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    AMU कुलपति की कार पर हमला, सुरक्षाकर्मियों ने बचाया; छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर स्टूडेंट हुए उग्र

    Updated: Fri, 22 Nov 2024 07:14 AM (IST)

    Aligarh News अलीगढ़ मुस्लिम विवि में छात्र संघ चुनाव अभी छह वर्ष से नहीं हुए है। छात्रों का गुट प्रशासनिक भवन पर पहुंच गया और कुलपति प्रो. नईमा खातून को घेर लिया। कुछ छात्र उनकी कार पर चढ़ गए। छात्रों से घिरता देखकर सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बमुश्किल सुरक्षित निकाला। छात्रों की पहचान कर उन्हें निलंबित करने की बात प्रबंधन ने की है।

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    एएमयू के प्रशासनिक भवन का घेराव करते छात्र : सौ. छात्र नेता

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर प्रशासनिक भवन का घेराव करने पहुंचे छात्र उस समय उग्र हो जब कुलपति प्रो. नईमा खातून प्रशासनिक भवन से यूनिवर्सिटी परिसर स्थित आवास जा रहीं थीं।

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    छात्र कार को रोकर बोनट पर चढ़ गए। सुरक्षाकर्मियों ने ने जैसे-तैसे कार को निकाला तो छात्रों ने उनका भागकर पीछा किया। कार को हाथ भी मारे। आपत्तिजनक नारे लगाए। यही नहीं प्रशासनिक भवन का गेट बंद करकर अधिकारियों व कर्मचारियों को बंधक बना लिया। एएमयू की ओर से छात्रों के खिलाफ तहरीर दी है। सभी को निलंबित करने की भी तैयारी चल रही थी।

    छह साल से नहीं हुए हैं छात्र संघ चुनाव

    एएमयू में छह साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं। इसी की मांग को लेकर सैकड़ों छात्र गुरुवार दोपहर तीन बजे प्रशासनिक भवन पहुंच गए। छात्रों को पहले गेट पर रोकने का प्रयास किया, लेकिन वो नहीं माने। यहां से छात्र रजिस्ट्रार कार्यालय के नीचे सीढ़ियों के पास बैठ गए। छात्रों की भीड़ इतनी थी कि न तो कोई प्रशासनिक भवन में घुस पा रहा था और न कोई बाहर निकल पाया। छह बजे तक यही अराजकता रही। शाम 6:30 बजे कुलपति प्रो. नईमा खातून जब अपने कार्यालय से कार द्वारा जाने लगीं तो छात्रों ने उनका घेराव कर लिया।

    कार के बोनट पर चढ़ गए

    कार के सामने हंगामा करने लगे। यहां से किसी तरह सुरक्षा गार्ड ने कार को निकलवाया तो गेट नंबर तीन पर के पास छात्र फिर कार के सामने आ गए। एक छात्र कार के बोनट पर चढ गया। दूसरा कार के सामने लेट गया। एक अन्य ने कार में हाथ मारकर हमला किया।

    प्रॉक्टर कार्यालय के सुरक्षा अधिकारी ने दी तहरीर

    एएमयू के प्रॉक्टर कार्यालय के सुरक्षा अधिकारी इरफान अहमद खान तहरीर में कहा है कि तीन बजे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में मौजूद 100-125 छात्रों द्वारा भवन का दरवाजा बलपूर्वक बंद करके प्रशासनिक अधिकारियों पर अपनी अवैध मांगों की पूर्ति का दबाव बनाया गया। प्रांगण में अव्यवस्था उत्पन्न कर सरकारी कार्य में बाधा डाली। शाम साढ़े छह बजे जब कुलपति अपने प्रशासनिक भवन से निवास के लिए जा रही थीं, तभी मास कम्यूनिकेशन का छात्र जकीउर्रहमान, बीई का छात्र मिसबाह कैसर एएमयू प्रशासन के विरुद्ध अमर्यादित व आपत्तिजनक भाषण देने लगे।

    इससे उत्तेजित होकर अन्य छात्रों ने कुलपति के वाहन को अवरुद्ध किया। उन छात्रों में मो. दानिश, इरफान, अदील, शोएब कुरैशी, पारस, फव्वाद, अरशद, सलमान, अरीब व अन्य शामिल हैं। इन्होंने जानलेवा हमले की नीयत से क्षति पहुंचाने की कोशिश की। वहां मौजूद प्राक्टर टीम व सुरक्षाकर्मियों के साथ स्टाफ द्वारा छात्रों को नियंत्रित कर किसी तरह कुलपति की गाड़ी को वहां से सुरक्षित निकाला गया। बीच बचाव में डिप्टी प्राक्टर प्रो. एस नवाज जैदी सहित कई कर्मचारी चुटैल भी भी गए।

    बाबे सैयद था पहले ही बंद

    प्रशासनिक भवन में जिस समय छात्र हंगामा कर रहे थे उसी समय कुछ खिलाड़ी बाबे सैयद गेट पर हंगामा कर रहे थे। इनकी मांग थी कि उन्हें वालीबाल टीम में शामिल नहीं किया है। उसी समय कुलपति प्रशासनिक भवन के गेट नंबर तीन से निकल रहीं थीं। बाबे सैयद बंद होने के चलते उन्हें सर सैयद हाउस वाले गेट से आवास जाना पड़ा।

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    एएमयू प्रोफेसर पर यूजीसी ने बिठाई जांच

    एएमयू पालिटेक्निक में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर पर यूजीसी ने एक विधि विभाग के छात्र द्वारा दायर की गई आरटीआइ के माध्यम से की शिकायत का ब्योरा मांगने के क्रम में गबन और जानकारी छिपाकर फंड लेने पर जांच बिठा दी है। यूजीसी ने एएमयू रजिस्ट्रार को लिखित रूप से इस प्रकरण में जांच कर आदेश के साथ जवाब देने का निर्देश दिया है। यूनिवर्सिटी पालीटिक्निक में कार्यरत डा. अहमद अशफाक के ऊपर पूर्व में झूठी जानकारी देने आदि की शिकायत हुई थी।

    चुनाव की मांग की आड़ में जिस तरह की अराजकता की गई है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगील। - प्रो. एम वसीम अली, प्राक्टर एएमयू