Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अलीगढ़ में तेंदुए के हमले से बछड़ा घायल दूसरा बछड़ा गायब, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

    अलीगढ़ में तेंदुए ने बछड़े पर हमला कर दिया वही एक बछड़ा गायब है। रातभर पुलिस व वन विभाग की टीम ग्रामीणों के साथ तलाश करती रही लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। वन विभाग की टीम ने उसके पैरों के निशान देखे।

    By Aqib KhanEdited By: Updated: Thu, 14 Apr 2022 04:59 PM (IST)
    Hero Image
    तेंदुए के हमले से बछड़ा घायल दूसरा बछड़ा गायब, ग्रामीणों में दहशत का माहौल : सांकेतिक तस्वीर

    अलीगढ़, जागरण टीम। अलीगढ़ के जवां क्षेत्र के गांव नगला नूरपुर में बुधवार की रात को तेंदुआ द्वारा एक बछड़े पर हमला कर दिया गया। रात में ही पुलिस कंट्रोल रूम को फोन पर दी गई सूचना पर पुलिस व वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए एवं तेंदुए को देर रात तक तलाश किया जाता रहा लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। घटना के बाद एक अन्य 6 माह का बछड़ा भी तभी से गायब है जिसे ग्रामीणों के साथ वन विभाग की टीम तलाश कर रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बुधवार की रात करीब 10:00 बजे नगला नूरपुर नाई नगला निवासी अभिषेक गौड़ पुत्र शिव कुमार गौड़ के घर के बाहर उसकी गाय व बछड़ा एवं एक बेसहारा बछड़ा भी वहीं बैठा था कि एकाएक तेंदुआ जैसे दिखने वाले जानवर ने उस पर हमला कर दिया।

    जैसे ही गाय चीखी तुरंत ही घर के लोग डंडा व टार्च लेकर उधर भागे देखा तो तेंदुए जैसा जानवर उन्हें दिखाई दिया जिसकी करीब 3 फुट लंबी पूछ होगी। शोर मचाने पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए एवं मामले की सूचना 112 नंबर पर पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई, जिस पर बरौली चौकी पुलिस व वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई रात करीब 2:00 बजे तक ग्रामीणों व वन विभाग की टीम व पुलिस टीम द्वारा तेंदुए को तलाश दिया जाता रहा लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा।

    वन विभाग की टीम ने उसके पैरों के निशान तलाश किए जिससे पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाया कि जानवर तेंदुआ है या फिर चीता। हालांकि वन विभाग की टीम भी तेंदुआ होने की बात कर रही है। जिस बछड़े पर हमला किया गया था उसके साथ 6 माह का एक बेसहारा बछड़ा भी उसके साथ रहता था जिसका पता नहीं लग पा रहा है।

    तेंदुए की तलाश में गुरुवार को भी वन विभाग की टीम वन क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार के नेतृत्व में लगी रही जिसमें वन दरोगा संजय कुमार, वन दरोगा अवधेश कुमार, हलका इंचार्ज संगम यादव मौजूद थे। लेकिन तेंदुए का कहीं पता नहीं लग सका।

    लोगों में बना भय का माहौल

    क्षेत्र में एक बार फिर से तेंदुए की दस्तक से लोगों में भय का माहौल है। एक वर्ष पूर्व भी पड़ोसी गांव बरौला में जो मुश्किल से नगला नूरपुर से डेढ़ किलोमीटर दूर है तेंदुआ देखा गया था जिसके लिए वन विभाग की टीम ने कई दिन कवायद भी की थी व बरेली से मंगा कर पिंजरा भी लगाया गया था। लेकिन तेंदुआ हाथ नहीं लग सका।

    वन विभाग की टीम का भी मानना है कि हो ना हो उस तेंदुए का परिवार कहीं आस पास ही रहता है जो रात में जंगली जानवरों का शिकार करता रहा होगा। तेंदुआ द्वारा गांव में दस्तक देने पर लोगों में भय का माहौल है।

    ग्रामीणों से सुरक्षा बरतने की हिदायत दी

    मौके पर पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार ने ग्रामीणों से उनकी सुरक्षा को देखते हुए एहतियात बरतने की अपील की है। उन्होंने लोगों से कहा कि वह बागों में रहे तो धुंआ व आग जला कर रहे। खेतों पर काम करने जाए तो समूह में व रोशनी में जाएं। उन्होंने लोगों को बताया कि तेंदुआ अक्सर अपना शिकार करने रात में ही निकलता है दिन में वह जहां भी होता है वही आराम करता है।

    इधर खेतों की कटाई होने के बाद तेंदुए को छिपने के लिए सुरक्षित स्थान नहीं मिल पा रहा होगा। जिस कारण वह गांव की तरफ चला आया होगा। उन्होंने लोगो से कहा कि अगर उन्हें कहीं तेंदुआ दिखाई दे तो तुरंत पुलिस व वन विभाग की टीम को सूचित करें।