एएमयू को सहयोग देता रहेगा हैदराबाद का निजाम परिवार, मीर नजफ अली खान ने की घोषणा
हैदराबाद के निजाम परिवार के वंशज मीर नजफ अली खान ने एएमयू को भविष्य में भी सहयोग जारी रखने की बात कही है। उन्होंने एएमयू की गौरवशाली परंपरा की सराहना की और निजाम परिवार द्वारा विश्वविद्यालय की स्थापना में दिए गए योगदान को याद किया। एएमयू के यूनानी चिकित्सा संकाय में उनका स्वागत किया गया, जहाँ उन्होंने विश्वविद्यालय से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। हैदराबाद के सातवें निजाम, हिज एक्सेलेंसी मीर उस्मान अली खान के पोते और प्रिंस हाशम जाह बहादुर के पुत्र हिज एक्सेलेंसी मीर नजफ अली खान ने कहा है कि वे और उनका परिवार भविष्य में भी एएमयू गतिविधियों में सहयोग जारी रखेगा। उन्होने एएमयू की गौरवशाली विरासत की प्रशंसा की। सर सैयद के समय में भी हैदराबाद के निजाम ने यूनिवर्सिटी की स्थापना में मदद की।
बुधवार को प्रिंस हाशम जाह बहादुर के पुत्र हिज एक्सेलेंसी मीर नजफ अली खान एएमयू में थे। यूनानी चिकित्सा संकाय के जराहत विभाग में उनके लिए सम्मान में स्वागत समारोह का आयोज किया गया। मीर नजफ अली खान ने यूनिवर्सिटी से जुड़ी यादों को ताजा किया।
यूनानी संकाय के डीन प्रो. सैयद मोहम्मद सफदर अशर, प्रो. बदरुद्दुजा खान ने भसी विचार रखे। विभागाध्यक्ष प्रो. तफ्सीर अली ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि निजाम परिवार ने एएमयू और तिब्बिया कालेज व अस्पताल के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
निजाम परिवार ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय सहित कई शैक्षणिक और चिकित्सकीय संस्थानों को भी दान दिए। डा. सीमीं उस्मानी ने विभाग की गतिविधियों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। विशिष्ठ अतिथि प्रो. नजर अब्बास ने निजाम हैदराबाद के ऐतिहासिक योगदानों का उल्लेख किया।
प्रो. इकबाल अजीज ने धन्यवाद ज्ञापित और सचिव डा. मोहम्मद तारिक ने संचालन किया। डा. राबिया रियाज, हलीमा अजीज यूनिवर्सिटी, मणिपुर के कुलपति डा. सैयद अहमद अब्बास, कोर्ट सदस्य खालिद मसूद, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन, बेंगलुरु के निदेशक प्रो. सय्यद शाह आलम, रीजनल रिसर्च इंस्टिट्यूट आफ यूनानी मेडिसिन के डा. सैयद अब्बास हेदर जैदी, इमामिया सोसायटी के सचित तौकीर रजा आदि थे।

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