कल से शुक्र अस्त और 16 से धनु राशि में धनु का प्रवेश, खरमास पर क्या कहते हैं अलीगढ़ के ज्योतिषाचार्य?
आचार्य पूर्णानंदपुरी महाराज के अनुसार, 14 दिसंबर से शुक्र अस्त और 16 दिसंबर से धनु संक्रांति के साथ ही खरमास शुरू हो रहा है। इसके चलते विवाह, गृह प्रव ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष धनु संक्रांति और शुक्र अस्त का संयोग सभी शुभ एवं मांगलिक कार्यों पर रोक लगा रहा है। वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज ने बताया कि 14 दिसंबर से शुक्र ग्रह अस्त होंगे जो 31 जनवरी 2026 को पुनः उदय होंगे। शुक्र को विवाह, गृह प्रवेश और दांपत्य-सौभाग्य का कारक माना गया है, इसलिए इस अवधि में शुभ कार्य करना वर्जित बताया गया है।
16 दिसंबर से धनु राशि में प्रवेश करेंगे सूर्य : स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज
पूर्णानंदपुरी ने बताया कि 16 दिसंबर को सुबह 04:26 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे खरमास प्रारंभ हो जाएगा। यह अवधि 14 जनवरी 2026 तक रहेगी। देवकार्य को छोड़कर अन्य शुभ कार्य जैसे विवाह, नए घर में प्रवेश, मुंडन, नामकरण और नए व्यवसाय का शुभारंभ इस समय नहीं किए जा सकते। उन्होंने कहा कि इस समय तप, ध्यान, दान, सेवा, स्वाध्याय और साधना के लिए श्रेष्ठ माना गया है। जब प्रकृति और ग्रहों की ऊर्जा भीतर की ओर केंद्रित होती है, तब मनुष्य के लिए भी आत्मबल और ज्ञान वृद्धि का यह अवसर महत्वपूर्ण माना जाता है।

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