अलीगढ़ में दैनिक जागरण देगा बच्चों और युवाओं की रचनाओं को काव्य मंच
तमाम लोग बचपन से ही कविताएं लिखना शुरू कर देते हैं। नई पीढ़ी में साहित्यिक चेतना व सृजनात्मक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने दैनिक जागरण ने कल का नीरज मुहिम शुरू की है।
कल का नीरज
जेएनएन, अलीगढ़: तमाम लोग बचपन से ही कविताएं लिखना शुरू कर देते हैं, मगर काव्य मंचों पर पहुंचने का सपना पूरा नहीं हो पाता है। नई पीढ़ी में साहित्यिक चेतना व सृजनात्मक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने दैनिक जागरण ने 'कल का नीरज मुहिम शुरू की है। इसमें 16 से 25 वर्ष तक के रचनाकारों की कविताओं को पुरस्कृत करने के साथ उन्हें बड़े मंचों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। महाकवि डॉ. गोपाल दास नीरज को इससे बड़ी श्रद्धांजलि कोई नहीं हो सकती। यह अच्छा मौका है। देर मत कीजिए, तुरंत कलम उठाइए और अच्छी सी कविता हमें 20 नवंबर तक लिख भेजिए।
छंटनी हो चुकी है शुरू
दैनिक जागरण की ओर से 'कल का नीरजÓ की तलाश स्कूल-कॉलेजों से होते हुए एक ऐसे मंच तक पहुंचेगी, जहां से नवोदित कवि देश ही नहीं, पूरी दुनिया में छा सकते हैं। जागरण की ईमेल आइडी व वाट्सएप नंबर पर सैकड़ों छात्र-छात्राओं (16 से 25 वर्ष) ने अपनी कविताएं भेजी हैं। सर्वोत्तम कविताओं की छंटनी शुरू भी हो गई है। स्थानीय स्कूल-कॉलेजों व एएमयू में अध्ययनरत उभरते कवियों की रचनाएं प्राप्त हो रही हैं। यदि आपमें में भी भावनाओं को काव्यात्मकता के साथ शब्दों में व्यक्त कर सकते हैं, तो देर मत कीजिए।
तीन चरणों में प्रतियोगिता
पहले चरण में प्रत्येक प्रतिभागी को स्वरचित, मौलिक व अप्रकाशित दो रचनाएं भेजनी हैं। दूसरे चरण में श्रेष्ठ 40 रचनाकारों को योग्य निर्णायक मंडल के समझ काव्यपाठ के लिए आमंत्रित किया जाएगा। 20 रचनाकारों का चयन तीसरे चरण के लिए होगा।
पुरस्कार व काव्य मंच
दैनिक जागरण की ओर से प्रथम विजेता को 2100 रुपये, द्वितीय को 1100 रुपये व तृतीय को 500 रुपये की धनराशि दी जाएगी। प्रथम व द्वितीय विजेता दैनिक जागरण की ओर से आयोजित कवि सम्मेलन में मौका दिया जाएगा। जिसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कवियों के साथ मंच साझा कर सकेंगे।
यहां भेजे कविताएं
ई-मेल : santosh@ali.jagran.com
वाट्सएप नंबर : 9927030494