हाथरस में शराब पीने से हुईंं छह मौत के मामले में आबकारी निरीक्षक और बीट कांस्टेबल निलंबित
हाथरस गेट कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला सिंघी अौर नगला प्रह्लाद में शराब पीने के बाद छह लोगों की मौत के बाद तीन दिन पहले ही प्रथम दृष्टया लापरवाही में इलाके के दारोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया था।

हाथरस, जेएनएन। हाथरस गेट कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला सिंघी अौर नगला प्रह्लाद में शराब पीने के बाद छह लोगों की मौत के बाद तीन दिन पहले ही प्रथम दृष्टया लापरवाही में इलाके के दारोगा और सिपाही को निलंबित कर दिया था। शुक्रवार को शासन ने आबकारी विभाग को भी दोषी मानते हुए इलाके के आबकारी निरीक्षक और बीट कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है।
परिजनों ने आरोप लगाया
बता दें कि चार दिन पहले यानी सोमवार को हाथरस गेट कोतवाली क्षेत्र के गांव नगला सिंघी और नगला प्रह्लाद में सिंघी समाज के लोगों ने कुलदेवता शहीद बाबा पीर की पूजा की थी। इसमें रिवाज है कि पूजा में समाज के लोग अपने कुलदेवता को शराब चढ़ाते हैं। उसी शराब को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते है। इसी को पीने के बाद 12 लोगों की हालत बिगड़ गई है। परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव के ही रामहरी द्वारा से पूजन के लिए 20 क्वार्टर देशी शराब ली थी। इनमें छह लोगों की मौत होेने की सूचना पर प्रशासन हिल गया था। डीएम-एसपी गांव में पहुंच गए थे।
एसपी ने किया निलंबित
एसपी विनीत जायसवाल ने लापरवाही बरतने पर हल्का इंचार्ज रामदास पचौरी, कांस्टेबल रिंकू सिंह को निलंबित कर दिया है। इस प्रकरण में भूमिका को लेकर एसएचओ जगदीश चंद्र के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को शासन ने इस प्रकरण मे्ं आबकारी विभाग की भी लापरवाही मानते हुए इलाके के आबकारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह और सिपाही सुषमा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन की पुष्टि जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने की है। पुलिस अवैध रूप से शराब बेचने वाले रामहरि को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
अभी नहीं खुलीं शराब की दुकानों की सील
हाथरस : छह लोगों की मौत के बाद आबकारी टीम ने सासनगेट खातीखाना और माधव विहार कालोनी स्थित देसी शराब की दो दुकानों को सील कर दिया गया था क्योंकि गांव में जहां घटना हुई वहां से शराब के खाली क्वाटरों से ली गई स्केन से इस बात का पता चला था कि शराब नगर की उपरोक्त दाेनों दुकानों से खरीदी गई थी। दुकानों के माल के नमूने लेकर सील कर दिया गया था। नमूने जांच के लिए आबकारी विभाग की प्रयोगशाला मेरठ बुधवार को भेज दिए थे जिनकी रिपोर्ट गुरुवार को मिल गई। रिपोर्ट के अनुसार भेजे गए नमूनाें में शराब में कोई नहीं मिली। हालांकि प्रशासन ने अभी तक दोनों दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं दी है। ये दुकानें अर्चना सिंह माधव विहार और सासनीगेट की दुकान पुष्पारानी के नाम है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।