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    यूपी में जज पर हमले की कोशिश, कुख्यात सुंदर भाटी को सुनाई थी उम्रकैद की सजा; गिरोह पर शक

    Updated: Mon, 11 Nov 2024 08:40 AM (IST)

    UP News यूपी में एक जज पर हमले की कोशिश की गई है। खैर में उनकी कार को रोकने की कोशिश की गई। जज ने सुंदर भाटी के गिरोह पर शक जताया है। उनका कहना है कि गौतमबुद्धनगर में तैनाती के दौरान उन्होंने इस गिरोह के 11 सदस्यों को सजा सुनाई थी। वहीं अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवाद सूत्र, खैर (अलीगढ़)। फर्रुखाबाद के न्यायिक अधिकारी की कार को 12 दिन पहले खैर में रोकने का प्रयास किया गया। वे नोएडा जा रहे थे। इसका मुकदमा उन्होंने बीती रात पंजीकृत कराया है, जिसमें आरोप है कि अन्य कार में सवार कुछ लोगों ने गालीगलौज की, हथियार दिखाए। काफी दूर तक पीछा किया। पुलिस चौकी के सामने यू-टर्न लेकर भाग गए।

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    उन्होंने इस मामले में सुंदर भाटी के गिरोह पर शक जताया है। बताया है कि गौतमबुद्धनगर में तैनाती के दौरान इस गिरोह के सदस्यों को सजा सुनाई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    29 अक्टूबर का है मामला

    फर्रुखाबाद में ईसी एक्ट की विशेष अदालत के न्यायाधीश डॉ. अनिल कुमार सिंह ने मुकदमे में कहा है कि 29 अक्टूबर को वह नोएडा जा रहे थे। रात आठ बजे खैर के गोमत चौराहा को पार करते ही जट्टारी की तरफ बढ़े तो सफेद रंग की बोलेरो (यूपी 81- 7882) गाड़ी में सवार पांच लोग पीछा करने लगे। कई बार रास्ते में आकर गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। गालीगलौज की और हथियार उनकी ओर तान दिया। किसी तरह वह बच पाए।

    सोफा पुलिस चौकी के सामने गाड़ी रोकी तो आरोपित भाग गए। इसकी सूचना चौकी प्रभारी संदीप कुमार, एसएसपी के पीआरओ, खैर इंस्पेक्टर डीके सिसोदिया को फोन पर दी। उनके वाहन ने न तो किसी को टक्कर मारी और न ही किसी से टच हुई। ऐसे में यह घटना रोड रेज नहीं हो सकती। पांचों लोगों ने जानबूझकर उन्हें डराया और हत्या के उद्देश्य से हमला करना चाहा। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है।

    न्यायिक अधिकारी के अनुसार, गौतमबुद्धनगर न्यायालय में बतौर एडीजे तैनाती के दौरान पांच अप्रैल 2021 को आठ मुकदमों में निर्णय सुनाया था। इसमें सुंदर भाटी व उसके गिरोह के ऋषिपाल सिंह, राज, योगेश, विकास पंडित, कालू भाटी, दिनेश भाटी, अनूप भाटी, यतेंद्र चौधरी, सोनू, बौबी, सुरेंद्र पंडित को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। शक है कि इसी निर्णय का बदला लेने के लिए गिरोह ने उन पर हमला किया है।

    एसएसपी, संजीव सुमन ने बताया-

    प्राथमिक जांच में इस तरह का मामला नहीं पाया है। केवल एक्सीडेंट की बात सामने आई है। इसकी जांच कराई जा रही है।

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