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    Aligarh News : बुखार-जुकाम के लक्षण होने पर सरकारी अस्पतालों में कराएं इलाज, मिलेंगी ये सुविधाएं

    By Sandeep Kumar SaxenaEdited By:
    Updated: Wed, 21 Sep 2022 06:49 PM (IST)

    मौसम तेजी बदल रहा है। बुखार जुकाम डेंगू मलेरिया समेत अन्य संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं। अगर किसी भी व्यक्ति में इन बीमारियों के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो वह तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जांच कराए।

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    हेलो जागरण कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज त्यागी ने दी जानकारी।

    अलीगढ़, जागरण संवाददाता। मौसम तेजी बदल रहा है। बुखार, जुकाम, डेंगू, मलेरिया समेत अन्य संक्रामक बीमारियां फैल रही हैं। अगर किसी भी व्यक्ति में इन बीमारियों के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो वह तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पतालों में जांच कराए। चिकित्सक की सलाह पर खून की जांच जरूर करवा लें। मोहल्ले व घरों के आसपास साफ-सफाई रखें। पानी को एकत्रित न होने दें। तीन से चार दिन में कूलर व फ्रीज का पानी बदल लें। अफवाहों पर ध्यान न दें। यह बातें बुधवार को Dainik Jagran दैनिक जागरण के हेलो जागरण कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज त्यागी  CMO Neeraj Tyagi ने कहीं। उन्होंने पाठकों के सवालों के जवाब दिए। प्रस्तुत हैं कुछ प्रमुख सवाल-जवाब...

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    -कई महीने से खुजली की समस्या है। पूरे शरीर में दाने से निकल आए हैं। दवा खाने पर कुछ दिन फायदा होता है, लेकिन फिर परेशानी बढ़ जाती है।- जावेद, गडराना

    - कई बार बरसात की मौसम में खुजली की समस्या हो जाती है, लेकिन सबसे पहले आप नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर जांच कराइए। पानी का अधिक सेवन करिए। घर के आसपास साफ-सफाई रखिए।

    खाना खाते ही शौंच को जाना पड़ता है। घबराहट भी बहुत होती है।- यशपाल, अतरौली

    -लक्षण के हिसाब से सुगर की बीमारी प्रतीत होती है। नशों में कमजोरी की भी दिक्कत रहती होगी। दीनदयाल व मलखान सिंह अस्पताल में एक बार किसी फिजीशियन को जरूर दिखवा लीजिए। वह जांच के बाद दवा देंगे।

    पत्नी के लीवर में सूजन की समस्या है। खून की भी कमी रहती है। भूख कम लगती है। पेट में दर्द रहता है।-रिकेश चौहान, बिलौना, जवां

    -फेटी लीवर होने पर यह लक्षण शुरू होने लगते हैं। एक बार दीनदयाल व मलखान सिंह अस्पताल में जांच करवा लीजिए। इन दोनों अस्पतालों के चिकित्सक इस बीमारी के इलाज करने में सक्षम हैं।आयुष्मान कार्ड योजना से निजी अस्पताल में भी इलाज करा सकते हैं।

    15-20 दिन से हिचकियां आ रही हैं। पेट भारी रहता है। सूखी उल्टियां प्रतीत होती हैं। - राजीव दीक्षित, बेगमबाग

    लक्षण के आधार पर यह पेट की समस्या है। तनाव बढ़ने पर इस तरह के लक्षण बढ़ जाते हैं। ऐसे में तनाव मुक्त रहने का प्रयास करिए। खाना समय पर खाईए। खाना खाने के 30 मिनट बाद पानी पीजिए। नजदीकी अस्पताल में जाकर फिजीशियन की सलाह लें।

    मेरा बच्चे व पत्नी को कई दिन बुखार आ रहा है। नाक बहने की भी समस्या है।- मो. अब्दुल्ला, भुजपुरा

    अभी मौसमी बुखार चल रहे हैं। ऐसे में तत्काल नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर सबसे पहले खून की जांच कराईए। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या बीमारी है। इसी अस्पताल से दवा ले लीजिए।

    इन्होंने भी किए सवाल

    रामप्रकाश नौरागाद, रानू सुरेंद्र नगर, हर्ष बरला, प्रेम प्रकाश अतरौली शामिल हैं।

    29 को लगवाएं बूस्टर डोज

    सीएमओ ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में जिन लोगों के दूसरे टीके को काफी समय बीत गया है। वह बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। जिले में इन दिनों इसका अभियान चल रहा है। 29 सितंबर को जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष कैंप लगाए जाएंगे। लोगों अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में पहुंचकर इसका इलाज करा सकते हैं।

    चिकित्सकों की कमी, बेहतर इलाज के प्रयास

    सीएमओ ने कहा कि जिले में 214 चिकित्सकों के मुकाबले महज 54 चिकित्सकों की तैनाती है,लेकिन स्वास्थ्य विभाग इतने के बाद भी बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास कर रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को तत्काल उपचार मिल रहा है। झोलाझापों के खिलाफ भी निरंतर छापामार कार्रवाई जारी है।गोल्डन कार्ड के लिए शहर और देहात में कैंप लगाए जा रहे हैं।