शहीद करतार सिंह को दी अल्प आयु में अंग्रेजों ने दी थी फांसी, यह है आजादी की लड़ाई में करतार का योगदान
जनपद अलीगढ़ के इगलास में परोपकार सामाजिक सेवा संस्था द्वारा गांव तोछीगढ़ में आज जंग ए आजादी के महानायक शहीद भगत सिंह के आदर्श गदर पार्टी के संस्थापक शहीद करतार सिंह सराभा जी की 126वीं जयंती मनाई गई।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जनपद अलीगढ़ के इगलास में परोपकार सामाजिक सेवा संस्था द्वारा गांव तोछीगढ़ में आज जंग ए आजादी के महानायक शहीद भगत सिंह के आदर्श, गदर पार्टी के संस्थापक शहीद करतार सिंह सराभा जी की 126वीं जयंती मनाई गई। ग्रामीण युवाओं ने शहीद करतार सिंह के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी और उनके साथ हुए देश के सभी शहीदों को नमन किया।
गदर पार्टी के संस्थापक को श्रद्धांजलि
संस्था के अध्यक्ष जतन चौधरी ने शहीद की जीवनी सुनाते हुए कहा कि भारत को स्वराज दिलवाने और अंग्रेजी शासन को समाप्त करने के लिए जिन क्रांतिकारियों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, उन्ही निर्भय वीरों में से एक थे। करतार सिंह सराभा का जन्म 24 मई 1896 को लुधियाना के सराभा गांव में हुआ था। वो पढ़ाई के लिए अमेरिका गए थे। भारत को अंग्रेजों से मुक्त करने के लिए1913 में अमेरिका के कैलीफोर्निया में बनी गदर पार्टी के अध्यक्ष बने थे। भारत में एक बड़ी क्रान्ति की योजना के सिलसिले में उन्हें अंग्रेजी सरकार ने विष्णु गणेश पिंगले, बख्शीस सिंह, जगत सिंह, हरनाम सिंह व सुरेण सिंह के साथ 16 नवंबर 1915 को लाहौर जेल में मात्र 19 वर्ष की अल्पायु में फांसी दे दी थी। प्रसिद्ध क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह भी उन्हें अपना आदर्श व अपना प्रेरणा स्रोत मानते थे और उनका फोटो सदैव अपने साथ रखते थे। भारत में ऐसे सैकड़ों गुमनाम शहीद व महापुरुष हुए हैं। जिनके अतुलनीय योगदान और शदाहत को सरकारों और देशवासियों द्वारा उचित सम्मान नहीं दिया गया। आज हम उन सभी को नमन करते हैं और शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में देशहित को सर्वोपरि रख हर कार्य करने का संकल्प लेते हैं।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. नरेंद्र सिंह आर्य व संचालन लकी ठैनुआं ने किया। इस मौके पर अंकित तिवारी, विक्रांत शर्मा, अरुण कुमार, अमित पल्हावत, राहुल कुमार, योगेश, ज्ञानेंद्र चौधरी, गोविंद, अभिषेक, यतेन्द्र सिंह, सचिन रावत, अभिषेक, बचन सिंह, सोनवीर सिंह, योगेश, आदि मौजूद रहे।
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