अलीगढ़ में 751 कलशों के साथ निकली कलश यात्रा, पुष्प वर्षा के साथ जगह-जगह स्वागत
जनपद अलीगढ़ के इगलास में शरदीय नवरात्रि की सप्तमी पर कलश यात्रा निकली। मैया की लाल चुनरी ओढ़े 751 कलशों को सिर पर धारण कर नंगे पैर श्रद्धालु चल रहे थे। माता रानी के भवन की ओर बढ़ रही महिला श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह था।
अलीगढ़,जागण संवाददाता। जनपद अलीगढ़ के इगलास में शरदीय नवरात्रि की सप्तमी पर कलश यात्रा निकली। मैया की लाल चुनरी ओढ़े 751 कलशों को सिर पर धारण कर नंगे पैर श्रद्धालु चल रहे थे। माता रानी के भवन की ओर बढ़ रही महिला श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह था। बैंड बाजों की धुन पर बहती भक्ति के बयार से पूरा नगर भक्ति के रस में सरावोर हो उठा। हर ओर जय माता दी की जयघोष होने लगी। यह मौका था नगर के गौंडा मार्ग स्थित प्राचीन पथवारी मंदिर से निकाली गई भव्य कलश यात्रा का।
महिला श्रद्धालुओं में बढ़ा उत्साह
मंदिर से प्रथम आराध्य विध्नविनासक श्रीगणेश की आराधना व पंडित मंयक उपाध्याय द्वारा विधि विधान से माता रानी के पूजन के बाद विशाल भव्य कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया। सबसे आगे हाथों में मां का ध्वज लिए माता रानी के डोला के साथ चल रहे थे लांगुरा।
इनके पीछे 751 महिलाएं चुनरी ओढे सर पर कलश धारण कर मइया का गुणगान करती हुई चल रही थीं। यात्रा के पीछे चल रही कैला मैया की भव्य झांकी आकर्षण का केंद्र थीं। नगर में जगह-जगह पुष्प वर्षा व आरती कर यात्रा का स्वागत किया गया। यात्रा में चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है, द्वारे चलिए मैया के द्वारे चलिए, मां की हर बात निराली है आदि भजनों पर भक्त जमकर थिरके।
कस्बा के बाजार में निकली कलश यात्रा
कलश यात्रा पुरानी तहसील मार्ग, मुख्य चौराहा, मथुरा रोड, सराय बाजार से शंकरानंदपुरी, हास्पीटल मार्ग का भ्रमण करती हुई पुन: पथवारी मंदिर पर समाप्त हुई।
यहां 751 कलशों के जल से मैया का जलाभिषेक किया गया। नगर में श्रद्धालुओं ने सेवार्थ कई स्थानों पर जलपान की व्यवस्था की। कलश यात्रा देखने के लिए नगर सहित आसपास के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
इनका रहा सहयोग
कलश यात्रा में इगलास पथवारी मंडल की टीम का सहयोग रहा। प्रत्येक कार्यकर्ता को दायित्व दिए गए थे जिसका उन्होंने निर्वहन किया। लोगों को कोई असुविधा न हो इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसबल भी तैनात रहा। व्यवस्था के लिए बाहर से भी पुलिस बल मंगाया गया था।