Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अलीगढ़ में अद्भुत रामलीला, राम बरात के साथ ही कन्या का भी हाथ पीला

    By Mukesh ChaturvediEdited By:
    Updated: Mon, 08 Oct 2018 09:34 AM (IST)

    इगलास में आज, तोछीगढ़ में 12 को आयोजन, रामबरात में घोड़ी पर सवार होंगे दूल्हा, रामलीला कमेटी उठाती है शादी का पूरा खर्च, कन्यादान करने वालों में लगी रहती है होड़।

    Hero Image
    अलीगढ़ में अद्भुत रामलीला, राम बरात के साथ ही कन्या का भी हाथ पीला

    अलीगढ़ (योगेश कौशिक)।  आपने रामलीला तो देखी होंगीं, राम बारात में भी शामिल हुए होंगे, लेकिन अलीगढ़ में दो स्थानों पर रामलीला का आयोजन अद्भूत होता है। यहां जनकपुरी में फेरे भी होते हैं और सदैव के लिए एक दूजे के होने के संकल्प के साथ विदाई भी। हर साल रामलीला के दौरान दो परिवार बसते हैं, जिसके सहयोग के लिए पूरे क्षेत्र के लोग उमड़ते हैं। कन्यादान के लिए तो होड़ सी रहती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     यह नजारा अलीगढ़ से करीब 25 किलो मीटर दूर इगलास में तो सोमवार (आज) रात देख सकेंगे। यहां की रामलीला में रीयल शादी दूसरी बार हो रही है। पास के ही गांव तोछीगढ़ में 11 सालों से यह परंपरा है। इस बार 12 अक्टूबर को गरीब परिवार की बेटी का कन्यादान होगा। राम बरात में श्रीराम के पीछे दूल्हा घोड़ी पर सवार होता है। परिजन व मित्र मंडली बरात में होती है। दंपती को रामलीला कमेटी परिवार का सदस्य मानती है, जिन्हें हर साल राम बरात में आमंत्रित किया जाता है।

    तोछीगढ़ से हुई शुरूआत

    तोछीगढ़ रामलीला कमेटी के अध्यक्ष महेशचंद्र गुप्ता के अनुसार रामलीला में ज्यादातर पात्र गांव के होते हैं। कुछ बाहर से बुलाते हैं। 2007 में कोषाध्यक्ष था तब गरीब कन्या के हाथ पीले कराने का निर्णय लिया था। जय शंकर पाराशर अध्यक्ष थे। आयोजन में काफी खर्च होता है। तभी से काल्पनिक शादी की जगह गरीब परिवार की कन्या शादी कराने का निर्णय हुआ। सबसे पहले वाल्मीकि परिवार की कन्या की शादी कराई गई। 2009 में दो, 2010 में तीन और 2012 में दो कन्याओं की शादी कराई गई। अब तक 15 कन्याओं की शादी कराई जा चुकी है। अधिकांश अनुसूचित जाति से हैं। इस बार रामपुर निवासी सुखवीर पुत्र राधाचरण की शादी फीरोजाबाद जिले के गांव मोमदगढ़ी निवासी खुशबू पुत्री जोगेंद्र सिंह से होगी।

     

    इगलास में दूसरी शादी

    तोछीगढ़ से प्रभावित होकर 2017 में रामलीला कमेटी अध्यक्ष हरीश अग्रवाल ने गरीब कन्या की शादी का निर्णय लिया तो सहयोग के लिए लोग आगे आए। वर्तमान अध्यक्ष सतीश शर्मा ने बताया कि इस बार गोरई के लोकेश पुत्र अमृत लाल की शादी ताजपुर की पूजा पुत्री राजू से हो रही है।

     

    शहर में धूमधाम से निकली राम की बरात 

    श्री रामलीला महोत्सव में श्रीराम बरात का भव्य दर्शन कर जनकपुरीवासी आनंदित हो उठे। प्रभु श्रीराम अपने भाइयों के साथ नगर में निकले तो हर कोई एक झलक पाने को लालायित था।

    कई जगह स्वागत

    प्रभु के मनोहारी स्वरूप देख सब भावविह्वल हो उठे। फूलों की बारिश से पूरे जनकपुरी में भव्य स्वागत किया गया।

    चारों भाइयों का किया तिलक

    श्री टीकराम मंदिर से कोल विधायक अनिल पाराशर, संयोजक विमल अग्रवाल ने प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण समेत चारों भाइयों के तिलक किया। राजा दशरथ अपने पुत्र श्रीराम की बरात लेकर जनकपुरी की ओर बढ़े। बरात में ऊंट, घोड़े, हाथी थे।

     

    नाचे बराती

    बैंडबाजों की धुन पर बराती नृत्य करते हुए चल रहे थे। हापुड, मेरठ, सादाबाद और आगरा का सुधीर बैंड था। घरों की छतों से खिड़की आदि से प्रभु के दर्शन को सभी लालायित दिखे।

    जयकारों से गूंजा रामघाट रोड

    काली के स्वरूप के साथ लोगों ने तलवारबाजी की। जयश्रीराम के जयकारे से रामघाट रोड गूंज उठा। वेदप्रकाश जैन, अरविंद अग्रवाल, ठा. श्योराज सिंह, संदीप रंजन, प्रवीन अग्रवाल ने भी प्रभु के तिलक किए।

    राम बरात में झूमे

    नगला बरौला स्थित श्रीराम लीला में भी रविवार को राम बरात निकाली गई। बरौला चौक से श्रम एवं निर्माण समिति के अध्यक्ष ठा. रघुराज सिंह ने प्रभु श्रीराम को तिलक लगाकर स्वागत किया। सतेंद्र सत्ते, जुगेंद्र वर्मा, सुभाष वर्मा, सतीश, सुभाष पेंटर आदि थे। रामबरात में अतुल कुलश्रेष्ठ, शैलेंद्र अग्रवाल, सुनील गर्ग, अनिल सेंगर, मनोज वाष्र्णेय,  अन्नू बीड़ी, विक्रांत गर्ग, रिषभ गर्ग, प्रांजुल गर्ग, निकुंज अग्रवाल आदि थे।