कब्रिस्तान बताकर ADA की करोड़ों की जमीन पर किया कब्जा, शिकायत के बाद जांच के आदेश
सपा शासनकाल में किशनुपर स्थित एडीए की करोड़ों की जमीन को कब्रिस्तान बताकर किए गए कथित कब्जे का मामला फिर सुर्खियों में है। अब शासन ने मामले की ज ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक फोटो।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। सपा शासन काल में किशनुपर के गोविला गैस एजेंसी के निकट स्थित एडीए की जमीन को कब्रिस्तान बताकर हुए कब्जे का मामला एक बार फिर चर्चाओं में हैं। अब शासन स्तर से इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। आरोप है कि वर्ष 2013 में तत्कालीन विधायक हाजी जमीरउल्लाह ने इसे कब्रिस्तान के रूप में दर्शा दिया था, जबकि हकीकत में करोड़ों रुपये की लागत की यह जमीन अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) की आवासीय परियोजना की थी।
शहर के नगला तिकोना निवासी बाैबी ने पिछले दिनों एक शिकायती शासन स्तर में एक थी। इसमें एडीए के गाटा संख्या 22 के इस भूखंड पर अवैध कब्जा का आरोप लगाया था। इस मामले में मुख्यमंत्री के सचिव सुरेंद्र सिंह ने एडीए उपाध्यक्ष कुलदीप मीणा ने एक पत्र भेजा है। इसमें मामले में जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अब उपाध्यक्ष ने डीएम को पत्र लिखा है। इसमें इस भूमि की जांच कराने की मांग की है।
जमीन की पैमाइश कराई जाएगी
राजस्व विभाग के संयुक्त सहयोग इसे जमीन की पैमाइश कराई जाएगी। हालांकि, पूर्व में भी यह मामला काफी चर्चाओं में रह चुका है। पूर्व में एडीए के स्तर से हुई जांच में सामने आया था कि पूर्व की सपा सरकार ने कब्रिस्तान के विकास को एक योजना शुरू की थी। इसमें कब्रिस्तान की बाउंड्री व गेट का निर्माण किया जाता था।
जिले में 100 से अधिक कब्रिस्तानों का विकास किया गया था। इसमें रामघाट रोड पर गोविला गैस एजेंसी के बराबर में 800 मीटर से अधिक जमीन पर दीवार व गेट बनाया था। हकीकत में जमीन कब्रिस्तान की थी नहीं। एडीए की जमीन पर ही यह काम किया गया था। अभी भी आधे से अधिक इस जमीन पर अवैध कब्जा जमा हुआ है।

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