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    अलीगढ़ के डीएस कालेज में संसाधन अपार, प्रवेश शुरू होने का इंतजार, यहीं तैयार हुई राजनीति के दिग्‍गजों की पौध

    By Anil KushwahaEdited By:
    Updated: Sat, 09 Jul 2022 06:15 AM (IST)

    मंडल भर के गुणवत्‍तापरक शिक्षा व उच्‍च गुणवत्‍ता वाली फैकेल्‍टी वाले डीएस कालेज में शिक्षण का बेहतरीन माहौल है साथ ही छात्र राजनीति का भी माहौल है। 1870 में लाला राय बद्री प्रसाद अग्रवाल ने धर्मसमाज संस्‍कृत पाठशाला की स्‍थापना की।

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    मंडलभर में गुणवत्तापरक शिक्षा व उच्च गुणवत्ता वाली फैकेल्टी के साथ प्रतिष्ठित डिग्री कालेजों में डीएस डिग्री कालेज शुमार है।

    अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले ही नहीं बल्कि मंडलभर में गुणवत्तापरक शिक्षा व उच्च गुणवत्ता वाली फैकेल्टी के साथ प्रतिष्ठित डिग्री कालेजों में धर्मसमाज (डीएस) डिग्री कालेज भी शुमार है। यहां कई संसाधनों व सुविधाओं के बीच पढ़ाई करने वालों के लिए शिक्षण का माहौल भी है तो छात्र राजनीति का भी माहौल है। तभी तो यहां से छात्र राजनीति करके पूर्व मुख्यमंत्री (दिवंगत) कल्याण सिंह, बरौली विधायक जयवीर सिंह, पूर्व विधायक ठाकुर दलवीर सिंह व शिक्षाविद डा. रक्षपाल सिंह जैसे दिग्गज नेता भी इसी कालेज से निकले हैं।

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    कालेज का इतिहास

    1870 में लाला रायबद्री प्रसाद अग्रवाल ने धर्मसमाज संस्कृत पाठशाला की स्थापना की। 1909 में डीएस हाईस्कूल, 1929 में डीएस इंटर कालेज, 1947 में डीएस डिग्री कालेज बना। 1953 में स्नातकोत्तर की मान्यता मिली। 1993 में डीएस बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल भी बना। अब यहां स्नातक में 25 विषयों में शिक्षा दी जाती है। इसमें से 19 विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई भी होती है।

    कालेज की विशेषता

    निर्बाध बिजली, आरओ वाटर, जलपान गृह व गर्ल्स हास्टल, एनसीसी भवन, प्रयोगशालाएं, सभागार, जिम्नेजियम, क्रीड़ास्थल, इंडोर गेम्स की व्यवस्था है। राष्ट्रीय टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज का केंद्र, शिक्षक-कर्मियों को आवास गृह समेत वेब रजिस्ट्रेशन, आनलाइन फार्म, फोटोस्टेट, लेमीनेशन, प्रिंटआउट की सुविधाएं हैं। शोध पत्रिकाएं व इंटरनेट भी है। एनसीसी, एनएसएस, रोवर-रेंजर्स भी उपलब्ध हैं। 250 से अधिक सीसी टीवी कैमरे व 560 सीट का वातानुकूलित आडिटोरियम है। दो पुस्तकालय हैं। पुस्तकालयों में 1.30 लाख किताबें उपलब्ध हैं। आनलाइन भी किताब पढ़ सकते हैं। 250 पत्रिकाएं व शोध पत्रिकाएं भी उपलब्ध हैं। दोनों पुस्तकालय वाई-फाई से लैस हैं।

    स्थायी शिक्षकों की तैनाती

    विषय, शिक्षक संख्या

    वनस्पति विज्ञान, 09

    रसायन विज्ञान, 18

    वाणिज्य, 02

    ड्राइंग एंड पेटिंग, 04

    अर्थशास्त्र, 05

    शिक्षाशास्त्र, 03

    अंग्रेजी, 05

    भूगोल, 07

    भू-गर्भ विज्ञान, 02

    हिंदी, 08

    इतिहास, 01

    विधि, 04

    गणित, 06

    मिलिट्री स्टडीज, 05

    भौतिक विज्ञान, 10

    राजनीति विज्ञान, 02

    मनोविज्ञान, 06

    समाजशास्त्र, 04

    संस्कृत, 01

    जंतु विज्ञान, 11

    (सेल्फ फाइनेंस कोर्स में 23 शिक्षक हैं व अभी तैनाती प्रक्रिया जारी है।)

    ....

    रेग्युलर कोर्स स्नातक

    कक्षा, सीट संख्या, फीस

    बीए प्रथम वर्ष, 640, 6079

    बीएससी प्रथम वर्ष, 640, 6289

    बीकाम प्रथम वर्ष, 240, 5134

    ....

    रेग्युलर कोर्स परास्नातक

    एमए प्रथम वर्ष

    हिंदी, 80, 3390

    अंगेजी, 80, 3390

    संस्कृत, 80, 3390

    मनोविज्ञान, 60, 3855

    अर्थशास्त्र, 80, 3390

    राजनीति शास्त्र, 80, 3855

    भूगोल, 60, 3855

    समाजशास्त्र, 80, 3390

    चित्रकला, 60, 3855

    गणित, 30, 3590

    एमएससी प्रथम वर्ष

    रसायन विज्ञान, 30, 3940

    भौतिक विज्ञान, 30, 3880

    जन्तु विज्ञान, 30, 3880

    भू-विज्ञान, 30, 3880

    वनस्पति विज्ञान, 30, 3880

    गणित, 80, 3590

    बीएड, 100, 5424

    एम.एड., 50, 9432

    एलएलबी (त्रिवर्षीय) प्रथम वर्ष, 240, 3418

    ......

    स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम

    बीबीए, 140, 25300

    बीसीए, 140, 28300

    बीएएलएलबी (पंचवर्षीय) प्रथम वर्ष, 120, 10300

    बीए (फाइन आर्ट्स), 40, 7300

    एमए (शिक्षाशास्त्र), 140, 12000

    एमए (रक्षा एवं स्ट्रेटजिक अध्ययन), 60, 9300

    एमकाम, 210, 12000

    एलएलएम, 20, 60000

    पीजीडीबीएम, 60, 16650

    डिप्लोमा इन लाइब्रेरी साइंस, 20, 7165

    बीएससी (गृहविज्ञान), 60, 12300

    बीकाम (वोकेशनल), 60, 4300

    बी.वाक (आइटी), 120, 16300

    बी.वाक (रिटेल मैनेजमेंट), 60, --

    ....

    पूर्व विद्यार्थी चमका रहे नाम

    डीएसकालेज से डा. प्रिया शर्मा ने 2008 में पीएचडी की थी। अब वे बहरीन यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। 1985 में बीएड करने वाले डा. नाहर सिंह एनसीईआरटी में रीजनल डायरेक्टर हैं। 1984 में यहां पढ़ीं संगीता गोयल दूरदर्शन में एडिश्नल डायरेक्टर जनरल हैं। राजनेताओं समेत कई हस्तियां इस कालेज ने दी हैं।

    इनका कहना है

    कालेज में सुविधाएं व फैकेल्टी भरपूर हैं। सीबीएसई के परिणाम आने के बाद प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हर पात्र विद्यार्थी को मौका मिले इसके लिए सीटें बढ़वानी पड़ीं तो बढ़वाएंगे।

    प्रो. आरके वर्मा, प्राचार्य, डीएस कालेज