राजा महेंद्र प्रताप सिंह विवि में उत्तर पुस्तिकाओं का डिजिटल मूल्यांकन, रिकॉर्ड टाइम में आएगा रिजल्ट
राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में परीक्षा मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली लागू की जा रही है। विषम सेमेस ...और पढ़ें

आरएमपीएसयू में डिजिटल मूल्यांकन कार्य प्रणाली का अवलोकन करते परीक्षा नियंत्रक धीरेंद्र कुमार (मध्य)। सौ. प्रबंधन
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। राजा महेन्द्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में परीक्षा मूल्यांकन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और तकनीकी रूप से मजबूत बनाने के लिए डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। वर्तमान में चल रही विषम सेमेस्टर परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का डिजिटल मूल्यांकन कराए जाने की तैयारी है, जिससे मानवीय हस्तक्षेप की गुंजाइश लगभग समाप्त हो जाएगी।
डिजिटल मूल्यांकन प्रक्रिया
कुलपति प्रो. नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि डिजिटल मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत नोडल केंद्रों से प्राप्त उत्तरपुस्तिकाओं को अधिकृत एजेंसी के माध्यम से साफ्टवेयर में दर्ज किया जा रहा है। इस दौरान पैकेटों की गिनती, विषय कोड (कैच) की एंट्री, बैग आइडी जनरेशन, बारकोडिंग, स्कैनिंग और होस्टिंग जैसी सभी प्रक्रियाएं उच्चस्तरीय सुरक्षा मानकों के साथ पूरी की जाती हैं। स्कैनिंग के समय उत्तर पुस्तिकाओं का डेटा सीधे एंक्रिप्टेड (कूटबद्ध) रूप में सर्वर पर स्थानांतरित होता है, जिससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ की संभावना नहीं रहती।
परिणाम समयबद्ध व त्रुटिरहित घोषित किए जा सकेंगे घाेषित
डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराई गई उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन निर्धारित केंद्रों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा यूनिक आईडी और पासवर्ड के माध्यम से किया जाता है। मूल्यांकन पूरा होने के बाद अंक भी गोपनीय फॉर्म में सर्वर पर सुरक्षित किए जाते हैं और डेटा मिलान के बाद ही विश्वविद्यालय को सौंपे जाते हैं। डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली लागू करने का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी, निष्पक्ष और विश्वसनीय बनाना है। आधुनिक तकनीक के उपयोग से छात्रों का भरोसा मजबूत होगा और परिणाम समयबद्ध व त्रुटिरहित घोषित किए जा सकेंगे।
परीक्षा नियंत्रक ने दी जानकारी
परीक्षा नियंत्रक धीरेंद्र कुमार ने बताया कि डिजिटल मूल्यांकन की पूरी प्रक्रिया सुरक्षित है। उत्तर पुस्तिकाओं से लेकर अंकों के संग्रहण तक प्रत्येक चरण एंक्रिप्टेड होने से गोपनीयता बनी रहती है और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका समाप्त हो जाती है। मीडिया प्रभारी गगन प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय इस बार रिकॉर्ड समय में बिना किसी त्रुटि के परीक्षा परिणाम जारी करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली से परीक्षा व्यवस्था में नई पारदर्शिता और विश्वसनीयता आएगी।

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