बेटे के अंतिम संस्कार के बाद आई पिता के मौत की खबर, प्रॉपर्टी के विवाद में दोनों को मारी थी गोली
संपत्ति विवाद में बेटे की गोली लगने से मृत्यु के अगले दिन पिता ने भी दम तोड़ दिया। पिता को भी गोली लगी थी और वे जेएन मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर ...और पढ़ें
-1766174959326.webp)
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। संपत्ति के विवाद में गोली लगने से बेटे की मृत्यु के अगले दिन पिता ने भी दम तोड़ दिया। उन्हें भी गोली लगी थी। शुक्रवार को बेटे के शव के अंतिम संस्कार के बाद स्वजन को एक और झटका लगा। जेएन मेडिकल कालेज में वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जूझ रहे पिता ने रात को अंतिम सांस ले ली। पुलिस ने सभी तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
बरौला जाफराबाद के मुहल्ला जाहरवीर नगर में यह घटना गुरुवार को सुबह दस बजे हुई थी। यहां के प्रवेश सिंह पांच भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके चौथे नंबर के भाई बबलू का पहले देहांत हो चुका है। मूलरूप से वह नगला बरौला के रहने वाले हैं। उनके पिता हरप्रसाद ने पैतृक संपत्ति की लिखा-पढ़ी प्रवेश को छोड़कर बाकी तीन बेटों रवेंद्र, छोटे व दिनेश के नाम कर दी थी।
प्रवेश को कुछ नहीं दिया। प्रवेश परिवार के साथ जाहरवीर नगर स्थित प्लाट के एक हिस्से में रह रहे थे। इस प्लाट को भी उनके पिता ने रवेंद्र, छोटे व दिनेश के नाम कर दिया, उन्हें हिस्सा नहीं दिया। परिवार के सदस्यों में इसी प्लाट को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। दिनेश व रवेंद्र उन्हें संपत्ति से बेदखल करने के लिए दबाव बना रहे थे। गुरुवार को रवेंद्र, छोटे व दिनेश महिलाओं के साथ जाहरवीर नगर पहुंचे। प्लाट को लेकर विवाद हो गया।
सोनू और उसके पिता पर की थी फायरिंग
आरोपितों ने सोनू और उसके पिता प्रवेश पर फायरिंग कर दी। इस हमले में दो गोली लगने से सोनू की मृत्यु हो गई, जबकि एक गोली लगने से प्रवेश गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके चलते मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। पोस्टमार्टम के बाद घर लाए गए सोनू के शव को देखकर परिवार की महिलाएं बिलख उठीं। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था।
पुलिस सुरक्षा में शव का अंतिम संस्कार किया गया। जवान बेटे की हत्या से टूट चुकी उसकी मां को चिंता जिंदगी और मौत से जूझ रहे पति को लेकर थी। वेंटिलेटर पर उनकी हालत नाजुक थी। इसको लेकर दिनभर चर्चा होती रहीं। रात डाक्टरों ने प्रवेश को मृत घोषित कर दिया। इस खबर ने स्वजन का दुख और बढ़ा दिया।
ये हुए गिरफ्तार
प्रवेश के छोटे बेटे कृष्णगोपाल ने चाचा रवेंद्र, दिनेश व चचेरे भाई कृष्णा के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
खूनी संघर्ष के बाद जागा दादा का जमीर, नाम की जमीनखूनी संघर्ष के बाद हरप्रसाद का जमीर जागा। परिवार की महिलाओं ने संपत्ति में हिस्सा दिलाने के लिए जाम भी लगाया था। इसी मांग पर दादा हरप्रसाद हिस्सा लिखा पढ़ी में देने को राजी हो गए थे। शुक्रवार को पुलिस दादा को तहसील ले गई। जहां मृत सोनू के पांच वर्ष के बेटे व दूसरे भाई कृष्णगोपाल के नाम संपत्ति में से हिस्से की लिखा-पढ़ी कराई गई।
हत्या में नामजद प्रवेश के सगे भाई रवेंद्र, दिनेश व भतीजे कृष्णा को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को उन्हें जेल भेजा जाएगा। दादा ने भी जमीन पीड़ित परिवार को दे दी है। -सर्वम सिंह, सीओ तृतीय

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।