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    दस मिनट भी देर हो जाती तो... अलीगढ़ मीट कारोबारियों को छोड़ने को तैयार नहीं थी भीड़, पुलिस ने बचाई जान

    Updated: Sun, 25 May 2025 09:14 AM (IST)

    अलीगढ़ के अलहदादपुर में मीट कारोबारियों पर भीड़ ने हमला किया। पुलिस ने एंबुलेंस के बहाने उन्हें बचाया। खुफिया तंत्र की नाकामी से घटना की योजना पहले से बन रही थी। पुलिसकर्मियों से बदसलूकी हुई और आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया। सपा नेताओं ने पुलिस पर चौथ वसूली का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की। घटना ने पिछले साल के मामू भांजा कांड की याद दिला दी।

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    बात करते एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक और एसपी देहात अमृत जैन। जागरण

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। मैक्स चालक और मीट कारोबारियों को भीड़ छोड़ने को तैयार नहीं थी। हर कोई उन्हें पीटने को उतारू था। अधिकारी अगर दस मिनट भी देरी से पहुंचते तो किसी की जान भी जा सकती थी। उपद्रवियों ने कई बार पुलिस वाहन को घायलों को ले जाने से रोका भी। अधिकारियों ने एंबुलेंस के बहाने दूसरे वाहन से घायलों को निकालने में सफल रहे थे। इस दौरान भीड़ की ओर से पथराव भी किया गया। एसओ अकराबाद के एक ईंट लगी भी। ऐसे लोगों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है। उन पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करने जा रहा है।

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    अलहदादपुर स्टेडियम के पास हुए बवाल की सूचना पर एसपी देहात अमृत जैन भी अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। जिस समय वह पहुंचे चारों युवक भीड़ से घिरो हुए थे। तीन युवक एक प्लाट की दीवार के पास थे, जबकि चौथा पीआरवी की गाड़ी के पास बेहोश पड़ा था। दीवार के पास पड़े युवकों को लोग घेरे हुए थे। पीआरवी के जवान ही उनके उनके बचाव के लिए एक मात्र सहारा थे।

    अधिकारी अगर दस मिनट भी देरी से पहुंचते तो किसी जान जा सकती थी। अधिकारी भी यह मानते हैं। घायलों को निकालने के लिए पुलिस ने एंबुलेंस को पहले निकाला। लोगों को लगा कि एंबुलेंस में घायल हैं। उन्होंने एंबुलेंस को रोक लिया। इसी दौरान एसपी देहात ने चतुराई से काम लेते हुए दूसरे वाहन से दूसरे रास्ते से घायलों को निकाला। इस दौरान भीड़ से अधिकारियों की धक्का-मुक्की हुई। भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया।

    15 दिन से बन रही थी योजना, खुफिया तंत्र नाकाम

    अतरौली के मीट कारोबारियों पर हमला अचानक नहीं हो गया। पंद्रह पहले जब मीट पकड़ा गया था तभी से इसकी प्लानिंग चल रही थी। खुफिया तंत्र इसे भांपने में नाकाम रहा। जबकि क्षेत्रीय पुलिस को पता था की मीट कारोबारियों पर ऐसे लोगों की नजर है जो गोवंश बचाव पर काम करते हैं। पुलिस ने न तो मीट कारोबारियों को आगाह किया और उनका मार्ग बदला। शनिवार को जिसने भी युवकों को पीटने के प्रसारित हुए वीडियो देखे झकझोर कर दिया।

    भीषण गर्मी में जिस तरह उन्हें पीटा गया उनकी जान भी संकट में पड़ सकती थी। एक युवक तो बेहोश हो गया। पंद्रह दिन पहले भी पनैठी के पास मीट ले जा रही गाड़ी को रोका था। तब पुलिस ने मीट का नमूना लेकर जांच को भेजा था। जांच में भैंस का मास पाया गया। अकराबाद पुलिस ने गाड़ी को छुड़वाया था। इस कार्रवाई के बाद हिंदू वादी संतुष्ट नहीं थे। उनका यही मानना था की कुछ गड़बड़ हो रहा है। इसके बाद ही उनकी प्लानिंग अधिक मीट के साथ कारोबारियों को पकड़ने की थी।

    हिंदूवादियों का कहना था कि यह सब पुलिस की निगरानी में हो रहा है। क्षेत्रीय पुलिस यह भांपने में नाकाम रही। अगर ऐसा होता तो पुलिस मीट कारोबारियों को या तो सुरक्षा देती या उनका मार्ग बदल सकती थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मीट काराेबारियों और चालक को पीटते-पीटते कपड़े तक फाड़ दिए। इतना पीटा की लहूलुहान हो गए। जान बचाने की भीख मांगते रहे। लेकिन भीड़ मानने को तैयार नही थी।

    पुलिसकर्मियों से हुई बदसलूकी

    मौके से गुजर रही पीआरवी पुलिस की गाड़ी के चालक संदीप कुमार और हेड कांस्टेबल सुखचैन ने युवकों को पीटता देख गाड़ी रोक ली थी। बचाने की पूरी कोशिश की। एक बार तो पुलिस ने चारों को जीप में बिठा लिया लेकिन भीड़ नहीं मानी। उन्हें नीचे उतारकर फिर पीटा। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने थाना पुलिस को सूचना दी। उप्रदवियों ने पुलिस गाड़ी का शीशा तक तोड़ दिया। पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की।

