Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शराब माफिया ऋषि शर्मा की हर दल में रही पैठ Aligarh news

    By Anil KushwahaEdited By:
    Updated: Tue, 01 Jun 2021 06:47 AM (IST)

    जहरीली शराब कांड में 50 हजार के इनामी ऋषि शर्मा की सत्ता दल में हमेशा पैठ रही है। मगर बसपा से तगड़ा कनेक्शन रहा है। लंबे समय से वह बहुजन समाज पार्टी स ...और पढ़ें

    Hero Image
    जहरीली शराब कांड में 50 हजार के इनामी ऋषि शर्मा की सत्ता दल में हमेशा पैठ रही है।

    अलीगढ़, जेएनएन । जहरीली शराब कांड में 50 हजार के इनामी ऋषि शर्मा की सत्ता दल में हमेशा पैठ रही है। मगर, बसपा से तगड़ा कनेक्शन रहा है। लंबे समय से वह बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा रहा। 2015 में ऋषि शर्मा की पत्नी रेनू शर्मा ब्लाक प्रमुख बनी तो उसके बाद बसपा में सक्रियता और बढ़ गई। हालांकि, मौके को देखकर वह जिस दल की सत्ता होती थी उस दल में पकड़ मजबूत कर लिया करता था। सबसे अधिक फोटो बसपा और भाजपा के नेताओं के साथ के वायरल हो रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पत्‍नी को 2015 में उतारा था राजनीति के मैदान में

    2015 में बसपा से जवां ब्लाक से ऋषि शर्मा ने अपनी पत्नी रेनू शर्मा को मैदान में उतारा था। रालोद से मोमराज सिंह ने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाया था। रेनू शर्मा करीब पांच हजार वोट से जीत गई थीं। इसके बाद ऋषि शर्मा ब्लाक प्रमुख के पति के रूप में चॢचत हो गया था। 2018 में वह भाजपा में शामिल हो गया। फिर इसके बाद भाजपा नेताओं से सक्रियता बढ़ती चली गई। पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं के साथ ऋषि शर्मा ने मंच सांझा किया। इसकी फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर कई दिनों से वायरल हो रही है। 2019 में ऋषि शर्मा भाजपा से जवां से भूमि विकास बैंक का अध्यक्ष चुना गया। पंचायत चुनाव में कस्तली से निर्विरोध बीडीसी चुना गया। इस बार वह जवां से ब्लाक प्रमुख के लिए तैयारी कर रहा था। बताया जाता है कि ब्लाक प्रमुख की सूची में जिले से भाजपा नेताओं ने ऋषि शर्मा का नाम भी भेजा था। शराब का पुराना कारोबार होने के चलते वह मौका देखकर सत्ता दल के नेताओं से अपनी पहुंचकर बनाकर काम निकलवा लिया करता था। इसलिए सपा सरकार में भी आबकारी विभाग ने इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे मगर अपनी पहुंच से उसने अपना नाम निकलवा लिया था।

    इनका कहना है 

    भाजपा के इस समय 18 करोड़ से अधिक सदस्य हैं, उसमें हो सकता है कि ऋषि भी हो। मगर, मैं पुख्ता तौर पर कह भी नहीं सकता हूं, क्योंकि कभी पार्टी कार्यालय में नहीं देखा और न ही किसी कार्यक्रम में देखा। मेरे समय में न ही सदस्यता ग्रहण की। रही बात हमारे नेताओं के साथ फोटो कि तो वो कोई बड़ी बात नहीं है। जनप्रतिनिधि हैं क्षेत्र में भ्रमण करते हैं। कब कौन उनके पास खड़ा होकर फोटो खिंचवा लेता है यह किसी को ध्यान नहीं रहता है।

    चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा