देश द्रोह के आरोपित शरजील इमाम की रिहाई के लिए AMU में लगे नारे, वीडियो वायरल
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम की रिहाई की मांग को लेकर छात्रों ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी पर नारेबाजी की। इस प् ...और पढ़ें

संतोष शर्मा, जागरण अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में देश के प्रति जहर उगलने वाले जेएनयू के पूर्व छात्र शरजील इमाम की रिहाई की मांग को लेकर एक बार फिर एएमयू में मांग उठी है। छात्रों ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी पर एकत्रित होकर नारेबाजी की। नारेबाजी का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
वीडियो में छात्र शरजील इमाम के साथ जेल में बंद उमर खालिद और मीरान हैदर के रिहाई के भी नारे लगाए। दोनों को दिल्ली पुलिस ने 2020 के दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपित के रूप में गिरफ्तार किया था। सीएए-एनआरसी के विरोध के समय 15 दिसंबर 2019 एएमयू में उपद्रव हुआ था।
विरोध में छात्रों ने बाबे सैयद पर धरना-प्रदर्शन किया। धरना कई दिन चला था। 16 जनवरी 2020 को शरजील इमाम धरने में शामिल होने आया था। धरने में ही उसने विवादित बयान दिया था। शरजील ने देश को तोड़ने की धमकी देते हुए कहा कि हमारे पास संगठित लोग हों तो हम हिंदुस्तान को हमेशा के लिए असम से अलग कर सकते हैं।
देश द्रोह का मुकदमा दर्ज
असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम और हिंदुस्तान कट के अलग हो जाएं, तभी ये हमारी बात सुनेंगे। कुछ दिन उसके बयान का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ। इसके बाद पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में देशदोह का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद दिल्ली, असम में भी मुकदमे दर्ज किए गए। बिहार निवासी शरजील के बयान पर राजनीति भी खूब हुई।
इसके कुछ माह बाद दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। 15 दिसंबर को एएमयू छात्रों ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट जारी की थी। जिसमें कहा था कि शाम साढ़े चार बजे मार्च निकाला जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ पुलिस भी सक्रिय हो गई।
छात्रों ने मार्च तो नहीं निकला लेकिन मौलाना आजाद लाइब्रेरी पर एकत्रित होकर शरजील इमाम के साथ उमर खालिद और मीरान हैदर के समर्थन में नारेबाजी करते हुए रिहाई की मांग की। इसका वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है।
शाहीनबाग प्रदर्शन की कोआर्डिनेशन कमेटी में था शामिल
तत्कालीन एसएसपी आकाश कुलहरि के कार्यकाल में शरजील के खिलाफ सिविल लाइन में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। जांच में यह भी पता चला कि वह दिल्ली के शाहीनबाग में हुए आंदोलन की कोआर्डिनेशन कमेटी से भी जुड़ा रहा।
पहले भी हो चुका है प्रदर्शन
एएमयू में शरजील इमाम के समर्थन में पहली बार नारेबाजी नहीं हुई है, पहले भी छात्रों का दर्द उभर चुका है। उसे जब गिरफ्तार किया गया था तो एएमयू छात्र सड़क पर उतर आए थे। दुख में डूबे छात्रों ने मार्च निकालकर सभा भी की थी।
इनका कहना है?
15 दिसंबर को छात्रों ने मार्च निकालने के लिए पोस्टर जारी किया था, लेकिन कोई सामने नहीं आया। बाद में पता चला कि कुछ छात्रों ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी कैंटीन पर नारेबाजी की थी। इसकी जानकारी की जा रही है। - प्रो. एम वसीम अली, प्राक्टर एएमयू

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