    विहिप नेता, प्रधान सहित 13 नामजद और 25 अज्ञात पर मुकदमा

    मैक्स लोडर में मीट लेकर जा रहे चार युवकों को पीटकर लहूलुहान करने के मामले में विहिप नेता रामकुमार आर्य, अलहदादपुर के पूर्व प्रधान अर्जुन भोलू व शेखुपुर के वर्तमान प्रधान गिरीश कुमार सहित 13 नामजद व 25 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मारपीट में घायल हुए घायल अतरौली निवासी अकील के पिता सलीम खां ने तहरीर में कहा है कि उनका पुत्र अकील, भतीजा अरबाज पुत्र इस्लाम अपने दो साथी कदीम व अकील निवासी मुहल्ला कस्साबान अल अम्बर मीट फैक्ट्री से मीट लेकर अतरौली आ रहे थे।

    गाड़ी पनैठी से साधू आश्रम वाले रोड पर पहुंची तभी रामकुमार आर्या, अर्जुन सिंह उर्फ भोलू ने षडयंत्र रचकर अपने साथी लड़के चेतन लोधी, शिवम हिंदू, रविंद्र उर्फ बन्टी, लवकुश, अनुज भूरा, विजय, अंकित महमूदपुर, राना अलहदादपुर, विजयकुमार गुप्ता कलाई व 20-25 अज्ञात लोगों को भेजकर गाडी को रोक लिया। 50 हजार रूपये की चौथ मांगी। इन्कार करने सभी ने जान से मारने की नीयत से पीटना शुरू कर दिया। घायलों की जेब से रुपये व मोबाइल लूटने का भी आरोप लगाया गया है। 15 दिन पूर्व भी अतरौली मीट ले जा रही गाड़ी को रोका था और चौथ मांगी थी। अकराबाद क्षेत्र की पुलिस ने गाड़ी को छुड़वाया था। गाड़ी

    मैक्स लोडर सवारों पर गोवध निवारण अधिनियम का मुकदमा

    हरदुआगंज क्षेत्र के कलाई गांव निवासी विजय बजरंगी ने मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें कहा है कि शनिवार को पनैठी पुल से प्रतिबंधित पशु के मांस की सूचना पर मैक्स लोडर गाड़ी का पीछा किया गया। जिसे साधु आश्रम पनेठी रोड़ पर अलहदादपुर स्टेडियम के निकट रोकने का प्रयास किया। मैक्स ड्राइवर ने घिरता देख उन्हें कुचलने की कोशिश की जिससे उनकी उनकी बाइक अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। मैक्स गाड़ी भी अनियंत्रित होकर पलट गई।

    खेतों में काम कर रहे किसान मजदूर दौड़े तो मैक्स में सवार चार लोगों ने उन पर हमला कर दिया। मैक्स गाड़ी में सात प्रतिबंधित पशु कटे देखकर हिंदू संगठित होकर धरने पर बैठे गए। पूछताछ में आरोपितों ने कबूल किया कि तीन लाख रूपये देकर पुलिस से मिलीभगत कर काम को अंजाम दे रहे थे। आरोप है कि 15 दिन पहले इस गाडी को उन्होंने पनैठी चौकी पुलिस को सूचना देकर प्रतिबंधित मांस के साथ पकड़वाया था।

    जिसे पुलिस ने साठ-गांठ करके छोड दिया था। उन्हें बताया कि इनके पास लाइसेंस है। गाड़ी में भैंस का मांस है कहकर टरका दिया। विजय बजरंगी की तहरीर पर पुलिस ने गौवध निवारण अधिनियम के तहत मैक्स सवारों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

    सपाईयों ने जताई नाराजगी, कहा-खुले आम हो रही चौथी वसूली

    मीट कारोबारियों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद बड़ी संख्या में सपाई दीनदयाल अस्पताल और जेएन मेडिकल कालेज पहुंचे। सभी का एक ही आरोप था पुलिस की सह पर चौथ वसूली हो रही है। पुलिस सक्रिय होती तो इस घटना से बचा जा सकता था। सपा वरिष्ठ नेता मनोज यादव ने कहा कि चौथ न देने पर ही ये घटना हुई है। सपा के महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोषी, पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इश्हाक, बसपा के वरिष्ठ नेता सलमान शाहिद ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग। कांग्रेस नेता आगा यूनिस ने कहा है कि माहौल खराब करने वालों को बख्शा न जाए।

    याद दिला दी औरंगजेब की घटना

    मामू भांजा पिछले वर्ष 18 जून को चोरी के आरोप में घास की मंडी, रंगरेजान निवासी फरीद उर्फ औरंगजेब की पीटने से मृत्यु हो गई थी। छह लोगों पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ था, जो कोर्ट में विचाराधीन है। शनिवार को पनैठी पर हुई घटना ने इसकी याद दिला दी।

    दोनों ओर से मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। अमृत जैन, एसपी देहात