अलीगढ़-पलवल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे: 1350 करोड़ होंगे खर्च, सबसे पहले तैयार होगा खैर बाईपास; निर्माण कार्य में आई तेजी
अलीगढ़-पलवल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। 31 गांवों में भूमि अधिग्रहण के बाद किसानों को मुआवजा दिया गया है और एनएचएआई ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। खैर बाईपास का निर्माण प्राथमिकता पर है, जिसका लक्ष्य एक वर्ष में पूरा करना है। इस परियोजना पर 1350 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, जिससे अलीगढ़ से दिल्ली और हरियाणा के शहरों तक आवागमन सुगम होगा।

अलीगढ़ में होता निर्माण कार्य। जागरण
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़–पलवल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य ने अब रफ्तार पकड़ ली है। जिले के 31 गांवों में भूमि चिह्नांकन पूरा होने के बाद अधिकांश किसानों को मुआवजा वितरण किया जा चुका है। मुआवजा मिलने के बाद संबंधित भूमि पर एनएचएआइ ने कब्जा लेकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। वर्तमान में सड़क पर मिट्टी डालने व भूमि समतलीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है।
भूमि पर कब्जा लेकर अलीगढ़-पलवल मार्ग पर शुरू हुआ समतलीकरण का कार्य
इस हाईवे में सबसे पहले खैर के बाहरी क्षेत्र में बाइपास के निर्माण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। लोगों को इस कस्बे में जाम के झाम से बचाने के लिए ऐंचना, उदयगढ़ी, लक्ष्मणगढ़ी व बांकनेर गांवों के पास निर्माण कार्य प्रगति पर है। लक्ष्मणगढ़ी में कट का निर्माण भी शुरू हो चुका है। अधिकारियों का दावा है कि अगले एक वर्ष में सबसे पहले यह बाइपास तैयार होगा।
जल्द ही इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। एनएचएआइ के मुताबिक इस परियोजना पर कुल 1350 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है, जिसमें 700 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर खर्च किए जा रहे हैं। अन्य से निर्माण कार्य होने हैं। हरियाणा की सीडीएस कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
31 कुल गांव से हाईवे निर्माण के लिए ली जानी है भूमि
कंपनी ने लगभग छह महीने पहले कार्य आरंभ किया था। शुरुआती दिनों में रफ्तार धीमी रही, लेकिन अब कार्य ने गति पकड़ ली है। 72 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के बनने से अलीगढ़ से पलवल, यमुना एक्सप्रेसवे व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के बीच संपर्क और भी सुगम हो जाएगा। इसके तैयार होने पर अलीगढ़ से दिल्ली, नोएडा, एनसीआर, गुरुग्राम व हरियाणा के अन्य शहरों तक आवागमन में काफी आसानी होगी। परियोजना को अगले डेढ़ वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
02 तहसील कोल व इगलास के गांव से गुजरेगा हाईवे
यह हाईवे जिले की कोल तहसील के खेरेश्वर चौराहा से शुरू होकर खैर, जट्टारी व टप्पल के रास्ते हरियाणा की सीमा तक जाएगा। परियोजना के लिए कुल 325 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। इसमें से अब तक दो सौ हेक्टेयर से भूमि का अधिग्रहण पूरा किया जा चुका है। शेष भूमि के अधिग्रहण के लिए प्रशासनिक टीम द्वारा प्रभावित गांवों में शिविर लगाए जा रहे हैं।
इन गांव से गुजर रहा है हाईवे
ऐंचना, अर्राना, चौधाना, गणेशपुर, हिरपुरा, इतवारपुर, जलालपुर, जरारा, नगला अस्सू, राजपुर, रेसरी, बांकनेर, बुलाकीपुर, उदयगढ़ी, खेड़िया बुजुर्ग, लक्ष्मणगढ़ी, उसरह रसूलपुर, घरबरा, नगला अस्सू, पड़ियावली, लोधा, बैरमगढ़ी, जलालपुर, टप्पल, बुलाकीपुर, खंडेहा, अंडला, फाजिलपुर कलां, डोरपुरी, खेड़िया बुजुर्ग, मईनाथ, पड़ील, लौहसरा विसावन, सोतीपुरा, कुराना व हामिदपुर
हाईवे निर्माण में काफी किसानों को मुआवजे का वितरण किया जा चुका है। शेष गांव में तेजी से वितरण किया जा रहा है। कंपनी ने निर्माण कार्य की भी शुरुआत कर दी है। खैर बाइपास पर भी तेजी से काम चल रहा है। जिन किसानों या भूमि स्वामियों का निवास ग्राम से बाहर है, उन्हें भी सूचना देकर आवश्यक दस्तावेज भरवाकर मुआवजा दिया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेजी से करने के प्रयास हो रहे हैं। पंकज कुमार, एडीएम प्रशासन
खैर बाइपास पर भी तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। लक्ष्मणगढ़ी समेत अन्य गांव में मिट्टी डालकर भूमि का समतलीकरण किया जा रहा है। एनएचएआइ ने लक्ष्मणगढ़ी में भी कट देकर ग्रामीणों को विशेष सुविधा दी है। इस हाईवे के निर्माण से लोगों को काफी फायदा मिलेगा। महेश कुमार, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि
खैर कस्बा पिछले कई वषों से जाम के झाम से जूझ रहा है। लोगों को काफी परेशनी होती है। अब नया बाइपास बनने से काफी आसानी होगी। तेजी से इस हाईवे के निर्माण पर काम चल रहा है। इस मार्ग के बनने से कई जिलों के लोगों को फायदा मिलेगा।
मानवेंद्र प्रताप सिंह, निवासी खैर
हाईवे निर्माण पर सरकार ने काफी काम किया है। अब अलीगढ़-पलवल मार्ग का निर्माण भी बड़ी उपलब्धि है। खैर बाइपास पर दिनों तेजी से काम किया जा रहा है। इस मार्ग के बनने से लोगों को काफी फायदा मिलेगा। विनीत सिंह, निवासी लक्ष्मनगढ़ी
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