कमर्शियल प्लॉट की नीलामी ने तोड़ा रिकॉर्ड, यूपी के इस शहर में 38 हजार प्रति वर्ग मीटर में बिका 19 हजार वाला भूखंड
खैर रोड स्थित निर्माणाधीन ट्रांसपोर्ट नगर (टीपी नगर) में खाली भूखंडों की नीलामी से एडीए की आमदनी में बड़ा इजाफा हुआ। गुरुवार को होटल फार्च्यून में हुई नीलामी में 19 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर के भूखंड की कीमत बढ़कर 38 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर पहुंच गई। व्यावसायिक भूखंडों की भी जोरदार बोली लगी। इस परियोजना से एडीए को कुल 61 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। वहीं स्वर्ण जयंती नगर विस्तार योजना में एलआईजी आवंटन से 2.86 करोड़ रुपये की आय होगी।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। खैर रोड पर निर्माणाधीन ट्रांसपोर्ट नगर (टीपी नगर) में रिक्त भूखंडों की नीलामी ने इस बार एडीए का खजाना भर दिया है। गुरुवार को जीटी रोड स्थित होटल फार्च्यून में आयोजित कार्यक्रम में 19 हजार रुपये वाला भूखंड 38 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से नीलाम हुआ। व्यावसायिक भूखंडों की भी खूब बोली लगी। एडीए को इस परियोजना से कुल 61 करोड़ रुपये की आय होगी। स्वर्ण जयंती नगर विस्तार योजना में भी रिक्त एलआइजी का आवंटन हुआ। इससे एडीए को 2.86 करोड़ रुपये मिलेंगे।
अलीगढ़ विकास प्र्राधिकरण (एडीए) ने खैर रोड पर 85 हेक्टेयर क्षेत्रफल में टीपी नगर विकसित किया है। इसमें करीब 1600 छोटे-बड़े भूखंड विकसित किए गए हैं। गुरुवार को इन परियोजना में रिक्त 63 भूखंडों की नीलामी हुई। एडीए उपाध्यक्ष कुलदीप मीणा के निर्देश पर सचिव दीपाली भार्गव की निगरानी में हुए नीलामी में खरीददारों में काफी उत्सुकता दिखाई दी। खरीददारों ने खूब बोली को बढ़ाया। स्थिति यह रही कि कुल 61 भूखंडों में से 43 की नीलामी पारदर्शिता के साथ की गई।
अधिकारियों को भी चौंकाया
व्यवसायिक भूखंडों की नीलामी में जिस दर पर भूखंड बिके, उसने अधिकारियों को भी चौंका दिया। श्रेणी ए के जिस भूखंड की कीमत 25 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर तय थी, उनकी नीलामी 26 हजार से भी अधिक में हुई। इसी तरह वहीं बहुउद्देशीय भूखंडों में यह दर 19 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर के मुकाबले 38 हजार 200 रुपये वर्गमीटर तक बोली गई।
इसी तरह स्वर्ण जयंती नगर विस्तार योजना के 20 एलआइजी व एमआइजी चार मंजिला फ्लैट के लिए भी लाटरी निकाली गई। इसमें चार भूखंड व 16 प्रथम, द्वितीय व तृतीय तल के भवन आवंटित किए गए। एडीए सचिव दीपाली भार्गव ने बताया कि नीलामी काफी अच्छे माहौल में हुई।
पिछले बार की प्रक्रिया पर उठे थे सवाल
एडीए की नीलामी का कार्यक्रम इस बार कई दिन पहले से ही चर्चाओं में था। इसके पीछे का कारण पूर्व में सवालों के घेरे में आई आवंटन प्रक्रिया थी। वेबसाइट में खामी आने के चलते पूर्व में एडीए की काफी किरकिरी हुई थी। इस बार अधिकारियों ने पूरी योजना व पारदर्शिता से आवंटन किया।

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