ESI Hospital : फफूंदी लगा ब्रेड व खराब दूध देख भड़के रोगी, हंगामा
ईएसआइ (कर्मचारी राज्य बीमा) हास्पिटल में बुधवार को नाश्ते में फफूंदी लगे ब्रेड व एक्सपायर दूध परोसे जाने पर रोगियों व उनके तीमारदारों ने हंगामा कर दिया। आरोप है कि मक्खन तक नकली दिया गया। दूध उबालने के लिए तीमारदारों को बाहर जाना पड़ा जो फट गया।
अलीगढ़,जागरण संवाददाता। ईएसआइ (कर्मचारी राज्य बीमा) हास्पिटल में बुधवार को नाश्ते में फफूंदी लगे ब्रेड व एक्सपायर दूध परोसे जाने पर रोगियों व उनके तीमारदारों ने हंगामा कर दिया। आरोप है कि मक्खन तक नकली दिया गया। दूध उबालने के लिए तीमारदारों को बाहर जाना पड़ा, जो फट गया। ठेकेदार ने आकर उल्टे स्टाफ को धमकाया। सीएमएस के निर्देश पर ब्रेड तो बदल दी, लेकिन रोगियों को दूध नहीं दिया। सीएमएस ने जल्द ही नई फर्म को टेंडर देने की बात कही है।
यह है मामला
आगरा रोड स्थित ईएसआइ हास्पिटल में बुधवार सुबह आठ-दस रोगी भर्ती थे। प्रत्येक को नाश्ते में चार ब्रेड, आधा लीटर पैकेज्ड दूध (गाय का) व थोड़ा मक्खन दिया गया। पैकेज्ड दूध को उबालने के लिए तीमारदारों को बाहर जाना पड़ा। रोगियों ने जैसे ही नाश्ता शुरू किया चौंक गए। ब्रेड पर फफूंदी लगी थी। उन्होंने स्टाफ नर्स व वार्ड ब्वाय से शिकायत की। दूध भी फुलक्रीम देने की बजाय पाश्चराइज्ड मिला, जिसकी एक्सपायर डेट भी 11 मई थी, जो उबालते ही फट गया। मक्खन की गुणवत्ता व मात्रा पर भी रोगियों ने सवाल उठाया। ठेकेदार को बुलाया गया। आरोप है कि उसने रोगियों को हड़काया। स्टाफ को ड्यूटी सिखाने की धमकी दी। ब्रेड में फफूंदी व दूध फटने पर रोगियों-तीमारदारों ने हंगामा शुरू कर दिया। ओपीडी में आए रोगियों की भीड़ इक_ा हो गई। सीएमएस डा. एसके सिंह ने ब्रेड चेक किए तो आरोप की पुष्टि हो गई। ठेकेदार फंफूदी लगे ब्रेड लेकर चला गया। बाद में दूसरे दो-दो ब्रेड भिजवाए।
रोगियों की पीढ़ा
मैं मंगलवार को अस्पताल में भर्ती हुआ। आज नाश्ते में खराब ब्रेड दिया। जो दूध दिया गया, वह उबालते ही फट गया। आपत्ति जताने पर ब्रेड तो बदल दिए, दूध नहीं दिया गया।
- जुगनू, पाली रजापुर।
पत्नी और नाती का उपचार कराने आया हूं। मुझे दो ब्रेड दिए गए, जिन पर फफूंदी लगी हुई थी। दूध भी फट गया। शिकायत पर केवल ब्रेड ही बदले। दूध बाहर से खरीदना पड़ा।
- सूरजपाल, सराय बुजुर्ग।
मुझे भी फफूंदी वाला ब्रेड मिला, जिसे स्टाफ को लौटा दिया। दूध भी खराब हो गया। थोड़ा सा मक्खन दिया गया था, पता नहीं वह किस कंपनी का था।
- मछला, नगला बीरिया।
मुझे ही नहीं, सभी रोगियों को खराब ब्रेड व दूध परोसा गया। ब्रेड पर फफूंदी लगी थी। यहां हम उपचार कराने के लिए आए हैं, और बीमार होने के लिए नहीं।
- राजवीर सिंह,सिंघारपुर।
ठेकेदार की पहली बार शिकायत आई है। फिर भी नए सिरे से टेंडर निकालने के लिए तीन बार प्रक्रिया शुरू की गई, कोई नया ठेकेदार सामने नहीं आया। फफूंदी लगे ब्रेड बदलवाते हुए ठेकेदार को सुधार की चेतावनी दी गई है।
- डा. एसके सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।