श्रीमद् भागवत कथा में बही कृष्ण भक्ति की रस धारा, पं बिहरीलाल महाराज के भजनों पर थिरके श्रद्धालु
श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण भक्ति की रस धारा बही। कथा के दौरान कृष्ण और सुदामा की मित्रता का अनूठा संगम देखने को मिला। वृंदावन से मशहूर कथावाचक बिहारीलाल महाराज ने अपनी मधुर आवाज में ऐसे भजन सुनाए कि श्रद्धालु थिरकने पर मजबूर हो गए।

अलीगढ़, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में विश्व बैंक कालोनी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण भक्ति की रस धारा बही। कथा के दौरान कृष्ण और सुदामा की मित्रता का अनूठा संगम देखने को मिला। वृंदावन से मशहूर कथावाचक बिहारीलाल महाराज ने अपनी मधुर आवाज में ऐसे भजन सुनाए कि श्रद्धालु थिरकने पर मजबूर हो गए। कुछ देर के लिए मथुरा की बृज संस्कृति का माहौल अलीगढ़ में दिखाई दिया।
विश्व बैंक कालौनी के पार्क में बरगद और पीपल के पेड़ की छाव और चल रही भागवत कथा का श्रद्धालुओं ने भरपूर आनंद लिया।
कथा के दौरान आयोजकों ने कथावाचक बिहारीलाल महाराज का भक्त बलदेव सारस्वत ने तिलक लगाकर अभिनंदन किया।
कथा में महिला समेत सभी भक्तों ने महाराज का अभिनंदन किया।
पंडित बिहारीलाल महाराज ने कोरोना के नियमों का पालन करने की अपील की
वृंदावन से आए कथा वाचक पंडित बिहारीलाल महाराज ने श्रद्धालुओं से अपील की वह कोरोना के नियमों का पालन करें। कोरोना खत्म नहीं हुआ है।
महाराष्ट्र व दिल्ली में निकल रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या संकेत दे रही है कि कोरोना की चौथी लहर कभी भी आ सकती है। इसलिए दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का पालन करने का अनुरोध किया।
ये रहे मौजूद
इस दौरान शैलेन्द्र सारस्वत रिंकी सारस्वत, सुरजीत सक्सेना शिल्पी सक्सेना,सुशील राजपूत, देवेंद्र बघेल,लज्जाराम, रामेश्वर दयाल सारस्वत, हरेश्वर शर्मा,दीपक सोनी, बलदेव सारस्वत, सोमेश सारस्वत, कार्तिक, शिवाय शर्मा, देव राजपूत, मुकुल गौरी, गौरव कुमार, मयंक शर्मा, देव तोमर सारस्वत एवं विश्व बैंक कॉलोनी के अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
भगवान सदैव भक्तों के साथ
यह प्रवचन कथा वाचक बिहारीलाल ने बरौला बाईपास रोड के निकट विश्व बैंक कालोनी में आयोजित श्रीमदभागवत कथा में दिए। उन्होंने कहा भगवान भक्तों की पीड़ा को हर लेते हैं। भगवान व भक्त के बीच अटूट रिश्ता रहा है और हमेशा रहेगा। वृंदावन से आए कथा वाचक पंडित बिहारीलाल महाराज ने कहा कि जब- जब भक्त कष्ट में आए हैं और भूमि पर पापियों का पाप बड़ा है। तब-तब भगवान ने सभी का कष्ट मिटाने के लिए अवतार लिया। पापी कंस को मारने और गीता का उपदेश देने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अवतार लिया। भगवान आज भी सभी भक्तों के साथ हैं। सिर्फ भक्त का भाव सच्चा होना चाहिए।
सदमार्ग पर चलते हुए अच्छे कार्य करें युवा
कुछ लोगों का कहना है कि जो लोग जितनी पूजा पाठ करते हैं, वही ज्यादा परेशान है, के जवाब में पंडित बिहारीलाल महाराज ने कहा ऐसा नहीं है। यह सब कर्मो के फल पर आधारित है। सात जन्म पहले किए गए गलत कर्मों का फल इंसान को भुगतना जरूर पड़ता है। भीष्म पिता का उदाहरण के सबके सामने है। मौजूदा समय में दो साल के बच्चे को भी कैंसर हो रहा है। इसलिए जरूरी है कि इंसान को सदैव सदमार्ग पर चलते हुए अच्छे कार्य करने चाहिए।
कृष्ण की बाल लीलाओं का किया वर्णन
कथा शुरू होने से पहले विश्व बैंक कालोनी में कलश यात्रा निकली गई। इसमें श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कथा का शुभारंभ एक जून को हुआ था। तब से निरंतर चल रही है। पं बिहारीलाल महाराज ने श्रीमद्भागवतकथा में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन, कंस वध, महारास लीला व कृष्ण रुक्मिणी विवाह आदि कथाओं का वर्णन किया। साथ ही कृष्ण रुक्मिणी की मनमोहक झांकी के दर्शनों का भक्त ने भरपूर आनंद लिया। भक्ति संगीत के बीच सुन्दर झांकियों ने भक्तों को नृत्य करने के लिए मजबूर कर दिया। भक्तों ने भक्तिभाव का आनन्द लिया।
गलती से न करें ये पांच काम
।- शिक्षा का प्रभाव अशिक्षित पर न डालें,
2- धन का प्रभाव गरीब को न दिखाएं
3- असहायों को न सताएं
4- किसी भी धर्म की उपेक्षा न करें।
5- वैभव पर घमंड न करें।
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