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    विद्यार्थी ही नहीं शिक्षक भी हासिल करेंगे अतिरिक्त भाषा का ज्ञान, परेशान नहीं करेंगे बदले हुए कोर्स

    अतिरिक्‍त भाषा का ज्ञान हासिल करने की होड़ अब तक विद्यार्थियों में ही दिखायी देती थी लेकिन अब ऐसा नहीं है। शिक्षक भी भाषाई ज्ञान चाहते हैं। शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा का विशेष तौर पर ज्ञान कराया जाएगा। इससे शिक्षकों को पढ़ाने में आसानी होगी।

    By Anil KushwahaEdited By: Updated: Tue, 12 Jul 2022 06:48 AM (IST)
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    सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी अब फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे।

    अलीगढ़, जागरण संवाददाता। अभी तक सिर्फ विद्यार्थियों में ही अतिरिक्त भाषा का ज्ञान हासिल करने की होड़ दिखती थी। मगर अब यही होड़ शिक्षकों में भी देखने को मिलेगी। विद्यार्थी जब अतिरिक्त भाषा की पढ़ाई करते हैं तो उनके पास विकल्प होते हैं कि वे उर्दू, फ्रेंच, जर्मन आदि कोई भी भाषा का ज्ञान ले सकता है। यह भाषाई विषय विकल्प के तौर पर विद्यार्थी लेते हैं। मगर अब जो विषय का ज्ञान शिक्षकों को कराया जाना है उसमें शिक्षकों के पास विकल्प नहीं है। शिक्षकों को अंग्रेजी भाषा का विशेष तौर पर ज्ञान कराया जाएगा। यह अंग्रेजी की पढ़ाई के तौर पर नहीं बल्कि बेहतर ढंग से अंग्रेजी समझने, बोलने के प्रशिक्षण के तौर पर होगा।

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    बदले हुए कोर्स से परेशान होते हैं विद्यार्थी

    विद्यार्थी जीवन में कई बार नए व बदले हुए कोर्स विद्यार्थियों की नींद उड़ाने का काम करते हैं। मगर अब एक ऐसा कोर्स भी तैयार किया गया है जो कोर्स तैयार करने वालों की नींद भी उड़ाएगा। हालांकि बदलती परिस्थितियों और बदलते शिक्षा के परिवेश के हिसाब से इस नए कोर्स की काफी जरूरत है। मगर पुराने ढर्रे में खुद को ढाल चुके लोगों के लिए यह टेंशन देने वाला भी होगा। केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति को भी लागू किया है। नई शिक्षा नीति को देखते हुए और उसके क्रियान्वयन के बाद इस कोर्स की अहमियत काफी बढ़ जाएगी। भले ही अभी यह कोर्स टेंशन देने वाला लग रहा हो लेकिन, भविष्य में इसको करने वालों को लाभ ही मिलेगा। अब बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों मेें पढ़ाने वाले गुरुजनों के लिए शासनस्तर से इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार किया गया है। इसको करने के बाद सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे। इनके लिए इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार कर लिया गया है। शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंग्रेजी बोलना सिखाने के लिए आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।

    कोरोना काल के चलते अटक गयी थी व्‍यवस्‍था

    विद्यार्थियों की गुणात्मक शैक्षिक संप्राप्ति में बढ़ोतरी करने के लिए ये कदम शासन स्तर से उठाया गया है। इसकी शुरुआत तो हो जानी चाहिए थी मगर कोरोना काल के चलते व्यवस्था अटक गई थी। अब वापस शिक्षा के पटरी पर आने के बाद इंग्लिश स्पीकिंग की ट्रेन फर्राटा भरेगी। आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की ओर से इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार कर लिया गया है। 10 से 12 मिनट के कुल 120 माड्यूल तैयार किए गए हैं। 24 घंटे का पूरा कोर्स दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध होगा। इसके तहत शिक्षकों को बोलचाल का अभ्यास, व्याकरण, वाक्य विन्यास, उच्चारण, शब्दकोष, सामान्य त्रुटियों आदि की जानकारी दी जाएगी। इस कोर्स से संबंधित वीडियो यू-ट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध रहेंगे। शुरुआत में हर स्कूल के एक-एक भाषा शिक्षक को ये कोर्स कराया जाएगा। जिले में 2115 सरकारी स्कूल हैं। इनमें करीब 5500 नियमित शिक्षक पढ़ाते हैं। बीएसए सतेंद्र कुमार ढाका ने बताया कि, शासन की ओर से सराहनीय कदम उठाया गया है। कोर्स उपलब्ध होने पर शिक्षकों को आनलाइन प्रशिक्षण में शामिल कराया जाएगा।