School Closed: नर्सरी से कक्षा 12वीं तक के स्कूलों की छुट्टी, जलभराव के बाद अलीगढ़ डीएम के आदेश
अलीगढ़ में भारी बरसात के कारण मंगलवार को भी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। डीएम के आदेशानुसार नर्सरी से 12वीं तक के सभी विद्यालय बंद रहेंगे। एक दिन की बरसात ने 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है जिसमें 220 एमएम बरसात दर्ज हुई। जमालपुर के पास जाफरी ड्रेन ओवरफ्लो हो गई और अलीगढ़ ड्रेन दो जगह से कट गई जिससे घरों में पानी भर गया।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। सोमवार को दिन भर हुई बरसात के बाद शहर में हुए जलभराव को देखते हुए मंगलवार को भी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। डीएम संजीव रंजन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने इसका आदेश जारी कर दिया है। इसमें कक्षा नर्सरी से लेकर 12वीं तक के सभी विद्यालयों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
एक दिन की बरसात ने तोड़ा 10 वर्ष का रिकॉर्ड
जुलाई व अगस्त की तरह सितंबर की शुरुआत भी बरसात के मामले में काफी अच्छी हुई है। रविवार रात से लेकर सोमवार शाम तक ही जिले में रिकॉर्ड 220 एमएम बरसात दर्ज हो गई है। इससे 10 वर्ष पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। अब आने वाले दिनों में भी अच्छी बरसात की उम्मीद है।
- बरसात के माैसम में तीन महीने सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। इसमें जुलाई, अगस्त व सितंबर शामिल हैं।
- इस वर्ष में जुलाई व अगस्त की शुरुआत में काफी अच्छी बरसात हुई थी।
- जुलाई में पूरे महीने में रिकॉर्ड 320 एमएम बरसात हुई थी।
- अगस्त में कुल 221 एमएम बरसात दर्ज की गई।
- अब सितंबर महीने के पहले दिन में ही 24 घंटे से भी कम समय में 220 एमएम बरसात दर्ज हो गई है।
- पिछले 10 वर्ष में यह एक दिन में यह सबसे अधिक बरसात है। इससे पहले 2022 में भी सितंबर में एक दिन में 130 एमएम बरसात हुई थी। इस वर्ष 10 अगस्त को सबसे अधिक 36 एमएम बरसात हुई थी।
अव्यवस्था ने मुंह फाड़ा
इस तेज बरसात में भीषण जलभराव एक दिन या महीने का प्रकरण नहीं था। ये वर्षों पुरानी अव्यवस्था थी, जिसने तेज बरसात में शहरवासियों के सामने मुंह फाड़ा है। आठ से 10 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष नाला सफाई में खर्च के नाम पर की जाने वाली खानापूर्ति का परिणाम इस भीषण जलभराव के रूप में सामने आई है। शहर के नालों का उफनाना तो दूर दो बड़ी जाफरी व अलीगढ़ ड्रेनों में पानी ओवरफ्लो होने से रोकने में निगम की टीम के पसीने छूट गए। जाफरी ड्रेन व अलीगढ़ ड्रेन से पानी ओवरफ्लो होकर सड़क से होता हुआ घरों तक में भर गया।
ओवरफ्लो नालों से हुए परेशान शहरवासी
बड़े नालों की सफाई में मोटी राशि खर्च की जाती है। मगर निरीक्षण के अभाव में ठेकेदार कुछ-कुछ जगह छोड़कर नाला साफ करते हैं। बाद में उनको भुगतान कर दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर ठेकेदार द्वारा केवल नालों व मुख्य ड्रेन से ऊपर-ऊपर कूड़ा निकाला जाता है। बड़े नालों व ड्रेन की तलीझाड़ सफाई लंबे समय से नहीं की गई है। इस कारण ही सोमवार को ड्रेन के ओवरफ्लो होने का प्रकरण सामने आया। जमालपुर के पास जाफरी ड्रेन ओवरफ्लो हो गई। अगर ये ठीक से तली से साफ की गई होती तो शायद पानी उफनाता नहीं।
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