₹500-500 की गड्डी देकर बोला- इसे ट्रांसफर कर दो, बांग्लादेश से 25 लाख के नकली नोट लेकर भारत में घुसे तस्कर और फिर...
बांग्लादेश से तस्करी कर लाए गए 25 लाख रुपये के नकली नोट भारत में खपाने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली गेट पुलिस ने एक लाख रुपये के नकली नोटों के साथ एटा के एक सप्लायर को जन सुविधा केंद्र में ट्रांसफर के दौरान गिरफ्तार किया।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। बांग्लादेश के तस्कर भारत में आर्थिक नुकसान पहुंचाने में भी लगे हुए हैं। पिछले दिनों बांग्लादेश से 25 लाख रुपये के नकली नोटों की खेप भारत पहुंची है। जिन्हें सप्लाय अब खपाने में लगे हुए हैं। देहली गेट पुलिस ने जन सुविधा केंद्र में नकली नोट देकर एक लाख रुपये ट्रांसफर कराने पहुंचे एटा निवासी एक सप्लायर को गिरफ्तार किया है।
उसने 500-500 के नोट देकर मालदा के एक शख्स को क्यूआर कोड के माध्यम से एक लाख रुपये आनलाइन ट्रांसफर कराने का प्रयास किया था। शक होने पर केंद्र संचालक ने पुलिस बुला ली। आरोपित को पांच सौ के 434 नकली नोटों (2.70 लाख रुपये) के साथ गिरफ्तार कर लिया। उसका एक साथी फरार हो गया । आरोपित पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के व्यक्ति के संपर्क में था। बांग्लादेश से नोट पहले मालदा पहुंचे, वहां से सप्लायरों को खपाने के लिए मिले।
गड्डी देकर बोले- इसमें ट्रांसफर कर दो
देहलीगेट क्षेत्र के गूलर रोड गली नंबर एक के निवासी दीपक वार्ष्णेय ने बताया कि खैर रोड पर ज्योति टेलीकाम सुभाष मार्केट स्थित एक दुकान में वह जन सुविधा केंद्र चलाते हैं। शुक्रवार की रात करीब नौ बजे बुलेट बाइक से दो युवक आए। उस वक्त दुकान में उत्कर्ष थे। उन्होंने उत्कर्ष से एक लाख रुपये आनलाइन ट्रांसफर करने को कहा। उन युवकों 500-500 रुपये के नोटों की गड्डियां दीं और एक क्यूआर कोड दिखाकर बोले कि इसी में ट्रांसफर होने हैं।
नोट छूने पर उत्कर्ष का शक हुआ तो उसने फोन कर उन्हें इसकी जानकारी दी। वह भी मौके पर पहुंच गए। जो 500 के नोट थे, उसमें महात्मा गांधी का फोटो व तार असली नोटों की तरह स्पष्ट नहीं थे। दूसरे एंगल से देखने पर तार का रंग भी नहीं बदल रहा था। नोट देने वाले व्यक्ति से जब नाम पूछा तो उसने कासगंज जिले के गंजडुंडवारा क्षेत्र के एटा रोड गणेशपुर बाग निवासी जिकरुल हसन बताया।
आरोपित को जब लगा कि उन्हें इसकी जानकारी हो रही है तो वह भागने की कोशिश करने लगा। उसने कहा कि मेरा एक साथी बाहर खड़ा है, वह मुझे बुला रहा है। फौरन पुलिस को इसकी सूचना दे दी। मौके पर थाना पुलिस पहुंच गई और आरोपित को हिरासत में ले लिया। उसका साथी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर आरोपित को जेल भेज दिया है।
बांग्लादेश से हो रही नकली नोटों की तस्करी
एएसपी प्रथम मयंक पाठक ने बताया कि जो क्याआर कोड लेकर आए थे, उसकी छानबीन की गई तो वह किसी अब्दुल रहमान नाम के व्यक्ति से संबंधित था। वह मालदा का निवासी है। पुलिस ने शक है कि मालदा से ये नोट ट्रांसफर किए गए हो सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मालदा निवासी उस व्यक्ति का इन नोटों को लेकर बांग्लदेश के तस्करों से कनेक्शन हो सकता है। इसकी तह तक जाने के लिए पड़ताल की जा रही है। पकड़े गए आरोपित से भी पूछताछ की जा रही है।
434 नकली नोट मिले
आरोपित के पास से 500-500 के 434 नोट मिले है। उन्होंने बताया कि हो सकता है एक लाख रुपये यहां ट्रांसफर कराने के बाद अन्य रुपये वह दूसरी जगह से ट्रांसफर कराने की योजना बना रहे थे। इसकी जांच की जा रही है। उनके पास से 2.17 लाख रुपये के नकली 500 के नोट मिले हैं।
सामान्य व्यक्ति नहीं समझ सकता इन नोटों की असलियत
एएसपी के अनुसार ये नोट सामान्य तरीके से देखने में बिल्कुल असली हैं। यानि यदि किसी साधारण व्यक्ति को ये नोट दिए जाएं तो वह इसे स्वीकार कर लेगा। लेकिन, बारीकी से देखने पर महात्मागांधी की फोटो, तार और कागज की गुणवत्ता को समझने पर नोट के नकली होने की पहचान की जा सकती है।
मार्च में जेल गया था आरेापित
पकड़े गए आरोपित जिकरुल हसन को इसी साल मार्च में रोरावर पुलिस ने उसके एक साथी के साथ 70 हजार रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। जेल से छूटने के बाद वह गिरोह के संपर्क में आ गया। इसके बाद वह बड़ी खेप बाजार में खपाना चाहता था।
आरोपित से पूछताछ में पता चला है कि बांग्लादेश से 25 लाख रुपये के नकली नोट भारत आए हैं। जिकरुल हसन सहित उसके चार-पांच साथी इन नोट को बाजार में खपाने में लगे हुए हैं। सभी आरोपित अलीगढ़ के आसपास के जिलों के हैं। जिन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- मयंक पाठक, एएसपी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।