भक्ति ही कल्याण का सरल साधन
संवाददाता, इगलास : भक्ति की मनुष्य के कल्याण का सरल और सीधा साधन है। ईश्वर का भजन करने वाला व्यक्ति सद्गति को प्राप्त करता है।
यह प्रवचन मतरोई गांव में श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा व्यास श्रीकृष्ण महाराज ने कहे। उन्होंने कहा कि हर प्राणी को कुछ समय निकालकर परमात्मा का भजन करना चाहिए। भक्त और भगवान का अटूट संबंध है। उन्होंने कथा में उद्धव और गोपी संवाद का मार्मिक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण जब मथुरा में चले गए तो उनके वियोग में गोकुल की गोपियों का बुरा हाल था। ऐसे में जब उद्धव ने उन्हें समझाया और कहा कि गोपिकाओ तुम क्यों पागल हो रही हो। श्रीकृष्ण तो परमब्रह्म हैं और सर्व व्यापक हैं तो गोपियों ने उनसे कह दिया कि उद्धव अपने ज्ञान को अपने पास ही रखों। हम तो सगुण, साकार कृष्ण कन्हैया के उपासक है। उन्होंने कंस वध, द्वारिका निर्माण, रुकमिणी मंगल आदि कथाएं भी सुनाईं। इस मौके पर गोपाल रावत, नरेन्द्र दीक्षित, तरूण दीक्षित, कालीचरन उपाध्याय, राजू, नगेन्द्र, कृष्णकुमार, कांन्ती प्रसाद, रमेशचन्द, चन्द्रकान्ता, सूरजपाल, उर्मिला, मनोरमा, लक्ष्मी, सुनीता, पुष्पादेवी आदि मौजूद थीं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।