Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Yogi Adityanath Oath Ceremony: अलीगढ़ के विधायक अनूप प्रधान का मंत्री बने, योगी ने दी खास तरजीह

    By Sandeep Kumar SaxenaEdited By:
    Updated: Fri, 25 Mar 2022 01:19 PM (IST)

    Yogi Adityanath Oath Ceremony अलीगढ़ के विधायक अनूप प्रधान का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। विधायक अनूप प्रधान अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से दूसरी बार जीते हैं। शुक्रवार को खैर विधायक अनूप प्रधान के पास सीएम योगी आदित्‍यनथ का फोन आ चुका है।

    Hero Image
    शुक्रवार को खैर विधायक अनूप प्रधान के पास सीएम योगी आदित्‍यनथ का फोन आ चुका है।

    अलीगढ़, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश सरकार में अलीगढ़ के विधायक अनूप प्रधान का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। विधायक अनूप प्रधान अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से दूसरी बार जीते हैं। शुक्रवार को खैर विधायक अनूप प्रधान के पास सीएम योगी आदित्‍यनथ का फोन आ चुका है। फाेन के बाद सीएम आवास पर अनूप प्रधान पहुंच गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खैर से दूसरी बार जीते हैं अनूप प्रधान

    उत्‍तर प्रदेश की पिछली सरकार में वाल्मीकि समाज से कोई मंत्री नहीं था। वाल्मीकि समाज के वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा ने दांव चला है। अनूप प्रधान वल्मीकि के मंत्री बनने को लेकर वाल्मीकि समाज ने भी मांग की थी। सांसद सतीश गौतम लखनऊ में मौजूद रहकर पैरवी कर रहे थे।  प्रदेश के मंत्रीमंडल के लिए चर्चा में आए खैर विधायक अनूप वाल्मीकि समाज से हैं। 17 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। वे दूसरी बार विधायक बने हैं। वर्ष 2005 में पिसावा से जिला पंचायत चुनाव लड़ा था। मगर, 125 वोटों से हार गए थे। 2010 में धर्मपुर रकराना से ग्राम प्रधान चुने गए। 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट से खैर विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतरे थे, मगर तीसरे स्थान पर रहे थे। उसके बाद 2012 में अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली। 2017 में फिर भाजपा ने भरोसा जताया और उस भरोसे पर अनूप वाल्मीकि खरे उतरे। पहली बार विधायक चुने गए। 1.24 लाख वोट मिले थे। 2017 में युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रहे है।40 वर्षीय अनूप प्रधान हाईस्कूल पास हैं। इस बार 124198 वोट हासिल कर विधायक बने हैं। उन्होंने 74341 वोटोंं से बसपा की चारू कैन को हराया था। 

    खैर में खूब हो रहा विकास

    जिले के विकास को लेकर भविष्य पर मंथन करें, तो सबसे सुखद तस्वीर खैर विधानसभा क्षेत्र की ही नजर आती है। यहां के गांव अंडला में स्थापित हो रहे डिफेंस कारीडोर से रोजगार के साथ विकास को भी पंख लगेंगे। ताले के लिए मशहूर जिले की देश-दुनिया के नक्शे पर अलग पहचान होगी। अन्य राज्यों के कारोबारियों के आकर्षण का केंद्र यही इलाका रहेगा। ट्रांसपोर्ट नगर भी इसी क्षेत्र में प्रस्तावित है। इसका असर पूरे क्षेत्र पर पड़ेगा। खास बात यह है कि यह क्षेत्र यमुना एक्सप्रेस वे से सटा है। जेवर में हवाई अड्डा बन रहा है। यह सौगात खैर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को मुस्कराहट तो देती है, लेकिन अभी भी ऐसी तमाम समस्याएं हैं, जिनका निदान नहीं हो पाया है। इस क्षेत्र की दशा-दिशा बदलने का मौका, सपा को छोड़कर सभी प्रमुख दलों को मिला है। हर बार मुद्दे उठे, वादे भी किए गए, लेकिन अधूरे रह गए। इससे क्षेत्र के लोगों में निराशा भी हैै। वर्तमान में भाजपा के विधायक अनूप प्रधान हैं। इनके विकास कार्यों की सूची में सबसे ज्यादा सड़कों व नए पुलों का उल्लेख है, जिनसे आवागमन काफी सुदृढ़ हुआ। लोगों को सुविधा मिलीं, मगर अधूरे वादे सवाल खड़े कर रहे हैं। सबसे प्रमुख समस्या यहां बिजली आपूॢत की है। चार से पांच घंटे तक बिजली गुल रहती है। इस समस्या के निदान की मांग क्षेत्र के लोग निरंतर कर रहे हैं। राजकीय कन्या इंटर कालेज की स्थापना, रोडवेज बस अड्डे का जीर्णोद्धार, खैर और जट्टारी में जाम की समस्या व बाईपास निर्माण का कार्य अधर में लटका पड़ा है। यदि ये मांग पूरी हो जाएं तो क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी। खैर-गौंडा मार्ग आज भी जर्जर है। इसके चलते लोगों को दिक्कतें होती हैं। इसके निर्माण की मांग भी की जा रही है। हालांकि, कई विकास कार्य पिछले साढ़े चार साल में हुए हैं, जिनसे लोगों को सहूलियतें मिलें। इनमें अलीगढ़-टप्पल मार्ग, शिवाला नहर पर पुल का निर्माण, मोहल्ला उपाध्याय वाल्मीकि बस्ती में करवन नदी पर पुल व सीमेंटेड सड़क का निर्माण, गांव भानेरा पुलिया टेंटीगांव रोड पर पुल का निर्माण, पिसावा से जट्टारी मार्ग व खैर से सोमना मार्ग का चौड़ीकरण व सुंदरीकरण कार्य प्रमुख हैं। टप्पल, पिसावा व चंडौस नई नगर पंचायतें बनींं। इससे इन क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलेगा

    रोडवेज अड्डे को नगर से बाहर करने का प्रयास

    जितने विकास कार्य साढ़े चार साल में हुए, उतने आज तक नहीं हुए। 543 करोड़ की लागत से टप्पल-अलीगढ़ मार्ग, साढ़े सात करोड़ की लागत से पिसावा-गोठनी मार्ग, 10 करोड़ से चंडौस-पिसावा मार्ग, नौ करोड़ की से पुलों का निर्माण, 12 करोड़ से मंडी में भवन व दुकानों का निर्माण कराया है। 112 करोड़ की लागत से गोमत बांकनेर में आइटीआइ का निर्माण चल रहा है। 549 करोड़ की लागत से सड़कों पर निर्माण हो रहा है। 112 करोड़ की लागत से चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग पर हरियाणा-यूपी को जोडऩे के लिए पुल का निर्माण व मालव व जैदपुर के बीच एप्रोच रोड का निर्माण कराया है। 95 फीसद संपर्क मार्ग दुरुस्त हैं। डिफेंस कारिडोर व टीपी नगर जैसे प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। सबसे ज्यादा सड़कें बनी हैं। रोडवेज अड्डे को नगर से बाहर करने का प्रयास है।अनूप प्रधान, विधायक खैर