मां पधारेंगी घर-द्वार, स्वागत को चमका अलीगढ़ का भी बाजार
दस अक्टूबर से नवरात्र हैं। घर-घर में मां पधारेंगी। कलश की स्थापना होगी। नौ दिन के लिए अखंड ज्योति प्रज्वलित होगी।

अलीगढ़ (मनोज जादौन) । दस अक्टूबर से नवरात्र हैं। घर-घर में मां पधारेंगी। कलश की स्थापना होगी। नौ दिन के लिए अखंड ज्योति प्रज्वलित होगी। घर के मंदिरों को सजाने व मां दुर्गा की पोशाक भी बदली जाएगी। रविवार को रेलवे रोड, महावीरगंज (बर्तन बाजार), रामघाट रोड, सुदामापुरी, नौरंगाबाद सहित शहर के अन्य बाजारों में पूजा-पाठ की दुकानों पर खरीदार श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।
मां की चुनरी भक्तों के लिए इस बार खास होगी। बाजार में नेट, हस्त शिल्पियों के द्वारा तैयार की गई चुनरी 500 से 3000 हजार रुपये तक बिक रही है। कोलकाता से आए मुकुट, कलात्मक आभूषण भी खास किस्म के मिल रहे हैं। रेडीमेड पूजा की थाली 10 से 50 रुपये तक है। इसी रेंज में मां भगवती के शृंगार की थाली भी बाजार में हैं। इस बार शेर पर सवार मां दुर्गा की बड़ी मूर्तियां रामघाट रोड के फुटपाथ पर बिक रही हैं। यह दुर्गापूजा के सामूहिक आयोजनों में स्थापित की जाती हैं। मिट्टी व प्लास्टिक ऑफ पेरिस निर्मित यह मूर्ति बाजार में 500 से 10 हजार रुपये तक हैं।

महंगा कपूर झुलसा देगा जेब
इस बार कपूर मां भगवती के भक्तों की जेब को झुलसा देगा। पिछले साल की तुलना में कपूर के तीन गुना दाम बढ़े है। पिछले साल 450 रुपये बिकने वाला कपूर इस बार 1200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। पहले पांच रुपये में पैकेट मिलता था, इस बार 10 रुपये से कम का नहीं मिल रहा है।
नकली रोली की भरमार
पूजा-पाठ में प्रयोग होने वाली सामग्री भी बाजार में नकली है। 240 रुपये प्रतिकिलो बिकने वाली रोली में रंग का प्रयोग किया जा रहा है। त्वचा के लिए यह बेहद हानिकार है। जबकि असली रोली चूना व हल्दी से तैयार की जाती है।
मिलावटी कूटू के आटे से रहें सावधान
सस्ते कूटू के आटे के फेर में कतई नहीं रहें। मिलावटी कूटू का आटा आपकी व्रत की पवित्रता को चोट पहुंचा सकता है। फुटकर बाजार में कूटू की मींगी 120 रुपये प्रतिकिलो मिल रही है। वहीं, बहुत-सी दुकानों पर आटा 70 रुपये प्रतिकिलो तक मिल रहा है। आखिर, इस सस्ते के पीछे क्या राज है?
नकली साबूदाना भी
बाजार में नकली साबूदाना भी है। पैकिंग में सच्चा मोती साबूदाना 100 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। तमिलनाडु में शकरकंदी से निर्मित साबूदाना असली होगा। 60 से 80 रुपये प्रति किलो मिलने वाला साबूदाने की शुद्धता पर सवालिया निशान हैं। सिंघाड़ी का आटा 140 रुपये प्रतिकिलो मिलेगा। मखाना फुटकर बाजार में 700 रुपये किलो मिल रहा है। जायफल दो से तीन रुपये प्रति पीस बिक रहा है।
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महंगाई पर भक्ति भारी
कारोबारी अशोक कुमार का कहना है कि पिछले साल की तुलना में 10 से 30 फीसद तक की महंगाई है। भक्ति के सामने महंगाई नहीं टिकेगी। अनिल पिल्ले का कहना है कि नवरात्र के लिए मां भगवती की पोशाक, चुनरी व अन्य पूजा सामग्री की बिक्री में जर्बदस्त उछाल आया है। श्रद्धालु शिक्षा मित्र का कहना है कि इस बार पोशाक से लेकर पूजा-पाठ की सामग्री महंगी मिल रही है। फिर भी खरीदारी तो करनी ही है। योगिता शर्मा का कहना है कि इस साल फलहार सामग्री पर महंगाई का असर दिख रहा है। मिलावट की सामग्री प्रतिबंध की जाए।

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