PET Exam 2025: पहले दिन अलीगढ़ में 9000 से अधिक ने छोड़ी परीक्षा, कड़ी सुरक्षा में हुई पीईटी
अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी)-2025 शनिवार को 37 केंद्रों पर आयोजित की गई। दो पालियों में 27 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए जबकि 9 हजार से अधिक ने परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा में पहली बार एआई के जरिए फेस रिकग्निशन का इस्तेमाल किया गया। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखी गई।

जागरण संवादताता, अलीगढ़। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी)-2025 शनिवार को जनपद के 37 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा और निगरानी में आयोजित हुई। दो पालियों में आयोजित हुई इस परीक्षा में 27 हजार 809 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए, वहीं नौ हजार 343 ने परीक्षा छोड़ दी। पहली बार एआइ के जरिए फेस रिकग्निशन साफ्टवेयर
आयोग की समूह ग स्तर की अधिकांश नौकरियों के लिए पीईटी स्कोर अनिवार्य अनिवार्य है। इस परीक्षा में शामिल हुए बिना आयोग की भर्ती प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकते। इससे प्रदेश में काफी संख्या में आवेदन हुए।
दो पालियों में 27 हजार से अधिक अभ्यर्थी हुए सम्मिलित
अकेले जनपद को ही 74 हजार 304 अभ्यर्थी आवंटित किए गए, जिन्हें दो दिवसों व चार पालियों में परीक्षा की व्यवस्था की गई। पहले दिन सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक परीक्षा हुई। इससे परीक्षा केंद्रों के आसपास सुबह से ही अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई।
कई स्तर पर जांच और सतर्कता पहली बार फेस रिकग्निशन से सत्यापन
परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए कई स्तर पर व्यवस्था की गई। केंद्रों पर परीक्षार्थियों को दो घंटे पूर्व से ही प्रवेश देना शुरू कर दिया। इटावा के मोहल्ला शास्त्री नगर से परीक्षा देने आए संजीव सिंह ने बताया कि सर्वप्रथम गेट पर महिला व पुरुष स्टाफ ने युवक और युवतियों की अलग-अलग तलाशी ली। पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) के माध्यम से तैयार फेस रिकग्निशन साफ्टवेयर से अभ्यर्थियों का सत्यापन हुआ।
परीक्षा के लिए 37 केंद्र बनाए गए, रविवार को भी आयोजन
प्रवेश पत्र को टीम ने मशीन पर स्कैन किया, ताकि कोई फर्जी अभ्यर्थी प्रवेश न कर सके। अभ्यर्थी काफी दूर-दराज से आए थे, ऐसे में सभी केंद्रों पर उनके बैग आदि रखने की निश्शुल्क व्यवस्था की गई। एक केंद्र व्यवस्थापक ने बताया कि साल्वरों को पकड़ने के लिए परीक्षा कक्ष में वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल का उपयोेग किया गया।
प्रत्येक केंद्र पर एक-एक सेक्टर व स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अलावा पुलिस कर्मियों की समुचित व्यवस्था की गई। मंडलायुक्त, डीएम, एसएसपी समेत तमाम अधिकारियों ने केंद्रों का दौरा कर व्यवस्था का जायजा लिया। इंटरनेट मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसने के लिए टीम गठित रही।
आधा घंटे पहले प्रवेश बंद, गिड़गिड़ाए अभ्यर्थी
परीक्षा केंद्रों पर आधा घंटे पहले ही प्रवेश बंद कर दिया गया। ऐसे में तमाम केंद्रों पर अनेक अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिल पाया। अभ्यर्थी अपनी मजबूरी बताते हुए कर्मचारियों के समक्ष गिड़गिड़ाते रहे, मगर मायूसी ही हाथ लगी।
इस तरह पहली पाली में 18 हजार 576 के सापेक्ष 13 हजार 986 अभ्यर्थी (75.29 प्रतिशत) परीक्षा में बैठे, जबकि चार हजार 590 ने अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में 13 हजार 823 (74.41) ने परीक्षा दी और चार हजार 753 अनुपस्थित रहे। प्रत्येक पाली में 384 से लेकर 600 तक अभ्यर्थियों के परीक्षा देने की व्यवस्था की गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।