श्मशान तक पहुंचने का रास्ता न मिलने पर अर्थी ले जा रहे लोगों ने किया हंगामा, लगाया जाम; पुलिस ने शांत कराया मामला
अलीगढ़ के बन्नादेवी क्षेत्र के भीकमपुर गांव में श्मशान घाट तक पहुंचने का रास्ता न मिलने पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और जीटी रोड पर जाम लगा दिया। क ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अंतिम संस्कार को एक बुजुर्ग की अर्थी ले जा रहे दुखीजन का श्मशान पहुंचने का रास्ता न मिलने से गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने जमकर हंगामा किया और अर्थी व लकड़ियों को जीटी रोड पर रख जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना से पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए।
फौरन क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और फिर काफी समझाने के बाद गुस्साए लोगों को शांत कराया। दोनों पक्षों से बातचीत करने के बाद अंतिम संस्कार को रास्ता दिया और फिर लोग शांत हुए। रोषित लोगों ने प्रशासन पर भी आठ वर्ष से लगातार समस्या को अनदेखा करने का आरोप लगाया। पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ।
बन्नादेवी क्षेत्र के भीकमपुर निवासी कोल्ड ड्रिंक एजेंसी संचालक ओमप्रकाश लोधी के लंबी बीमारी के चलते बुधवार को निधन हो गया था। स्वजन अंतिम संस्कार को अर्थी सजाकर गांव के पास ही श्मशान जा रहे थे। आरोप है कि श्मशान तक पहुंचने के लिए किसान राजेंद्र ने रास्ता नहीं दिया।
उनका कहना था कि खेत से होकर जाएंगे तो उनकी फसल बर्बाद हो जाएगी। बर्बाद फसल की भरपाई करनी होगी। इस पर मृतक के स्वजन व करीबियों का गुस्सा बिफर गया। काफी नोकझोंक हुई और हंगामा शुरू शुरू हो गया। आक्रोश जीटी रोड पर पहुंच गया। अर्थी रखकर स्जन ने जमकर हंगामा किया।
यातायात बाधित होने पर पुलिस को जानकारी हुई तो सीओ कमलेश कुमार व क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। गुस्साए लाेगों को समझाकर शांत कराया और करीब डेढ़ घंटे बाद जाम को खोला जा सका। किसान राजेंद्र से भी बात की, उसके बाद श्मशान तक पहुंचने का रास्ता दिया गया।
मृतक के स्वजन का कहना था कि खेतों के बीच में बने श्मशान पर वर्षों से अंतिम संस्कार हो रहे हैं। इसके बावजूद जब भी किसी का निधन होता है, आरोपित किसान यहां अंतिम संस्कार कराने को लेकर विरोध करते हैं।
वहीं, किसान राजेंद्र का कहना है कि श्मशान के चारों ओर उनके खेत हैं। वहां तक पहुंचने के लिए प्रशासन की ओर से कोई रास्ता नहीं दिया गया है। इस वजह से उनके खेत से होकर जब लोग जाते हैं तो फसल को नुकसान पहुंचता है। कई बार प्रशासन ने इसका हल निकालने के लिए निवेदन किया जा चुका है।
वह श्मशान को खेतों के बीच से हटाकर साइड में लाने की गुजारिश कर चुके हैं, इसके लिए वह अपने खेत से भी रास्ते के लिए कुछ जगह देने के लिए भी तैयार हैं। विवाद के दौरान तहसील प्रशासन व राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। बाद में रास्ता मिलने के बाद पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया।
श्मशान घाट तक पहुंचने के लिए रास्ता न होने से दो पक्षों के बीच नाराजगी थी। इस वजह से जीटी रोड पर जाम लगाया था। इस मामले को वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाया गया है। तहसील प्रशासन के माध्यम से समस्या को हल कराने का प्रयास किया जा रहा है।
-कमलेश कुमार, सीओ बन्नादेवी

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