AMU Fee Hike: जेएनयू का छात्र संघ अध्यक्ष सरकार पर उठा गया सवाल, LIU को भनक तक नहीं लगी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी है जिसमें जेएनयू के छात्र नेता नीतीश कुमार भी शामिल हुए। नीतीश कुमार ने सरकार पर शिक्षा का निजीकरण करने का आरोप लगाया और छात्रों की आवाज दबाने की बात कही। छात्रों ने ब्लैक मार्च निकालकर फीस वृद्धि वापस लेने और प्रॉक्टर के इस्तीफे की मांग की। प्रशासन ने जेएनयू के छात्रों को बुलाने को अनुचित बताया।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। एएमयू में फीस वृद्धि को लेकर छात्र-छात्राओं का चल रहा धरना प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है। इसमें जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र नेता भी कृद पड़े हैं।
केंद्र सरकार को नई शिक्षा पर घेरने के साथ एलान किया इस आंदोलन को देश भर में लेकर जाएंगे। बड़ा आंदोलन बनाएंगे। हैरान की बात यह रही कि यूनिवर्सिटी के खुफिया तंत्र को इसकी भनक नहीं लगी। बाद में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए छात्रों के खिलाफ नोटिस जारी करने की बात कही है।
बुधवार को जेएनयू के छात्र संघ अध्यक्ष नीतीश कुमार धरने में शामिल हुए। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर भाजपा सरकार को घेरा। कहा, सकरार शिक्षा का निजीकरण करना चाहती है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छात्रों की आवाज को दबाया जा रहा है।
कहा जिस तरह शाहीन बाग में धरने के दौरान जो हुआ वही यहां हो रहा है। छात्रों को हाथ पकड़ कर धकेला जा रहा है। कहा यह लड़ाई एएमयू की नहीं है, अन्य यूनिवर्सिटी में भी मुद्दा बनाएंगे। ये सरकार नहीं चाहती छात्र संघ चुनाव हों। यूनियन अगर होगी तो छात्रों के हितों की बात करेगी। भाजपा का यही तरीका है। वह किसी समाज से एक व्यक्ति को उठा कर कुर्सी पर बिठा देती है।
एक व्यक्ति के बिठाने से पूरा समाज उनके साथ नहीं हो जाता है। इससे पहले छात्रों ने मौलाना आजाद लाइब्रेरी से बाबे सैयद तक ब्लैक मार्च निकाला। यूनिवर्सिटी के खिलाफ नारेबाजी की। मांग की कि फीस वृद्ध वापस ली जाए। छात्र-छात्राओं के साथ बदसलूकी पर प्राक्टर इस्तीफा दें।
शाम को सह कुलपति प्रो. एम मोहसिन खान भी छात्रों को बीच पहुंचे। उन्हें समझाया भी, लेकिन नहीं माने।छात्रों का देर रात तक धरना जारी था।
जेएनयू से छात्रों को बुलाया जाना उचित नहीं है। जिन छात्रों ने ऐसा किया है उन्हें नोटिस देने की तैयारी की जा रही है। छात्रों की मांगों को कुलपति के सामने रख दिया है। किसी को माहौल खराब नहीं करने दिया जाएगा।
प्रो. एम वसीम अली, प्राक्टर, एएमयू
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