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    UP Weather: छाई रही धुंध, शीतलहर चली तो लोग कंपकंपाए; 10 दिनों तक नहीं मिलेगी राहत

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 06:50 PM (IST)

    अलीगढ़ में घना कोहरा और शीतलहर बढ़ने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक गिरने से लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं। क ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। घना कोहरा और शीतलहर में गलन बढ़ने से अलीगढ़ में रविवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने से इंसानों से पशु-पक्षियों तक का हाल बेहाल रहा।

    हड्डियां कंपाने वाली गलन से लोग घरों में कैद होकर रहने से बाजारों, फैक्ट्रियों और चौराहों पर सन्नाटा छाया रहा। कोहरे ने वाहनों के पहियों की रफ्तार धीमी की तो ट्रेन विलंब से पहुंची।

    रविवार सुबह कोहरे का असर तो कम रहा लेकिन धुंध पूरे दिन छाई रही। धुंध के कारण सूरज की किरणें जमीन पर आते-आते ओझल हो जा रही थीं, इससे राहत नहीं मिल सकी। सर्द हवा के चलते कंपकपी छूट गई।

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    लोग सुबह उठे तो गलन भरी सर्दी को देखकर रजाई में फिर बैठ गए। शीतलहर का असर दफ्तरों समेत बाजारों पर भी दिखा। बाजारों में शाम ढलने के पहले ही सन्नाटा पसर जा रहा है। बीते 24 घंटे में अधिकतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में 3.6 डिग्री की गिरावट रही।

    बना रहेगा कोहरा, नहीं मिलेगी राहत

    पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से पूर्वी उत्तर प्रदेश में पछुआ हवा चल रही है। इससे अलीगढ़ में अगले 10 दिनों तक कोहरा बना रहेगा। कम तो कहीं कोहरे की अधिकता दिखेगी। जिले में भी दिन और रात के तापमान में गिरावट आई है।

    हाइपोथर्मिया का बढ़ा खतरा

    फिजिशियन डा. अमित वाष्ण$ेय ने बताया कि शरीर का तापमान सामान्य 95 फारेनहाइट से नीचे चला जाता है। शरीर जितनी तेजी से गर्मी पैदा करता है तो उससे ज्यादा तेजी से खोता है। ऐसा ठंडे मौसम में रहने से होता है। मस्तिष्क ठीक से काम करना बंद कर देता है।

    कंपकंपी, ठिठुरन व बोलने में कठिनाई शुरुआती लक्षण हैं। धीमी हरकतें, सुस्ती, भ्रम व निर्णय लेने में दिक्कत होना मध्यम लक्षण हैं। कंपकंपी बंद होना, बेहोशी, धीमी नाड़ी व सांस और कार्डियक अरेस्ट गंभीर लक्षण है।

    यह मेडिकल इमरजेंसी है जो हृदय गति रुकने और मृत्यु का कारण बन सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं। मरीज को उसे सूखे कपड़ों और कंबल से ढकें और खासकर सिर और गर्दन। प्रभावित व्यक्ति को ठंडी जगह से हटाकर गर्म कमरे में ले जाएं। यदि होश में है तो गर्म पेय दें। यदि व्यक्ति सांस नहीं ले रहा है और बेहोश है तो सीपीआर दें। सीपीआर देने का काम प्रशिक्षित व्यक्ति ही करें।

    स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

    स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से बाहर न निकलने, गर्म पानी पीने की सलाह दी दी। एडवाइजरी कर कहा है कि पेट में दर्द, मरोड़ होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखाएं, गर्म पानी का करें सेवन, कान, सिर ढंककर रखें। वाहन चलाते समय हेलमेट, दस्ताना लगाएं। ठंड व गलन से परेशान हर तबके के लोग दिक्कत झेल रहे हैं।