Aligarh News : राजस्थानी शैली में बनेगा महेश्वर इंटर कॉलेज का मेन गेट, ₹10 लाख आएगी लागत
अलीगढ़ के श्री माहेश्वर इंटर कॉलेज में 10 लाख रुपये की लागत से राजस्थानी शैली में मुख्य द्वार का निर्माण होगा जिसके लिए भूमि पूजन किया गया। दूसरी ओर धर्म समाज महाविद्यालय के विधि छात्रों को प्रमोट न करने पर बहुजन विद्यार्थी एकता संघ ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा।

जागरण संवाद, अलीगढ़ । श्री महेश्वर इंटर कालेज में लगभग 10 लाख रुपये की लागत से मुख्य द्वार का निर्माण किया जाएगा। यह राजस्थानी शैली में बनाया जाएगा। शनिवार को भूमि पूजन किया गया।
प्रबंध समिति उपाध्यक्ष नवनीत माहेश्वरी के पिता किशन माहेश्वरी, माता सरोज माहेश्वरी, चाचा महेंद्र कुमार माहेश्वरी, चाची अनीता माहेश्वरी ने परिवार के सदस्यों से भूमि पूजन किया। नवनीत ने बताया कि द्वार की चौड़ाई 47 फुट व ऊंचाई लगभग 30 फुट होगी।
उप सभापति महासभा विनीत केला, प्रबंध समिति अध्यक्ष अशोक कुमार गांधी, प्रबंधक मुकेश बिहारी भट्ट, राजकुमार जाखेटिया, अरविंद कावरा, राजीव कावरा, अनिल महेश्वरी, माहेश्वरी क्रिएटिव क्लब के संरक्षक संजय माहेश्वरी, हितेन्द्र उर्फ बंटी उपाध्याय, हरी बाबू महेश्वरी, दी माहेश्वरी समाज अध्यक्ष रामकुमार सादानी, मंत्री रघुवंश राठी, मनीष मोहता, शेखर सर्राफ मेमोरियल अस्पताल के प्रबंध निदेशक सुमित सर्राफ, प्रधानाचार्य विनोद शर्मा आदि उपस्थित रहे।
विधि छात्रों को प्रवेश न देने पर विश्वविद्यालय में हंगामा
धर्म समाज महाविद्यालय के विधि छात्रों को पंचम सेमेस्टर में प्रमोट न करने पर बहुजन विद्यार्थी एकता संघ के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। परिसर में प्रवेश से रोके जाने पर कार्यकर्ताओं व छात्रों ने हंगामा किया। डिप्टी रजिस्ट्रार पवन कुमार को ज्ञापन सौंपा गया।
संघ के अध्यक्ष गगन कुमार ने बताया कि धर्म समाज महाविद्यालय में काफी संख्या में विधि पंचम सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट नहीं किया गया है, जिससे वे काफी परेशान हैं। प्रबंधन अब उन्हें प्रवेश देने से मना कर रहा है। सुनवाई न होने पर विश्वविद्यालय आना पड़ा है। छात्रों व कार्यकर्ताओं ने कुलपति से मिलने का प्रयास किया, लेकिन अंदर घुसने से रोक दिया गया, जिसे लेकर नोकझोंक हुई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।