स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही पर दो MOIC का रोका वेतन, डीएम ने समीक्षा बैठक में की कार्रवाई
जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही पर दो चिकित्सा अधीक्षकों (एमओआइसी) का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। यह निर्णय शुक्रवार को डीएम संजीव ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही पर दो चिकित्सा अधीक्षकों (एमओआइसी) का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। शुक्रवार को डीएम संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में कार्रवाई का निर्णय हुआ। डीएम ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार सर्वोच्च प्राथमिकता है। जमीनी स्तर पर भी इसका असर दिखना चाहिए।
डीएम ने डीडीयू, जिला, महिला चिकित्सालय व 100 शैय्या अस्पताल, अतरौली की कार्यप्रणाली की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्सकीय प्रबंधन में सुधार के निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारियों को यह अवसर मानकर व्यवस्थाएं सुधारनी होंगी। समीक्षा के दौरान आइपीडी, सामान्य शल्य चिकित्सा व प्रसवों में आई गिरावट पर डीएम ने नाराजगी जताई।
मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में बीते वर्ष की तुलना में आइपीडी में 435, एक्स-रे में 977 व पैथोलाजी सेवाओं में 6,065 की कमी सामने आई। डीएम ने कहा कि चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ सेवा भाव से कार्य करें। इससे आमजन को समय पर बेहतर इलाज मिल सके। परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा में 4,604 के लक्ष्य के सापेक्ष 2,925 मामलों में ही प्रगति दर्ज होने पर डीएम ने असंतोष जताया। डीएम ने आयुष्मान भारत योजना को भी प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड शीघ्र बनवाने व दावों व भुगतान में पारदर्शिता बनाए रखने पर जोर दिया। स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए गभाना, अकराबाद व इगलास सीएचसी से एक-एक संविदा स्टाफ नर्स को जवां सीएचसी स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया।
इसके अलावा 31 दिसंबर से यू-विन पोर्टल पर पंजीकरण कर नौ माह से 59 माह तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक देने का अभियान शुरू करने के निर्देश दिए गए। इस मौके पर सीडीओ योगेंद्र कुमार, सीएमओ डा. नीरज त्यागी मौजू्द रहे।

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