सहारा सिटी की 200 एकड़ जमीन से हटा सेबी का पहरा
यहां जीटी रोड (दिल्ली हाईवे) पर गांव भांकरी के पास स्थित सहारा सिटी की 200 एकड़ जमीन से भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (सेबी) का पहरा हट गया है।
अलीगढ़ (मनोज जादौन)। यहां जीटी रोड (दिल्ली हाईवे) पर गांव भांकरी के पास स्थित सहारा सिटी की 200 एकड़ जमीन से भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड (सेबी) का पहरा हट गया है। 2015 में निवेशकों के रुपये वापस न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने सहारा ग्रुप की प्रॉपर्टी बेचने पर रोक लगाई थी। अब रोक हटने से जिले के दो दर्जन से अधिक निवेशकों को राहत मिली है। उनको जमीन या पैसा मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
सहारा गु्रप ने दो दशक पहले खरीदी थी जमीन
सहारा ग्रुप ने दो दशक पहले सहारा सिटी के लिए यहां किसानों से जमीन खरीदी थी। यह जमीन महरावल, खेड़ा खुशखबर, सिकंदरपुर व भांकरी (भुखरावली) क्षेत्र में है। सहारा ग्र्रुप के घटते विश्वास के चलते निवेशकों ने पैसा मांगा। अन्य प्रदेशों में भी ऐसा ही हुआ। पैसा वापस करने पर जस्टिस टीएस ठाकुर वाली बेंच ने सहारा ग्रुप की 67 संपत्तियों को बेचने का निर्णय लिया था। इसके बाद संपत्तियों की सूची बनाई गई, जिसमें अलीगढ़ की जमीन भी शामिल थी। यह संपत्तियां सेबी के सुपुर्द की गईं।
पाबंदी से किया मुक्त
29 मार्च 2016 को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड को बिक्री के लिए कहा गया था। नीलामी के लिए एचडीएफसी रियल्टी को अधिकृत किया गया था। अब सेबी ने कोर्ट के निर्देश पर 29 सितंबर को सहारा की अलीगढ़ स्थित संपत्ति को पाबंदी से मुक्त कर दिया है।
सहारा ग्रुप की जमीन को खरीदे प्रशासन
उत्तर प्रदेश रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप सिंघल का कहना है कि सेबी ने सहारा सिटी की जमीन को मुक्त कर दिया है। स्मार्ट सिटी के लिए व्यवस्थित शहर की जरूरत है। जीटी रोड, आगरा रोड, रामघाट रोड पर ऑटो मरम्मत के वर्कशॉप संचालित हैं। ट्रांसपोर्ट नगर व फल मंडी की भी जरूरत है। इसके लिए सहारा ग्रुप की इस जमीन को प्रशासन खरीद ले। इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव भेजा गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।