Bank Strike: अलीगढ़ की बैंकों में हड़ताल से कामकाज ठप, कर्मचारी मांगों पर अड़े; ऑफिसर्स नहीं हुए स्ट्राइक में शामिल
ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज यूनियन के आह्वान पर बैंकों में हड़ताल का असर दिखा जिससे कामकाज प्रभावित हुआ। उत्तर प्रदेश बैंक एंप्लाइज यूनियन के नेतृत्व में कर्मचारियों ने लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। हड़ताल के चलते नकदी जमा और निकासी प्रभावित रही हालांकि बैंक अधिकारी काम पर रहे। निजीकरण विदेशी निवेश और विलय के खिलाफ कर्मचारियों ने विरोध जताया। विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल में भाग लिया।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज यूनियन (एआईबीईए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएच वैंकटाचलम के आह्वान पर बैंक कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर बुधवार सुबह से बैंकों में असरदार हड़ताल प्रारंभ हो गई है। सुबह से नकदी जमा करने वाले व निकासी वाले उपभोक्ता शाखाओं से वापस हो रहे हैं। हालांकि बैंकों के ऑफिसर्स के केंद्रीय संगठन आंदोलन में शामिल नहीं है। सभी अधिकारियों ने समय से अपनी अपनी शाखाएं खोली हैं। वे अपने पटल पर काम कर रहे हैं।ब्रांच मैनेजर चेकों को आरटीजीएस कर रहे हैं।
कर्मचारियों के पटल का काम प्रभावित है। जिले का 20 बैंकों की 250 शाखाओं में इस हड़ताल का असर है। वहीं उत्तर प्रदेश बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के जिला संयोजक प्रदीप चौहान के नेतृत्व में राजा महेंद्र प्रताप पार्क में प्रदर्शन कारियों ने धरना प्रारंभ कर दिया है। चौहान ने बताया है कि बैंकों के निजीकरण के लिए विभिन्न बैंकों का विलय किया जा रहा है। भारतीय जीवन बीमा निगम में 100 प्रतिशत विदेशी पूंजी निवेश कराई जा रही है। इससे भारतीय प्रशासन की हिस्सेदारी खत्म हो रही है। बैंक एंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (बेफी), ऑल इंडिया इंश्योरेंज एंप्लाइज एसोसएिशन, ऑल इंडिया एलआइसी एंप्लाइज फेडरेशन, ऑल इंडिया नेशनल लाइफ इंडिया इंश्योरेंस एंप्लाइज फेडरेशन सहित कई संगठनों ने हड़तला में बढ़चढ़कर भागीदारी कर रहे हैं।
ये हैं मांगें
- सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों और बीमा कंपनियों को सुदृण बनाया जाए।
- बैंक और एलआइसी में निजीकरण एवं विनिवेश पर सरकार तत्काल रोक लगाए।
- बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआइ वृद्धि पर रोक लगाई जाए।
- बैंक व एलआइसी में पर्याप्त कर्मचारियों की भर्ती की जाए।
- आउटसोर्सिंग और अनुबंध नौकरियों पर रोक लगे।
- एनपीएस को समाप्त करें। ओपीएस को बहाल करें।
- उद्योग घरानों से खराब ऋण वसूली हेतु कठोर कदम उठाए जाएं।
- आम ग्राहकों के लिए बैंकों में सेवा शुल्क कम किए जाएं।
- जीवन एवं स्वास्थ्य बीमा पर जीएसटी हटाई जाए।
- ट्रेड यूनियन अधिकारों का उल्लंघन न किया जाए।
हड़ताल में ऑफिसर्स नहीं हुए शामिल
इस हड़ताल में ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कन्फेडरेशन (एआइबीओसी) व ऑल इंडिया बैंक पेंशनर्स एंड रिटायरीज कन्फेडरेशन (एआइबीपीएआरसी) सहित बैंक आफिसर्स के चार संगठन राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल नहीं हुए हैं। एआइबीओसी के सदस्य व आल इंडिया पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया है कि इस हड़ताल में शामिल होने के लिए केंद्रीय संगठन ने आह्वान नहीं किया है। इस लिए बैंक अधिकारी अपनी-अपनी शाखाओं में जाकर सेवाएं दे रहे हैं।
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