अलीगढ़ में सोनी ज्वैलर्स के मालिक के घर फिर आयकर का छापा, स्टाक के मिलान में मिला अंतर
अलीगढ़ के नामचीन सोनी ज्वैलर्स के यहां आयकर विभाग ने एक बार फिर छापा मारा है। छापेमारी की कार्रवाई बुधवार की सुबह से देर रात तक चलती रही। छापेमारी की कार्रवाई विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विक्रम मनी के नेतृत्व में की गयी।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। शहर के नामचीन सोनी ज्वैलर्स के मालिक के मैरिस रोड स्थित आवास पर बुधवार को आयकर विभाग की टीम ने फिर डेरा डाला है। विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विक्रम मनी के नेतृत्व में पहुंची टीम ने प्रोहिडिट्रो आर्डर (पीओ) की कार्रवाई शुरू कर दी है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस कार्रवाई के तहत आरोपित करदाता व जांच के लिए आई आयकर विभाग के अफसरों की टीम की सहमति से संदिग्ध प्रपत्र व अघोषित आय व नकदी के आवश्यक प्रपत्र एक अलमारी में रखे जाते हैं। उसे सीज कर दिया जाता है। सुबह 10 बजे से शुरू हुई जांच देर रात तक जारी है।
विजय अग्रवाल के घर पर मारा गया था छापा
दरअसल, छह फरवरी को आयकर विभाग की टीम ने सुबह पांच बजे सोनी ज्वैलर्स के मालिक और सराफा कमेटी के अध्यक्ष विजय अग्रवाल के मैरिस रोड स्थित आवास पर छापा मारा था। विभाग की अन्य टीमें समद रोड एवं फूल चौराहा स्थित प्रतिष्ठान पर पहुंची। एक टीम शाहपाड़ा स्थित गोदाम पर पहुंची। अलीगढ़, मेरठ, झांसी की 50 सदस्यीय टीम जांच में जुटी थी। टीम का फूल चौराहा पर व्यापारियों ने विरोध भी किया था। टीम ने छापे वाले स्थानों के चप्पे चप्पे पर कार्रवाई की थी। मैरिस रोड स्थित आवास पर मौजूदा विधायक संजीव राजा व कोल विधायक अनिल पाराशर भी पहुंचे थे। अफसरों से इनकी नोकझोंक भी हुई थी। अगले दिन सात फरवरी को भी टीम ने कार्रवाई की थी। प्रदेश के विधानसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार उन दिनों जोरों पर था। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल अगले दिन शहर में थे। सूत्रों ने बताया कि गोयल से आयकर विभाग की इस कार्रवाई से चुनाव पर असर पड़ने की भाजपा नेताओं ने आशंका व्यक्त की।
22 करोड़ की ज्वेलरी के स्टाक को संदिग्ध माना
सूत्रों ने बताया कि चुनाव खत्म होने के बाद केंद्रीय प्रत्यक्षकर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इस अधूरी जांच के लिए फिर निर्देश दिए। अपर निदेशक जांच नीलम अग्रवाल गत वुधवार को आगरा मुख्यालय से आईं। डिप्टी डायरेक्टर जांच विक्रम मनी से गोपनीय बैठक की। जांच करने के निर्देश दिए। सुबह 10:30 बजे मनी, दो इंसपेक्टर व अन्य अफसरों के साथ सोनी ज्वैलर्स के मैरिस रोड स्थित आवास पर पहुंचे। टीम ने पीओ के लिए जांच शुरू कर दी। सूत्रों ने बताया कि जिस समय टीम ने जांच को बंद किया था, तब 22 करोड़ की ज्वैलरी के स्टाक को संदिग्ध माना था। टीम ने प्रतिष्ठानों की ओपनिंग व क्लोजिंग के दौरान आभूषणों का मिलान किया था। तब स्टाक में भारी अंतर था। साथ ही 60 लाख रुपये करीब नकदी थी। मकान की वैल्यू सहित अन्य प्रोपर्टी की वैल्यू लगी नहीं थी।
आयकर अफसरों ने नहीं उठाया फोन
आयकर विभाग की टीम विजय अग्रवाल पर सरेंडर का दबाव बनाना चाह रही है, ताकि अघोषित नकदी, ज्वैलरी व प्रोपर्टी पर टैक्स व जुर्माना वसूला जाए। समाचार लिखे जाने तक जांच में जुटे आयकर अफसरों ने मोबाइल नहीं उठाए। टीम जांच में जुटी है।
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