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    Russia Ukraine News : हाथरस की बेटी अनुष्‍का ने बताया 24 घंटे लाइन में लगकर पार किया यूक्रेन बार्डर, रोमानिया में रुके, चाय बिस्कुट खाकर काटे दिन-रात

    By Anil KushwahaEdited By:
    Updated: Wed, 02 Mar 2022 08:18 PM (IST)

    बीते एक सप्‍ताह से यूक्रेन और रूस में युद्ध चल रहा है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र वहां दहशत के साये में रह रहे हैं । यूक्रेन से लौटी सादाबाद की बेटी अनुष्‍का गौतम ने वहां का आंखों देखा हाल सुनाया।

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    यूक्रेन से लौटने के बाद अपने स्‍वजन के साथ अनुष्‍का गौतम।

    हाथरस/सादाबाद, जागरण संवाददाता।  यूक्रेन में युद्ध और बमवारी के बीच एक-एक पल दहशत में कटा। यूक्रेन से बाहर निकलने के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर किया। माइनस दो डिग्री तापमान में यूक्रेन-रोमानिया बार्डर पर खड़े रहे 24 घंटे लाइन में लगे रहने के बाद राेमानिया में प्रवेश कर सके। तब कहीं जाकर जान में जान आई। ज्यादातर जगहों पर मांसाहारी खाना मिल रहा था, इसलिए चाय और बिस्कुट खाकर दिन-रात काटे। यूक्रेन के टर्नाेपिल शहर से वापस सादाबाद लौटी अनुष्का गौतम यूक्रेन के भयावह हालातों को बताते हुए फफक पड़ीं। वतन वापसी के लिए वह भारत सरकार की खूब सराहना कर रही हैं।

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    स्‍वजन से मिलकर आंख भर आई

    सादाबाद के अनिल गौतम की बेटी अनुष्का गौतम मंगलवार की देर रात घर पहुंची तो स्वजन से मिलकर आंख भर आई। सुबह मीडिया से बातचीत में उन्हाेंने बताया कि वह टर्नाेपिल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की चौथी वर्ष की छात्रा थी। 21 फरवरी से ही यूक्रेन में हालात खराब होने लगे थे। यूनिवर्सिटी से मिले निर्देशों के अनुसार उन्हें टर्नेापिल में ही 25 फरवरी तक शेल्टर होम में रुकना पड़ा। यहां खाना-पीना सीमित था। ज्यादातर खाना मासाहारी था। इसलिए शाकाहारी खाना खाने वाले थे चाय और बिस्कुट से काम चला रहे थे। 26 फरवरी को शेल्टर होम से रोमानिया बार्डर के लिए रवाना हुई। करीब पांच सौ किलोमीटर का बस से सफर किया। रोमानिया में प्रवेश के लिए भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी। 24 घंटे लाइन में इंतजार किया तब जाकर अनुष्का को रोमानिया में एंट्री मिल सकी। रोमानिया में प्रवेश के बाद एंबेसी आफ इंडिया इन रोमानिया की टीम ने पूरी मदद की। उन्हें घर वापस भेजने का भरोसा दिया।

    150 छात्र-छात्राएं शेल्‍टर होम मे रुके थे

    अनुष्का ने बताया उसकी फ्रेंड सादाबाद की ही लिपि उपाध्याय सहित करीब 150 छात्र-छात्राएं शेल्टर होम में रुके हुए थे, जो यूक्रेन में खराब होते हालातों के बीच अलग-अलग बार्डर के लिए रवाना हुए थे। संघर्ष के इन दिनों में यूक्रेन गवर्नमेंट एजेंसी, यूक्रेन सैनिकों का व्यवहार बहुत ज्यादा अच्छा नहीं था। रोमानिया से भारतीय दूतावास ने अनुष्का को मंगलवार को इंडिया के लिए रवाना किया था। देर रात अनुष्का के पिता अनिल गौतम उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर घर पहुंचे। अनुष्का के घर वापसी से दादी प्रकाशवती गौतम, पिता अनिल गौतम, मां बृजेश देवी, भाई आकाश, अभय और अजय बेहद खुश हैं। अनुष्का ने सरकार को धन्यवाद देते हुए अपील की है कि अन्य छात्र-छात्राओं को भी जल्द घर लाया जाए।