जर, जोरू और जमीन के लिए अपने ही ले रहे जान, सनसनीखेज घटनाओं के पीछे सोशल मीडिया भी बन रहा कारण
अलीगढ़ में अपनों द्वारा अपनों की हत्या के मामले बढ़े हैं, जिनमें संपत्ति विवाद और सोशल मीडिया का प्रभाव मुख्य कारण हैं। हाल ही में बरौला जाफराबाद में ...और पढ़ें

एआई से बनाई गई तस्वीर।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। आगरा के इलेक्ट्रीशियन राजकुमार का जिस हालात में शव मिला था, उससे लग रहा था कि हत्या को किसी नजदीकी ने ही अंजाम दिया है। पत्नी ने पुलिस को बुताया था कि पति एक बजे घर से निकले थे इसके बाद उन्होंने नहीं बताया कि कहां जा रहे हैं।
इलेक्ट्रीशियन की ससुराल धनीपुर में है, वहां भी किसी को उसके आने की जानकारी थी। इसी से पुलिस का शक और गहरा गया। जांच हुई तो सारा भेद खुल गया। जिले में अपनों द्वारा अपनों की हत्या का यह पहला मामला नहीं है।
कई घटनाएं ऐसी हुईं जिन्होंने लोगों को दहला दिया। इसके पीछे समाज में आ रहे बदलाव और कम हो रही सहनशक्ति को माना जा रहा है। मोबाइल में रील देखकर भी हत्या करने के तरीकों को अपराधी देख रहे हैं। इस साल 15 से अधिक ऐसी घटनाएं हुईं है जिनमें हत्यारे अपने ही निकले हैं।
संपत्ति के लिए कर दी पिता-पुत्र की हत्या
16 दिसंबर को बरौला जाफराबाद में भाईयों व भतीजे ने ही संपत्ति के लिए पिता-पुत्र की हत्या कर दी। यहां के जाहरवीर नगर में हुई इस घटना की नींव उनके पिता ने ही डाली। उन्होंने तीन पुत्रों को पैतृक संपत्ति में से हिस्सा दे दिया, एक बेटा को नहीं दिया। दोहरे हत्याकांड से दो परिवार प्रभावित हुए । अव्वल तो जिनकी हत्या हुई, दूसरा जो हत्या कर जेल गए।
बेटे ने कर दी पिता की हत्या
चार दिसंबर को कोतवाली क्षेत्र के गांव तरसारा में बेटा ने ही पिता की हत्या कर दी। तरसारा के बनवारीलाल शर्मा का जमीनी बंटवारे को लेकर बेटे से विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन यतेंद्र ने नलकूप पर अपने ही पिता की लोहे की राड से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या करके खुद ही थाने पहुंच गया।
बड़े भाई ने छोटे को मार डाला
12 नवंबर को गौंडा क्षेत्र के गांव तारापुर की गढ़ी में बड़े भाई ने छोटे भाई की हत्या कर दी। उसका अपराध इतना था कि उसने मां-बाप की अनुपस्थिति में भाई से कुछ खाने के लिए मांगा था। दोनों में विवाद हुआ और बड़े ने गर्दन पर फावड़े से वार कर मार डाला।
देवर के साथ पति की हत्या
हरदुआगंज क्षेत्र के दीनदयालपुर गांव में चार माह पहले हुई युवक की हत्या उसकी ही पत्नी ने देवर के साथ की थी। पुलिस ने इसका पर्दाफाश किया तो परिवार वाले भी हैरान रह गए। महिला के देवर से अवैध संबंध थे। हत्या को आत्महत्या दर्शाने के लिए शव को पेड़ से भी लटका दिया, लेकिन पोस्टमार्टम से सारा भेद खुद गया।
15 साल में समाज में बहुत बदलाव हुआ है। इंटरनेट मीडिया भी इसके लिए जिम्मेदार है। रील देखकर लोग बुरा करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। मोबाइल ने परिवार के लोगों के बीच बातचीत को भी खत्म कर दिया है। पहले एक टेबल पर सभी खाना खाते थे, अब सभी मोबाइल देखकर खाना खाते हैं। आपसी मेल मिलाप खत्म हो रहा है। इस पर चिंतन करने के साथ सामाजिक मूल्यों के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
-प्रो. शा आलम, मनोवैज्ञानिक, एएमयू

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