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    'जम्मू-कश्मीर में विकास से देना होगा पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब', CM उमर अब्दुल्ला अलीगढ़ में दोस्त के निधन पर पहुंचे

    जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अलीगढ़ पहुंचे और शमशाद मार्केट स्थित आफताब मंजिल पर साजिद खान के निधन पर शोक व्यक्त किया। साजिद खान जो एएमयू के पूर्व कुलपति साहिबज़ादा आफ़ताब अहमद ख़ान के रिश्तेदार थे का दुबई में निधन हो गया था। उमर अब्दुल्ला का परिवार साजिद खान के परिवार के साथ लंबे समय से संबंध रखता है।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 11 Jun 2025 12:26 PM (IST)
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    शमशाद मार्केट स्थित आफताब मंजिल स्वर्गीय साजिद खान के आवास पर पहुंचे कश्मीर के मुख्यमंत्री अमर अब्दुल्ला। जागरण

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अलीगढ़ आए हैं। शहर के सिविल लाइंस क्षेत्र के शमशाद मार्केट स्थित आफताब मंजिल पर पहुंचकर उन्होंने साजिद खान के निधन पर शोक जताया। यहां साजिद खान का घर है। अलीगढ़ यूनिवर्सिटी (एएमयू) पूर्व कुलपति साहिबजादा आफताब अहमद खान के रिश्तेदार साजिद खान दुबई में ताज होटल में नौकरी करते थे। वहां ईद के बाद शनिवार को हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी। इनका शव मंगलवार को अलीगढ़ लाया गया। इस परिवार से उमर अब्दुल्ला के लंबे समय से रिश्ते हैं।

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    जम्मू कश्मीर में विकास से देना होगा पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब

    जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है, कि घाटी में जितना विकास हो, वो कम है। हमें अधिक से अधिक विकास कार्य करने होंगे। पाकिस्तान जिस तरह की हरकत करता है, उसके जवाब के विकास कार्य बहुत जरुरी हैं। चिनाब नदी पर दुनिया का सबसे ऊंचा पुल बनना देश की बड़ी उपलब्धि है। उमर अलीगढ़ में अपने मित्र साजिद अली के निधन पर शोक जताने शमशाद मार्केट स्थित उनके आफताब मंजिल आवास पर पहुंचे थे. वो सर्किट हाउस में आराम करने भी गए।

    अलीगढ़ में वकालत भी की और घर बनाया

    साहिबजादा का जन्म 1867 में हरियाणा के करनाल जिले के कुंजपुरा में हुआ था। वे नवाब गुलाम अहमद खान के पुत्र थे जो ग्वालियर राज्य में ग्वालियर काउंसिल आफ रीजेंसी के सदस्य थे। उन्होंने 1878 से 1890 तक मुहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कालेज(अब एएमयू) में अध्ययन किया। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में क्राइस्ट कॉलेज में भाग लिया और 1894 में भारत लौटने से पहले लंदन के इनर टेम्पल से बार-एट-लॉ नियुक्त किए गए। अलीगढ़ में घर बनाया और वकालत भी की थी।