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    अलीगढ़ पुलिस ने भूमाफिया की 33 करोड़ की संपत्ति की कुर्क, पीड़ितों को दी जाएगी धनराशि

    अलीगढ़ पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले भूमाफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 33 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। आरोप है कि आरोपियों ने लोगों से जमीन के नाम पर ठगी की और अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की। पुलिस ने यह कार्रवाई पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए की है और मामले की जांच जारी है।

    By mukesh Chaturvedi Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sat, 23 Aug 2025 09:48 PM (IST)
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    पुलिस ने भूमाफिया की 33 करोड़ की संपत्ति की कुर्क, पीड़ितों को दी जाएगी धनराशि।

    जागरण संवाददाता, अलीगढ़। धोखाधड़ी व जालसाजी से जमीन की खरीद-फरोख्त कर लोगों से ठगी करने वाले भूमाफिया के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई कर 33 करोड़ तीन लाख 72 हजार रुपये की संपत्ति कुर्क की है। इसमें 16 लाख कीमत की एक कार भी शामिल है।

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    इस संपत्ति को नीलाम कराकर पीड़ितों में धनराशि वितरित की जाएगी। डीजीपी ने टीम को 50 हजार रुपये का पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है। एसएसपी ने भी पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। पुलिस का दावा है कि बीएनएसएस की धारा-107 के तहत देश में कुर्की की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।

    एसएसपी संजीव सुमन ने बताया कि दिल्ली के जामिया नगर शाहीन बाग एफ-20 चतुर्थ तल निवासी ठेकेदार मोहम्मद जाबिर ने नौ दिसंबर 2024 को टप्पल थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया था। इसमें दिल्ली के अबुल फजल अपार्टमेंट पार्ट-1 निवासी शारिब तमनीम, इनके सहयोगी गफ्फार मंजिल गली नंबर-सात, दिल्ली के साद रहमान, शाहीन बाग के मोहम्मद आमिर व कश्मीर के खुर्शीद बट्ट को नामजद किया गया।

    आरोप था कि शारिब ने मोहम्मद जाबिर से टप्पल के नूरपुर-बेना क्षेत्र में 80 बीघा की एक कालोनी विकसित करने व 50 फीसद के हिस्सेदार बनाने का वादा कर निवेश कराया। उन्होंने तीन करोड़ पांच लाख 50 हजार रुपये शारिब को दिए। एक करोड़ रुपये का चेक शारिब के कहने पर किसान को दिया। इस जमीन में से करीब 80 फीसद जमीन प्लाटिंग के जरिए बेच दी।

    न तो जमीन खरीदने वालों को आज तक प्लाट मिला, न 50 फीसद की साझेदारी करने वाले निवेशक को एक रुपया मिला। यह जमीन यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अधिसूचित क्षेत्र में थी, जो बिना अनुमति विकसित की गई। यीडा ने भी शारिब व साद पर मुकदमा दर्ज कराया।

    पुलिस ने दोनों की संपत्ति की कुर्की के लिए रिपोर्ट न्यायालय में प्रेषित की। न्यायालय ने आदेश जारी किए। पुलिस जांच में पता चला कि शारिब ने अपने साझेदार मोहम्मद जाबिर के साथ धोखाधड़ी कर बिना उसके संज्ञान में लाए साद रहमान व आमिर के साथ मिलकर नई कंपनी ईएमईएस कंस्ट्रक्शन एलएलपी का गठन कर 21 सेंचुरी कंपनी से करीब एक करोड़ 47 लाख 50 हजार रुपये ईएमईएस कंस्ट्रक्शन एलएलपी कंपनी के खाते में स्थानांतरित किए।

    इसमें व्यक्तिगत लोगों (गजाला, खुर्शीद बट व स्वयं का व्यक्तिगत खाता) के खातों में पैसे स्थानांतरित करना पाया गया। आरोपितों द्वारा धोखाधड़ी कर 21 सेंचुरी कंपनी में रुपये लगवाकर ग्राम मेवा नगला में यमुना विकास प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए अवैध रूप से प्लाटिंग की और अवैध रूप से काफी संपत्ति अर्जित की।

    अवैध तरीके से सीधे-सादे लोगों को अवैध तरीके से प्लाट बेचकर भारी मात्रा में धन अर्जित किया गया। ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा कर प्लाटिंग की गई। पुलिस ने तीन माह पहले भी टप्पल क्षेत्र में ही तीन माफिया की 60.89 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।

    कई जिलों के लोगों के साथ हुई ठगी

    ठगी के शिकार 15 लोग पुलिस के सामने आए हैं। करीब डेढ़ सौ लोगों के साथ ठगी होना माना जा रहा है। ये लोग दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, अलीगढ़, बुलंदशहर, मेरठ, गाजियाबाद, बरेली, मुरादाबाद आदि जिलों के हैं।