गंगा में बाढ़ से भड़का जमीन विवाद, अलीगढ़ डीएम ने खेत में पहुंचकर जानी हकीकत
गंगा में बाढ़ के कारण अतरौली तहसील के टोडरपुर और गणेशपुर गंग गांवों में खेतों की सीमाएं मिट गईं, जिससे भूमि विवाद हो गया। डीएम रंजन ने मौके पर पहुंचकर पैमाइश का निरीक्षण किया और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की और राजस्व विवादों के त्वरित निस्तारण पर जोर दिया।

लोगों से बातचीत करते डीएम।
संवाद सूत्र जागरण दादों। गंगा के जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ से अतरौली तहसील के गांव टोडरपुर व गणेशपुर गंग में खेतों की सीमाएं मिटने से उपजा भूमि विवाद अब प्रशासनिक सख्ती से थम गया। सोमवार को डीएम रंजन ने स्वयं मौके पर पहुंचकर जमीनी हकीकत परखी। उन्होंने राजस्व टीम द्वारा की जा रही पैमाइश कार्रवाई का गहन निरीक्षण किया। डीएम ने पैमाइश की गुणवत्ता व पारदर्शिता की खुद समीक्षा की।
तहसील प्रशासन को पैमाइश में पारदर्शिता बरतने के दिए गए हैं निर्देश
तहसील प्रशासन को निर्देश दिए किए मापन कार्य दोनों पक्षों की मौजूदगी में पूरी निष्पक्षता से किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी भी स्तर पर अनियमितता या पक्षपात पाया गया तो कठोर कार्रवाई से कोई नहीं बच पाएगा। डीएम ने मौके पर उपस्थित किसानों से संवाद करते हुए आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी किसान विवाद रहित खेती करें। राजस्व विवादों का त्वरित व न्यायपूर्ण निस्तारण प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता है।
किसानों से भी मामले में शांति व्यवस्था कायम रखने की गई है अपील
तहसील प्रशासन के मुताबिक पिछले दिनों गंगा में तेज बाढ़ आई्र थी। इसके चलते पानी से खेतों की सीमाएं धुंधली पड़ गईं थी। अब किसानों ने इस भूमि पर बोआई की शुरुआत की है, लेकिन सीमाएं स्पष्ट न होने के कारण टकराव की नौबत आ गई थी। किसान आमने-सामने आ गए थे। ऐसे में मामले की शिकायतें संपूर्ण समाधान दिवस तक में दर्ज हुई थीं। इस डीएम ने मौके का निरीक्षण करने का निर्णय लिया। इस मौके पर एसडीएम अतरौली सुमित सिंह, तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा, नायब तहसीलदार शान ए हैदर, राजस्व निरीक्षक अहमद अली, लेखपाल नरेश यादव व अन्य किसान मौजूद रहे।

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