Actress Shabana Azmi के करीबी रहे AMU के प्रो एसए आजमी ने Kaifiyat Express चलवाने में निभाई थी अहम भूमिका
एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के मानसिक रोग विभाग के प्रोफेसर एसए आजमी भले आज हमारे बीच नहीं है। मगर उनकी यादें और अलीगढ़ के लोगों व एएमयू बिरादारी के लिए किए कार्य सदैव लोगों के दिल में रहेंगे।

अलीगढ़, संदीप सक्सेना। एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के मानसिक रोग विभाग के प्रोफेसर एसए आजमी भले आज हमारे बीच नहीं है। मगर उनकी यादें और अलीगढ़ के लोगों व एएमयू बिरादारी के लिए किए कार्य सदैव लोगों के दिल में रहेंगे। प्रोफेसर आजमी ने आजमगढ़ से लखनऊ- अलीगढ़ होते हुए पुरानी दिल्ली के बीच कैफियत एक्सप्रेस को चलवाने में अहम भूमिका निभाई थी। वे अभिनेत्री शबाना आजमी actress Shabana Azmi के बेहद करीबी रहे।
लिच्छवी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों के Prof Suhail Azmi ने कराए ठहराव
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवसिर्टी के वरिष्ठ सहायक जनसंपर्क अधिकारी जीशान अहमद ने बताया कि जेएन मेडिकल कालेज के मानसिक रोग विभाग के चेयरमेन प्राेेफेसर एसए आजमी AMU Prof Suhail Azmi समाजसेवा को अहमियत देते थे। समाज के लोगों का कैसे भला हो, इसके बारे में सोचते रहते थे। वह अभिनेत्री शबाना आजमी actress Shabana Azmi के बेहद करीबी थे। रेलमंत्री से मिलकर उन्होंने कैफियात एक्सप्रेेस चलवाने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा लिच्छवी एक्सप्रेस, मऊ आनंद विहार एक्सप्रेस का अलीगढ़ में ठहराव के लिए प्रमुख भूमिका निभाई थी।
AMU Prof Suhail Azmi का पार्थिव शरीर सुपुर्द ए खाक
अलीगढ़। एएमयू जेएन मेडिकल कालेज के मानसिक रोग विभाग के प्रो. एसए आजमी के पार्थिव शरीर को जुमे की नमाज के बाद यूनिवर्सिटी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। उनका निधन गुरुवार को गंभीर बीमारी से हो गया था। अंतिम संस्कार के समय कुलपति प्रो. तारिक मंंसूर व पीवीसी प्रो. मोहम्मद गुलरेज व अन्य प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहें।
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भौतिकी विषय के विशेषज्ञ प्रो मिर्जा सईद-उज-जफर चुगताई नहीं रहे
अलीगढ़। एएमयू के विज्ञान संकाय के पूर्व डीन व भौतिकी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो मिर्जा सईद-उज-जफर चुगताई का अल्प बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रो. चुगताई के निधन से विश्वविद्यालय समुदाय को बड़ा बौद्धिक नुकसान हुआ है। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। विज्ञान संकाय के डीन प्रो. मोहम्मद अशरफ ने कहा कि प्रो. चुगताई एक अद्भुत क्षमता के शिक्षक और संरक्षक थे, जिन्होंने हमेशा अपने छात्रों और सहयोगियों को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया।
फ्रेंच समेत बहुभाषाविद थे प्रोफेसर चुगताई
भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद सज्जाद अतहर ने कहा कि प्रो. चुगताई ने छात्रों को सही रास्ते और ज्ञान के मार्ग पर चलने में मदद की।जनसंपर्क कार्यालय के प्रभारी सदस्य व जनसंचार विभाग के प्रो. एम शाफे किदवई ने कहा कि एक भौतिक विज्ञानी के रूप में उनके विद्वेतापूर्ण कार्य के अलावा प्रो. चुगताई फ्रेंच भाषा में प्रवीणता रखने के साथ ही एक बहुभाषाविद भी थे, जिन्होंने विभिन्न भाषाओं में किताबें लिखीं।
परमाणु स्पेक्ट्रोस्कोपी में ज्यादातर किया अध्यापन कार्य
प्रो चुगताई 1969 में एएमयू में लेक्चरर के रूप में शामिल हुए और बाद में 1971 और 1983 में रीडर और प्रोफेसर के पदों पर पदोन्नत हुए। उन्होंने अपने जीवन का अधिकांश समय परमाणु स्पेक्ट्रोस्कोपी में अध्यापन और नवीन अनुसंधान करने में बिताया और सहकर्मी-समीक्षित पत्रिकाओं में बड़ी संख्या में शोध पत्रों का योगदान दिया। प्रो. चुगताई के परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।
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