Updated: Fri, 16 May 2025 02:14 PM (IST)
डेंगू बुखार वर्षा ऋतु में फैलता है इसलिए जागरूकता ज़रूरी है। राष्ट्रीय डेंगू दिवस 16 मई को मनाया जाता है। यह एडीज मच्छर के सूर्यास्त से दो घंटे पहले काटने से होता है। बुखार में नारियल पानी और विटामिन सी युक्त फल लें। घर में कीटनाशक का छिड़काव करें और पानी जमा न होने दें। तेज बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। डेंगू बुखार की शुरुआत वर्षा ऋतु के आगमन से शुरू हो जाती है। डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी है। राष्ट्रीय डेंगू दिवस 16 मई को मनाया जाता है। इस की थीम शीघ्र कार्रवाई करें, डेंगू को रोके, स्वच्छ परीवेश, स्वस्थ जीवन है।
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पूर्व मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलेष्ठ का कहना है कि डेंगू बुखार या हड्डी तोड़ बुखार ऐडीज इजिप्टआई मच्छर के सूर्योदय के दो घंटे बाद तक व सूर्यास्त से दो घंटे पहले तक काटने से होता है। पूर्व मलेरिया अधिकारी ने बताया जनपद में 843 डेंगू रोगी नगरीय क्षेत्र के संवेदनशील 47 मोहल्ले व ग्रामीण क्षेत्र के संवेदनशील 141 गांवों में चिह्नित किए गए थे।
इसके बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू रोगी को पूर्ण आराम देना आवश्यक है। इसके साथ पौष्टिक संतुलित तरल आहार देना भी जरूरी है। नारियल का पानी जिसमें इलेक्ट्रोलाइट आदि हो उसे दें। बुखार में रोग प्रतिरोधी क्षमता बनाए रखने के लिए विटामिन सी से भरपूर फल यथा आमला, संतरा,मौसमी एवं पपीता अनाऱ का भी सेवन करने की जरूरत है।
डेंगू से बचाव को अपनाएं यह तरीका
घर के अंदर का मच्छर दिन में काटते हैं। घरों में कीटनाशक का छिड़काव करें। घर में कूलर,बाल्टी, फ्लावर पाट,फ्रिज, ड्रिप पेन, घड़े में एकत्रित पानी को तीन दिन बाद बदलते रहे। मच्छर साफ पानी में अंडे देते हैं। शरीर पर मच्छर निरोधक औषधि नीम का तेल,सरसों का तेल लगाए।
कमीज, मोजे पहना कर बच्चों को स्कूल भेजें। घर के आसपास पानी एकत्रित होने वाले स्थानों को मिट्टी से भर दें। तेज बुखार एवं डेंगू के लक्षण जोड़ों में दर्द, तेज बदन दर्द, तेज सिर दर्द, पेट दर्द, उल्टी, शरीर पर दाने अथवा मुंह, नाक से खून आने की शिकायत हो तो तुरंत निकट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,सीएचसी आदि पर चिकित्सक से परामर्श लें।
क्या ना करें
डेंगू बुखार का कोई भी टीका नहीं होता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को बुखार रोकने के लिए पेरासिटामोल या क्रोसिन दें। दर्द निवारक दवा का उपयोग न करें। घर में यदि कोई डेंगू का रोगी है तो उसे कमरें रखें, जिसमें दरवाजे खिड़कियों पर जालियां लगी हो। घर के छज्जे, पोर्श में टूटे बर्तनों,बेकार टायर ट्यूब, प्लास्टिक के टूटे बर्तन, कबाड़ पानी एकत्रित न होने दें। यदि डेंगू हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं।
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