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    आशा कर्मियों का जीवन बनेगा बेहतर, ट्रेनिंग देकर एएनएम बनाएगी सरकार

    By Anil KushwahaEdited By:
    Updated: Wed, 06 Jul 2022 03:46 PM (IST)

    आशाकर्मियों के जीवन स्‍तर को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने उन्‍हें ट्रेनिंग देकर एएनएम बनाने की तैयारी कर ली है। नयी नियुक्‍तियों में 20 प्रतिशत पद इसके लिए आरक्षित किए गए हैं। इसके लिए सरकार उन्‍हें ट्रेनिंग भी देगी।

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    कई वर्षों से मानदेय में वृद्धि की मांग कर रही आंशा कर्मियों के खुशखबरी है।

    अलीगढ़, जागरण संवाददाता। कई वर्षों से मानदेय में वृद्धि की मांग कर रही आंशा कर्मियों के खुशखबरी है। सरकार ने इंटरमीडिएट उत्तीर्ण व मेहनती आशा कर्मियों को एएनएम बनाने का निर्णय लिया है। नई नियुक्तियों में 20 प्रतिशत पद इसके लिए आरक्षित किए गए हैं। इसके लिए उन्हें ट्रेनिंग भी सरकार ही देगी। एएनएम बनने के बाद उन्हें वे सभी सुविधाएं मिलेंगी,जो अन्य एएनएम को मिल रही है। सरकार की इस पहल से आशा कर्मियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

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    बहुउद्देश्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता का दायित्व

    ग्रामीण क्षेत्र में सरकार का सबसे अधिक जोर मातृ-शिशु मृत्यु दर रोकने पर है। टीकाकरण के अलावा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देते हुए जच्चा-बच्चा की देखभाल की जाती है। एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय कार्यक्रमों व योजनाओं में आशा कर्मियों की बड़ी भूमिका है। इसलिए आशा कर्मियों को स्वास्थ्य सेवाअों की रीढ़ भी कहा जाता है। कोरोना काल में घर-घर स्क्रीनिंग, सैंपलिंग व ट्रनिंग देकर वैक्सीनेटर का कार्य भी लिया गया। इस तरह आशा बहुउद्देश्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता का दायित्व बखूबी निभा रही हैं।अफसोस, आशा कर्मियों को केवल मानदेय ही मिलता है। आशा कर्मियों द्वारा लंबे समय से फिक्स मानदेय (10 से 15 हजार रुपये) की मांग की जा रही थी, मगर सरकार ने उससे बड़ा तोहफा दिया है।

    बनेंगी बहुउद्देश्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता

    परिवार कल्याण विभाग ने एएनएम प्रशिक्षण की 1500 से अधिक पदों पर विज्ञप्ति निकाली है। उनमें आशाओं के लिए 20 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई हैं। किस जनपद में कितनी सीटें होंगी, यह अभी पूर्णःत स्पष्ट नहीं। बहरहाल, ऐसी आशाएं जो इंटरमीडिए उत्तीर्ण है और आयु 35 वर्ष तक ही है। वह इस प्रशिक्षण के लिए योग्य मानी गई है। बतौर आशा न्यूनतम पांच वर्ष का अनुभव भी अनिवार्य किया गया है। मेहनती आशा कर्मियों का मौका दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें संबंधित अधिकारी की एनओसी भी लेनी होगी। आशा कर्मियों को एएनएम बनाने का कारण उन्हें पहले से ही बहुउद्देश्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप मं कार्य करने का अनुभव है। फिर भी,सरकार चयनित एएनएम को ट्रेनिंग भी देंगी।

    आवेदन से वंचित

    एएनएम पद पर नियुक्ति के लिए पिछले दिनों आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे, लेकिन संबंधित साइट के बाधित होने के कारण काफी आशा कर्मी व अन्य अभ्यर्थी आवेदन से वंचित रह गईं।

    इनका कहना है

    सरकार की अच्छी पहल है। आशा कर्मियों कोे एएनएम बनने का मौका मिलेगा। वर्तमान में केवल मानदेय ही मिलता है। एएनएम बनने पर स्थानीय नौकरी व स्थाई वेतन मिलेगा।

    - डा. नीरज त्यागी, सीएमओ।