यूपी में विकास स्वीट्स के मिल्क केक में निकली फंफूदी, ADM प्रशासन ने दीपावली पर बांटने के लिए खरीदी थी मिठाई
अलीगढ़ के विकास स्वीट्स से एडीएम प्रशासन पंकज कुमार द्वारा खरीदी गई मिल्क केक में फफूंदी पाई गई। यह मिठाई दीपावली पर कर्मचारियों को बांटने के लिए खरीदी गई थी। त्योहार के दिन डिब्बे खुलने पर फफूंदी का पता चला। एडीएम ने खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचित किया, जिसके बाद टीम ने मिठाई की दुकान से नमूने लिए। विक्रेता ने सफाई देते हुए शुद्धता का दावा किया है।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। शहर की प्रसिद्ध विकास स्वीट्स से खरीदे मिल्क केक में फफूंदी मिलने से हड़कंप मच गया। ग्राहक को कोई आम नागरिक नहीं, बल्कि एडीएम प्रशासन पंकज कुमार थे। उन्होंने कार्यालय व आवास दोनों स्थानों के कर्मचारियों के दीपावली पर वितरण के लिए स्टेनों के माध्यम से मिठाई खरीदी गई थी। गुरुवार को टीम ने नमूने भी लिए।
दीपावली से पहले 18 अक्टूबर को एडीएम प्रशासन ने अपने कार्यालय स्टाफ व आवासीय कर्मचारियों के लिए उपहार स्वरूप मिठाई वितरित की थी। इसके लिए उनके स्टेनो ने सेंटर प्वाइंट स्थित विकास स्वीट्स से मिठाई खरीदी। दो दिन बाद, त्योहार के दिन जैसे ही कर्मचारियों ने घर जाकर डिब्बे खोले, तो केके पूरी तरह खराब था।
मिठाई पर फफूंदी जमी हुई थी। दीपावली पर अवकाश के चलते स्टाफ किसी को बता नहीं पाया। बाद में कुछ ने हिम्मत जुटाकर यह जानकारी एडीएम प्रशासन को दी। एडीएम ने अन्य कर्मचारियों से जानकारी कराई तो पता चला कि उनके यहां पहुंचे डिब्बों का भी यही हाल था।
खाद्य विभाग की टीम ने भरे नमूने
एडीएम प्रशासन ने तुरंत खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) को कार्रवाई के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त-2 डा. दीनानाथ यादव की अगुवाई में टीम गुरुवार को विकास स्वीट्स पर पहुंची और मिल्क केक का नमूना लिया।
सात दिन तक होती है मियाद
जानकारों के मुताबिक मिल्क केक की मियाद सामान्यतः सात से 20 दिन होती है, जो इसके बनाने और रखने के तरीके पर निर्भर करती है। इसे ठंडी और सूखी जगह पर रखना चाहिए। खोले जाने के बाद इसे दो दिन के भीतर खा लेना बेहतर रहता है, जबकि फ्रिज में रखने पर यह एक सप्ताह तक सुरक्षित रह सकता है।
हमारी पहचान शुद्धता को लेकर है। प्रशासनिक अधिकारी हमारे यहां से ही मिठाई मंगाते हैं। एक बार मिठाई लेने के बाद एडीएम प्रशासन के स्टेनों 18 अक्टूबर को दोबारा आए। उन्होंने मिठाई में मिल्क केक ही पसंद किया। उन्हें सोनपापड़ी या अधिक दिन तक चलने वाली मिठाई का आग्रह किया। बताया भी कि मिल्क केक के अवधि सिर्फ 24 घंटे की होती है। अपना पक्ष रखने के लिए एडीएम प्रशासन के आवास पर गए तो वो मिले नहीं। - सुरेश वड़ेरा, मालिक, विकास स्वीट्स
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