे पनीर बनाया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की जांच में इसका पर्दाफाश हुआ है। टीम ने दिसंबर में पिसावा क्षेत्र के गांव सहजपुरा से पनीर के कुल 13 नमूने भरे थे।
प्रयोगशाला में इन सभी की रिपोर्ट फेल आई है। मानव शरीर के लिए हानिकारिक टाइटेनियम डाइआक्साइड और डिटर्जेंट पाउडर के मिश्रण से यह पनीर तैयार किया गया था। जिले में यह पहला मौका है, जब पनीर, दूध जैसे खाद्य पदार्थों में इतने खतरनाक तत्व मिले हैं।
पुलिस के पास भेजी जा रही है रिपोर्ट
एफएसडीए की टीम नमूनों की जांच रिपोर्ट को आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस को भेज रही है। पिछले दिनों एफएसडीए की टीम को मिलावटी पनीर के गोरखधंधे की शिकायत मिली थी। इस पर दिसंबर में सहायक आयुक्त खाद्य-2 सर्वेश मिश्रा के नेतृत्व में छापेमार कार्रवाई की गई। पहली कार्रवाई पिसावा क्षेत्र के सहजपुरा में की गई। यहां पर कई पनीर बनाने वालों के यहां जांच की गई।
मिलावट की आशंका में तीन कुंतल पनीर नष्ट कराया गया। कुल 13 नमूने भरे गए। कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। मौके से मिले डिटर्जेंट, पाम आयल, कास्टिक सोड़ा समेत अन्य खाद्य पदार्थों को जब्त कर लिया गया था। टीम ने नमूनों को जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशला में भेजा था। इसकी रिपोर्ट आ गई है। पहली बार जिले में पनीर की जांच में चौंकाने वाली स्थिति सामने आई। पता चला है कि खतरनाक मिश्रण से यह पनीर तैयार किया गया था।
जहरीली शराब की तरह है मिलावटी पनीर
मिलावटी पनीर के नुकसान स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मिलावटी पनीर खाने से कैंसर, दमा, लकवा, हार्टअटैक, एनीमिया जैसी जानलेवा बीमारियां होती हैं। केमिकलों की मात्रा अधिक होने पर पनीर खाते ही लोगों की जान भी चली जाती है।
यह है सजा का प्रविधान
- खाद्य पदार्थ में कोई जानलेवा पदार्थ मिला है तो आजीवन कारावास तक की सजा का प्रविधान है।
- हानिकारक पदार्थ न होने पर भी मिलावट में पांच लाख रुपये तक का अधिकतम जुर्माना लग सकता है।
- कोई भी व्यक्ति इसकी शिकायत कलक्ट्रेट स्थित एफएसडीए कार्यालय में कर सकता है।
पनीर के नमूनों में टाइटेनियम डाइआक्साइड व डिटर्जेंट पाउडर का मिश्रण मिला है। रिपोर्ट पुलिस को भेजे रहे हैं। संबंधित लोगों पर दर्ज मुकदमे की चार्जशीट में यह शामिल होगी। सर्वेश मिश्रा, सहायक आयुक्त खाद्य-2
टाइटेनियम डाइआक्साइड हानिकारण खनिज है, जो सफेदी देता है। मानव शरीर पर इसका काफी दुष्प्रभाव पड़ता है। कैंसर व आंतों में गंभीर बीमारी का कारण बनता है। डा. नितिन गुप्ता, फिजीशियन
जहरीली शराब का देखा था कहर
डेढ़ साल पहले जिले में जहरीली शराब का कहर लोग देख चुके हैं। सवा सौ से अधिक लोगों की मौत हुई थी। पनीर से भी सावधान रहने की जरूरत है। पूरे जिले में इसका गोरखधंधा चल रहा है। शहर का अचलताल, नौरंगाबाद क्षेत्र भी इसके लिए प्रसिद्ध है।
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