UP के इस जिले के लोगों की हुई बल्ले-बल्ले, PM आवाज योजना के लिए 10 हजार से अधिक आवेदनों को मिली मंजूरी
उत्तर प्रदेश के एक जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 10,000 से अधिक आवेदन स्वीकृत हुए हैं। इस योजना से हजारों परिवारों को अपना घर बनाने का अवसर मिलेगा। सरकार का उद्देश्य गरीब और बेघर लोगों को आवास प्रदान करना है, जिससे उनका जीवन स्तर सुधरे और जिले में विकास हो।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के दूसरे चरण में जिले के 32 हजार लोगों ने अपने पक्के घर का सपना लेकर आवेदन किया था। इनमें से 10,153 आवेदकों के नाम सत्यापन के बाद पात्रों की सूची में शामिल कर स्वीकृति भी दे दी गई, लेकिन छह महीने से अधिक बीत जाने के बावजूद दूसरे चरण की योजना में अब तक एक भी आवास के लिए धनराशि जारी नहीं हुई थी। इसके चलते आवेदकों की उम्मीदों पर पानी फिर रहा था। अब अगले एक सप्ताह में राशि खाते में पहुंच सकती है। सरकार ने इसके लिए एक पोर्टल तैयार कर लिया है।
केंद्र सरकार ने वर्ष 2014 में हर बेघर को घर देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी। शहरी क्षेत्र में योजना के संचालन की जिम्मेदारी डूडा (जिला नगरीय विकास अभिकरण) को दी गई। पहले चरण में वर्ष 2021 तक जिले के करीब 24 हजार परिवारों को आवास का लाभ मिल चुका था। 2024 तक सभी बेघरों को आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन यह लक्ष्य पूरा नहीं हो सका। इस बीच सरकार ने योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की। फरवरी 2015 में इसके लिए में आनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई थी। अब तक 32 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं।
सत्यापन पूरा कर लिया
इनमें से 15651 हजार का सत्यापन पूरा कर लिया गया है। इनमें 10153 पात्र पाए जा चुके हैं। 5498 अपात्र मिले हैं। ऐसे में इन आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। 16408 आवेदनों का सत्यापन अभी बाकी है। दूसरे चरण की इस योजना में विशेष रूप से विधवा, वरिष्ठ नागरिक, एससी-एसटी वर्ग, ट्रांसजेंडर्स, सफाईकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में लाभान्वित स्ट्रीट वेंडर, विश्वकर्मा श्रमिक व झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है। कई पात्र परिवारों ने नगर निकायों के चक्कर लगाते हुए अपने दस्तावेज़ों का सत्यापन पूरा करा लिया, लेकिन धनराशि जारी न होने से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं। यह खुले आमसान में जीने को मजबूर थे। अब शासन स्तर से इस बाधा को भी दूर कर दिया है। एक विशेष पोर्टल तैयार हुआ है। अगले एक दो सप्ताह में राशि इससे आवेदकों के पास पहुंचेंगी।
इस तरह मिलती है राशि
योजना के तहत एक आवास के लिए ढाई लाख रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। इसमें पहली किस्त में 50 हजार, दूसरी किस्त में डेढ़ लाख व तीसरी किस्त में 50 हजार रुपये होते हैं, दूसरे चरण की योजना में अभी तक एक भी लाभार्थी को पहली किस्त नहीं मिल सकी है।
पात्रता के नाम पर कोई पैसे मांगे तो करें फोन
आवेदनों के सत्यापन के नाम पर कुछ दलाल भी खेल कर रहे हैं। पात्र लाभार्थियों से संपर्क कर लेनदेन के प्रयास किए जा रहे हैं। इसकी शिकायतें आए दिन अधिकारियों के पास पहुंच रही थीं। ऐसे में डूडा के अधिकारी भी सक्रिय हो गए हैं। परियोजना अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि यह एक निश्शुल्क योजना है। अगर कोई कर्मचारी या बाहरी आवेदक से पैसे की मांग करता है तो 9151999114 नंबर पर शिकायत कर सकते हैं।
सौ ने वापस की राशि, ढाई सौ ने रुपये लेकर भी नहीं किया निर्माण
पहले चरण की योजना में करीब सौ से अधिक आवेदक ऐसे भी थे, जिन्हाेंने शासन स्तर से जारी राशि काे भी वापस कर दिया था। इसके अलावा ढाई सौ लेागों ने राशि लेकर न तो निर्माण किया, न ही इसे वापस किया। ऐसे में अब ऐसे लाेगों के खिलाफ डूडा के स्तर से कार्रवाई हो रही है।
योजना के दूसरे चरण में अब तक 32 हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। इनमें 10 हजार स्वीकृत भी हो चुके हैं। जल्द ही निर्माण कार्य को राशि जारी हो सकती है। शासन सतर से इसके लिए एक पोर्टल बनाया गया है।- कौशल कुमार, परियोजना अधिकारी, डूडा

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