Aligarh News: अग्रसेन जयंती महोत्सव के कार्यक्रमों में उमड़ा उत्साह, नहीं आए राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल
Maharaja Agrasen Shobhayatra अग्रकुल प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह हवन पत्रिका विमोचन व सम्मान समारोह हुआ। राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल को हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना करना था अभी तक नहीं आए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। अग्रकुल प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव Maharaja Agrasen Shobhayatra आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह हवन, पत्रिका विमोचन व सम्मान समारोह हुआ। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नितिन अग्रवाल को हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना करना था, जो अभी तक नहीं आए हैं।
अग्रेज्योति पत्रिका का विमोचन
मुख्य अतिथि राजकीय आयुर्वेदिक संस्थान ग्रेटर नोएडा के निदेशक ब्रिगेडियर डा. राकेश गुप्ता ने अभिनंदन समारोह में अग्रज्योति पत्रिका का विमोचन किया। अब से कुछ देर बाद शोभायात्रा अग्रचौक से शुरू होकर कंपनी बाग होते हुए शहर के विभिन्न मार्गों से गुजरेगी। शोभायात्रा में घोड़ों पर सवार राजकुमार, इलेक्ट्रानिक झांकियां होंगी। कई बैंड भी प्रस्तुति देंगे।
अग्रवाल समाज की सिरमौर है अग्रसेन शोभायात्रा
अलीगढ़। अग्रकुल प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन की 5146वीं जयंती है। अग्रवाल समाज 15 दिन के पखवाड़े के तहत कार्यक्रमों का आयोजन करता है। इसी अवसर पर 1991 में अग्रसेन चौक व महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा का अनावरण दैनिक जागरण के प्रधान संपादक स्वर्गीय नरेंद्र मोहन गुप्त ने किया था। उस समय मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह ने यह कार्यक्रम संबोधित किया था। यहशहर का सबसे आकर्षित चौक है। इसके अगले साल 32 साल पहले युवा अग्रवाल संगठन ने शोभायात्रा निकालना शुरू किया। तब से यह जयंती महोत्सव अग्रवाल समाज का सिरमौर है।
1985 में गठित हुआ युवा संगठन
महाराजा अग्रसेन सर्वसमाज के पूजनीय हैं। उस दौर में ज्वाला प्रसाद अनिल के नेतृत्व में अग्रसेन जयंती मनाई जाती थी। तब जयंती वाले दिन सुबह प्रभात फेरी निकालकर सामाजिक कार्य किए जाते थे। समय बदला। युवाओं की सोच में बदलाव आया। 1985 में अग्रवाल युवा संगठन का गठन हुआ। पहले अध्यक्ष अनिल नवरंग बने। यह संगठन महाराजा अग्रसेन की जयंती पर आयोजन करने लगा, मन में एक कसक थीं कि महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा नहीं लगी है। कई बार प्रयास किए। फेल हुए। करीब 30 साल बाद प्रदेश सरकार ने निकाय चुनाव कराने का निर्णय लिया।
अग्रवाल समाज को इस मौके का इंतजार था। उस दौर में कल्याण सिंह भाजपा के नायक बनकर उभरे थे। ओपी अग्रवाल को कई राजनीतिक दलों ने नगर पालिका चुनाव में प्रत्याशी घोषित किया। इन्हें कल्याण सिंह का समर्थन मिल गया और चुनाव जीत गए। उस समय अतिक्रमण से सड़कें संकरी थी। अग्रवाल समाज ने जीटी रोड रसलगंज को अग्रसेन चौक के लिए चुना। नगर पालिका परिषद (अब नगर निगम) अध्यक्ष ओपी अग्रवाल ने बोर्ड के सदन में इस प्रस्ताव को पास कराया। शर्त थी कि चौक के सुंदरीकरण पर खर्च खुद अग्रवाल समाज करेगा। इस पर अग्रवाल युवा संगठन ने हामी भर ली।
1992 से निकल रही शोभायात्रा
संगठन ने महाराजा अग्रसेन की तांबे की प्रतिमा लगाने व चौक सुंदरीकरण के लिए धन जुटाया। प्रतिमा का डिजाइन एएमयू के प्रो. डा. ब्रज कौशली ने तैयार किया। इसे खुद के कारखाने में तैयार किया। उस समय इस प्रतिमा पर पांच लाख रुपये खर्च हुए थे। चौक के सुंदरीकरण पर 10 लाख रुपये अलग खर्च किए गए। 1992 से अग्रसेन जयंती महोत्सव व शोभायात्रा निकली जा रही है।
अग्रसेन चौक की स्थापना के बाद अग्रवाल युवा संगठन शोभायात्रा निकालते आ रहा है। यह महोत्सव वैश्य समाज की आस्था का प्रतीक है।
अनिल नवरंग, संस्थापक अध्यक्ष, अग्रवाल युवा संगठन
पगड़ी बांधकर अग्रसेन जी तैयार होते हैं और तलवार उठाकर घोड़े पर चलते हैं तो सभी की निगाहें टिक जाती हैं। इस बार भी भव्यता से आयोजन होगा। शोभायात्रा देखने लायक होगी।
ऋषभ गर्ग, कारोबारी