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शहर के सेंटर प्वॉइंट पर कोर्ट में कुंद पड़ी पैरवी की धार Aligarh news

शहर में ध्वस्तीकरण अभियान चलाकर 12 अरब से अधिक की संपत्ति कब्जा मुक्त करा चुके नगर निगम की पैरवी सेंटर प्वॉइंट पर धीमी पड़ी रही है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 04:00 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 04:00 PM (IST)
शहर के सेंटर प्वॉइंट पर कोर्ट में कुंद पड़ी पैरवी की धार Aligarh news
शहर के सेंटर प्वॉइंट पर कोर्ट में कुंद पड़ी पैरवी की धार Aligarh news

अलीगढ़ [जेएनएन]  शहर में ध्वस्तीकरण अभियान चलाकर 12 अरब से अधिक की संपत्ति कब्जा मुक्त करा चुके नगर निगम की पैरवी सेंटर प्वॉइंट पर धीमी पड़ी रही है। यही वजह है कि इस मार्केट के सुंदरीकरण का जो खाका खींचा गया था, उसको विभागीय अफसर सांचे में नहीं ढाल पा रहे हैैं। टीकाराम मंदिर तक दुकानें ध्वस्त कर अफसरों ने कदम स्थगन आदेश देखकर पीछे खींच लिए। निचली अदालत में तारीखें पड़ रही हैं। जबकि, इसी साइड में नाला निर्माण होना है, जिससे जलभराव न हो।  विभागीय अफसर इसे नजरअंदाज कर बाकी हिस्सों को बनाने में लगे हैं। सेंटर प्वॉइंट व्यापार मंडल के अध्यक्ष विवेक बगाई ने कहा कि नगर निगम व्यापारियों के हित का हवाला देता है, नुकसान उन्हीं का हो रहा है। अधिकारी व्यापारियों से बात करने के लिए तैयार नहीं हैं। साथ ही व्यापारी नेता दीपक गर्ग का कहना है कि सेंटर प्वॉइंट पर जो जरूरी नहीं था, उसका भी निर्माण करा दिया गया। सड़कों की अनदेखी की जा रही है। फुटपाथ हद से ज्यादा चौड़े कर दिए। अब डिवाइडर बना रहे हैं। 

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नालों की सीमा में आए अतिक्रमण हटाए 

सेंटर प्वॉइंट पर नगर निगम के साथ एडीए भी अतिक्रमण हटाओ अभियान में शामिल रहा था। बीते साल समद रोड, मैरिस रोड, स्टेशन रोड पर भी दुकानों की तोडफ़ोड़ की गई। नगर निगम की ये कार्रवाई 1936 के नक्शे के आधार पर की गई थी। सड़क के दोनों किनारों पर नाले की सीमा में आए सभी अतिक्रमण ध्वस्त कर दिए गए। सड़क की चौड़ाई कहीं 14 मीटर थी तो कहीं 12 मीटर। कुछ स्थानों पर इससे अधिक भी चौड़ाई निकाल कर निशान लगा दिए गए। टीकाराम मंदिर के निकट सड़क के मध्य से दोनों ओर 7.2-7.2 मीटर चौड़ाई निकालकर तोडफ़ोड़ की गई। मंदिर के निकट पान की दुकान का अगला हिस्सा ध्वस्त कर कार्रवाई थम गई। दुकानदार मनोज अग्रवाल कार्रवाई के विरुद्ध कोर्ट चले गए और स्थगन आदेश ले आए। इसी आधार पर बाकी दुकानदारों को भी स्थगन आदेश मिल गया। सात महीने से अधिक समय बीत गया, लेकिन निगम इसके विरुद्ध कोई ठोस पैरवी नहीं कर सका। 

लुप्त हो गया नाला

टीकाराम मंदिर के बाहर से रेलवे स्टेशन मार्ग से होकर निकल रहा नाला गुरुद्वारा पंपिंग स्टेशन तक मिलता है, जो लुप्त हो गया है। इसके चलते जलभराव की समस्या बनी रहती है। नगर निगम की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभागीय अफसरों ने पूरा ध्यान फुटपाथ, रैलिंग, डिवाइडर, लाइटिंग पर केंद्रित कर रखा है।

पार्किंग पर बने सहमति

सेंटर प्वॉइंट व्यापार मंडल के महामंत्री शमन माहेश्वरी का कहना है कि पार्किंग पर व्यापारियों की सहमति होनी चाहिए। नगर निगम अफसर मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं। चौराहे से 100 मीटर का दायरा नो पार्किंग जोन किया जा रहा है। जबकि, पार्किंग की व्यवस्था कहीं की नहीं गई।


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